किसान महापंचायत में प्रत्येक ग्राम पंचायत से चार कृषक भाग लेंगे
राज्य शासन द्वारा  किसानों की समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए और विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसानों  तक पहुँचाने के लिए आगामी 14 फरवरी को भोपाल के जम्बूरी मैदान में किसान महापंचायत का  आयोजन किया जा रहा है। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।  महा पंचायत में प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत से चार कृषक भाग लेंगे। इस किसान महापंचायत  के सम्पूर्ण समन्वय की जिम्मेदारी किसान कल्याण एवं कृषि विभाग को सौंपी गई है। जिला  स्तर पर आवश्यक समन्वय संबंधित कलेक्टर द्वारा किया जायेगा तथा उप संचालक किसान कल्याण  एवं कृषि विकास उनका पूरा सहयोग करेंगे।
किसान महापंचायत  की तैयारियों का जायजा किसान कल्याण एवं कृषि विकास सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव  ने गत दिवस बी.एच.ई.एल. क्षेत्र स्थित जम्बूरी मैदान पहुंचकर लिया। किसान महा पंचायत  के लिए आवश्यक व्यवस्था का संपूर्ण कार्य संभागीय आयुक्त भोपाल संभाग के पर्यवेक्षण  में किया जायेगा। सभा स्थल पर की जाने वाली व्यवस्था का खर्च मध्यप्रदेश राज्य कृषि  विपणन बोर्ड द्वारा वहन किया जायेगा। इस संबंध में मंच बैरिकेटिंग, विद्युत, पेयजल,  सफाई, पार्किंग, अग्निशमन,  चिकित्सा तथा सुरक्षा संबंधी बिन्दुओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा।
किसान महापंचायत  में जिला स्तर पर कलेक्टर द्वारा इन प्रतिनिधियों की सूची को स्थानीय जन-प्रतिनिधियों  से विचार-विमर्श कर अंतिम रूप दिया जायेगा। इस महापंचायत में लगभग 90 हजार से एक लाख किसान प्रतिनिधि भाग  लेंगे। प्रत्येक जिले से भेजे जाने वाले किसान प्रतिनिधियों के लिए बसों की व्यवस्था  संबंधित जिलों के कलेक्टर द्वारा की जायेगी। प्रत्येक बस में औसतन 50 किसान प्रतिनिधियों को भेजा जायेगा। इस बस के साथ किसान कल्याण तथा कृषि विकास  विभाग के जिले अमले से एक सम्पर्क अधिकारी नियुक्त किया जायेगा। यह अधिकारी किसान प्रतिनिधियों  के साथ जिले से ही भोपाल आयेगा और उनके साथ वापस जायेगा।
सभी जिलों द्वारा  मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड में स्थापित कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0755-2550834 एवं फैक्स नम्बर 0755-2764654  में जिलों से आने वाली बसों की संख्या की जानकारी दी जायेगी। इसी संख्या  के अनुपात में अग्रिम राशि जिले के कलेक्टरों को दी जायेगी जो इसे संबंधित संपर्क अधिकारी  को देंगे।
भोपाल शहर से गुजरने  वाले समस्त राजमार्गों पर भोपाल शहर की सीमा के निकट मण्डी बोर्ड द्वारा कैम्प लगाये  जायेंगे। इन कैम्प स्थलों पर आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था होगी जहां किसान प्रतिनिधि  रुककर विश्राम तथा भोजन आदि करेंगे। इस व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के  लिए प्रत्येक जिले द्वारा रवाना की गई बसों की संख्या तथा उनमें सवार किसान प्रतिनिधियों  की संख्या की जानकारी मण्डी बोर्ड के कन्ट्रोल रूम को दी जायेगी।
सभा स्थल पर शासन  की जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन संबंधी प्रदर्शनी जनसंपर्क, कृषि, सहकारिता  और विभिन्न विभागों से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जायेगी। इस प्रदर्शनी में शासन के सभी  विभाग उनके द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं, उत्पादों  आदि की जानकारी व साहित्य उपलब्ध करायेंगे। प्रदर्शनी के लिए आवश्यक स्टाल आदि मण्डी  बोर्ड द्वारा तैयार किए जायेंगे जो संबंधित विभागों को 10 फरवरी,  2008 तक नि:शुल्क उपलब्ध करा दिये जायेंगे। इसके लिए समन्वयक प्रबंध  संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड रहेंगे।
किसान कल्याण तथा  कृषि विभाग के प्रमुख सचिव श्री प्रवेश शर्मा ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश  दिए हैं कि प्रत्येक जिले द्वारा किसान प्रतिनिधियों के चयन में सभी वर्ग के किसानों  को शामिल किया जाये। विशेष रूप से लघु व सीमांत कृषकों व महिला किसानों को किसान महापंचायत  में भाग लेने का मौका दिया जाये। फसल उत्पादन के अतिरिक्त उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य  पालन आदि से जुड़े किसानों का भी इस किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए चयन किया जाये।  इस संबंध में कलेक्टर द्वारा संबंधित विभाग से समन्वय कर कार्यक्रम निर्धारित किया  जायेगा।
किसान कल्याण तथा  कृषि विकास विभाग के मैदानी अधिकारी जिले में किसानों से विचार-विमर्श के बाद उनकी  समस्याओं और सुझावों की जानकारी तैयार करके लायेंगे जिसे किसान प्रतिनिधि भोपाल में  मुख्यमंत्री को सौंप सकेंगे। इस संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर प्रमुख  सचिव श्री प्रवेश शर्मा या प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड श्री एस.एस.  उप्पल से स्थापित कन्ट्रोल रूम में सम्पर्क किया जा सकता है।
 
 
 
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