शुक्रवार, 14 मार्च 2008

कैलारस में एक हजार भैसों की डेयरी की स्थापना शीघ्र - संभागायुक्त

कैलारस में एक हजार भैसों की डेयरी की स्थापना शीघ्र - संभागायुक्त

मुरैना 13 मार्च 08/संभागायुक्त श्री विश्व मोहन उपाध्याय ने कहा है कि कैलारस शक्कर कारखाने के गन्ना उत्पादक किसानों को वैकल्पिक रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कारखाने की रिक्त 27 हेक्टर जमीन पर शीघ्र ही एक हजार भैसों की डेयरी प्रारंभ की जायेगी । यह निर्णय कारखाना के संचालक मंडल की बैठक में लिया जा चुका है तथा प्रस्ताव स्वीकृति हेतु शासन को भेजा गया है श्री उपाध्याय आज कैलारस शक्कर कारखाना प्रागंण में कृभकों द्वारा आयोजित किसान मेला एवं गन्ना फसल विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने की और भरपूर कृषि उत्पादन प्राप्त करने के लिए जैविक खेती को बढावा देने पर जोर दिया ।

       श्री उपाध्याय ने कहा कि शक्कर कारखाना द्वारा स्थापित की जाने वाली उक्त डेयरी को ग्वालियर दुग्ध संघ से जोड़ा जायेगा । इससे किसानों को आय के अतिरिक्त साधन मिलेंगे । उन्होंने कहा कि पशु संवर्धन के माध्यम से ही खेती को लाभ का धंधा बनाया जा सकेगा । उन्होंने कहा कि किसानों को कम लागत में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए जैविक खाद के मामले में आत्म निर्भर होना होगा। उन्होने कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनायें चालू की हैं । जरूरत इन योजनाओं का जागरूक हो कर लाभ उठाने की है । उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर किसान मेला का शुभारंभ किया ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि फायदे की खेती के लिए केंचुआ खाद अत्यंत उपयोगी है । जिले में काफी संख्या में पशुधन हैं और गोवर भी प्रचुर मात्रा में है । इसमें वर्मी कम्पोस्ट आसानी से बनाई जा सकती है और वर्मी कम्पोस्ट के साथ रासायनिक उर्वरक का संतुलित व समुचित उपयोग कर उत्पादन को बढाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि गोवर खाद और वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से खेतों के सभी आवश्यक सूक्ष्म तत्वों की जरूरत पूरी होती है । उन्होंने कहा कि इस वर्ष राजस्थान से नहरों में कम पानी छोड़ने के कारण वितरण में कुछ दिक्कत आई है और रोटेशन पध्दति से ही सिंचाई हेतु पानी दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि शक्कर कारखाना की मशीनें काफी पुरानीहै । इस लिये पुर्नरूध्दार योजना के तहत प्रस्ताव केन्द्र सरकारकी ओर भेजा गया है ।उन्होंने आगामी एक अप्रैल से जिले में प्रारंभ होने जा रही राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की जानकारी दी और कहा कि इससे हर जरूरत मंद को वर्ष में कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी रहेगी ।

       इस अवसर पर कृषि महा विद्यालय ग्वालियर के अधिष्ठाता डा. एच.एस. कुशवाह, तथा कृषि बैज्ञानिक डा. बंसल, डा. भदौरिया आदि ने नवीन कृषि तकनीक और कृषि सम्बंधित लाभकारी जानकारी दी । कृषि बैज्ञानिकों ने कृषकों की कृषि समस्याओं का भी मौके पर ही समाधान किया ।

       प्रारंभ में कृभकों के क्षेत्रीय प्रबंधक डा. एस.एस. राठौर ने किसान मेला के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि जिले में खेतों की मिट्टी के परीक्षण का अभियान चलाया जायेगा । कार्यक्रम का संचालन शक्कर कारखाना के महा प्रबंधक श्री एम.डी. पाराशर ने किया । इस अवसर पर संयुक्त पंजीयक सहकारिता श्री के.बी. शर्मा, आंचलिक प्रबंधक विपणन संघ श्री रजनीश राय तथा कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारी उपस्थित थे ।

 

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