रविवार, 24 अगस्त 2008

माता बसैया में चिकित्सक दल तैनात : स्थिति में सुधार

माता बसैया में चिकित्सक दल तैनात : स्थिति में सुधार

 

मुरैना 22 अगस्त 08/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विकास दुबे ने बताया कि माता बसैया ग्राम में स्थिति अब पूर्णत: नियंत्रण एवं सुधार की ओर है । ग्राम में बीमारी की सूचना मिलते ही 16 अगस्त से खण्ड स्तरीय चिकित्सक दल पूरे समय ग्राम में रहकर चिकित्सा सुबिधा उपलब्ध करा रहा है । जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्ग दर्शन में जिले का चिकित्सक दल भी नियमित ग्राम का भ्रमण कर बीमारी की स्थिति पर सतत निगरानी रखे हुए है । ग्राम में जगह-जगह पायरेथिरम का छिडकाव किया गया एवं टेमीफोस घरों के आस-पास छिडक वाई गई है । अब तक कुल 508 रोगियों का परीक्षण चिकित्सकों द्वारा किया गया । जिसमें समस्त रोगियों की स्लाइड बनाई गई । स्लाइड में 5 रोगी मलेरिया पीडित पाये गये जिनको तुरन्त मलेरिया का उपचार दिया गया।

संचालक स्वास्थ्य सेवायें भोपाल डा.अशोक शर्मा एवं संयुक्त संचालक ग्वालियर संभाग डा. एस.के. मीणा ने आज ग्राम माता बसैया का भ्रमण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का अवलोकन किया । रोगियों के परीक्षण उपरांत चिकित्सकों के मतानुसार यह मौसमी बुखार है जो एक निर्धारित समय में ठीक हो जाता है । उक्त रोग फैलने का कारण गंदगी जगह-जगह भरा हुआ पानी एवं व्यक्तिगत साफ सफाई न रखना है । तापमान में बदलाब भी इस बुखार को फैलाने में सहायक होता है । जिला चिकित्सालय मुरैना में उपचारित ग्राम माता बसैया के सभी रोगियों का स्वास्थ्य सुधार की और कोई भी रोगी गंभीर स्थिति में नहीं है ।

      मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपील की है कि मौसमी बुखार से बचने हेतु अपने आस पास गन्दा पानी इकट्ठा न होने दें, कूडों के ढ़ेर की सफाई रखें, नालियों में पानी भरा न रहने दें, घरों में टूटे-फटे कवाड को इकट्ठा न रखें, व्यक्तिगत साफ सफाई का ध्यान रखें, सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें । इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत बचाव के अन्य साधन जैसे क्रीम, ऑल आउट एवं ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध नीम के पत्तों का धुआ भी किया जा सकता है । उपरोक्त सावधानियां बरतने की स्थिति में मौसमी बुखार से बचा जा सकता है । फिर भी बुखार आता है तो तुरन्त चिकित्सक को दिखाकर उपचार करायें एवं मलेरिया की जांच करवायें ।

 

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