मंगलवार, 12 फ़रवरी 2008

स्वच्छ मासिक स्त्राव प्रबंधन पर कार्यशाला प्रारंभ

स्वच्छ मासिक स्त्राव प्रबंधन पर कार्यशाला प्रारंभ

सस्ती दर पर नेपकिन बनाई जांयेगीं

मुरैना 11 फरवरी 08/ समग्र स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत स्वच्छ मासिक स्त्राव हेतु प्रबंधन और सेनेटरी निर्माण पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन स्थानीय मानसरोवर पैलेस हॉल में किया गया । जिला जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य कन्या महाविद्यालय श्रीमती ज्योति प्रसाद श्रीवास्तव ने की । इसअवसर पर प्रोफेसर इलारानी श्रीवास्तव जिला समन्वयक स्वच्छता एवं स्वजलधारा अभियान कुमारी हेमा भटनागर तथा मास्टर ट्रेनर्स वोटर एड भोपाल की कुमारी मारिया फर्नीडीज और यूनि सेफ एवं बसुधा विकास संस्थान धार की कुमारी दीपमाला,सहायक संचालक शिक्षा श्री सत्यार्थी, नोडल अधिकारी समग्र स्वच्छता अभियान जनपद पंचायत मुरैना श्रीबलबीर सिंह कुशवाह, सभी विकास खण्डों के बीआरसी, और लगभग 100 किशोरी बालिकायें और ग्राम स्वच्छता समिति की महिलायें उपस्थित थीं ।

       सीईओ श्री अभय वर्मा ने कहा कि समग्र स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक गांव को स्वच्छ बनाना है । अभियान के अन्तर्गत अभी हर जनपद में पांच-पांच ग्रामों का चयन किया जाकर उन्हें निर्मल ग्राम बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं । उन्होंने कहाकि स्वच्छ मासिक स्त्राव का प्रबंधन एक बड़ी समस्या है और इससे आधी आवादी जूझ रही है । गांव में स्वच्छता रहें, इसके लिए जरूरी है कि महिलायें मासिक स्त्राव के प्रबंधन को भली भांति समझें । उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के जरिये सस्ती दरपर नेपकिन बनाने की तकनीक बताई जा रही है, इसको गांव- गांव में प्रचारित कर महिलाओं तक पहुंचाने के प्रयासकिये जांय । उन्होंने प्रशिणार्थियों से भी उम्मीद की वे इस कार्यशाला में दी गई जानकारी को गांव-गांव और घर- घर तक पहुंचाकर स्वच्छता अभियान में भागीदार बने ।

       प्राचार्य श्रीमती ज्योति प्रसाद ने कहा कि नेपकिन बनाने की तकनीक से कन्या छात्रावासों की बालिकाओं को भी जोड़ा जाय । उन्होंने कहा कि महिलाओं में मासिक स्त्राव का स्वच्छ प्रबंधन होना जरूरी है , क्योंकि अस्वच्छता के कारण अनेक प्रकार की बीमारियां विशेष कर यौन रोग फैलने की संभावना बनी रहती है । महिला के स्वास्थ्य के लिए मासिक स्त्राव प्रबंधन की तकनीक को घर- घर पहुंचाने और कन्या छात्रावासों में सस्ती दर पर नेपकिन उपलब्ध कराने की जरूरत है ।

       मास्टर ट्रेनर्स कुमारी मारिया फर्नीडीज और कुमारी दीपमाला ने बताया कि एक किट से 100 नेपकिन बनेंगे । एक नेपकिन की लागत 12 रूपये आयेगी तथा इसका विक्रय मात्र 15 रूपये में किया जायेगा । उन्होंने नेपकिन बनाने की तकनीक से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया।

       प्रारंभ में कुमारी हेमा भटनागर ने अतिथियों का स्वागत किया । उन्होंने बताया कि मासिक स्त्राव प्रबंधन के इस अभियान में आदिवासी छात्रावासों की बालिकाओं और ग्राम जल स्वच्छता समिति की महिलाओं को नेपकिन बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा । इस नेपकिन को एक ब्रांड नेम भी दिया जायेगा तथा बनाई गई नेपकिन को सस्ती दरों पर कन्या छात्रावासों एवं सीएससी आदि में आपूर्ति की जायेगी । उन्होने सभी की उपस्थिति के प्रति आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन श्री बलबीर सिंह कुशवाह ने किया ।

 

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