योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचायेगीं दीनदयाल समितियाँ -पारस जैन
मुरैना 21 जुलाई 2007
प्रदेश सरकार की मंशा है कि स्वरोजगारमूलक तथा जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सबसे पहले समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे । सरकार ने इसी मकसद से दीनदयाल अन्त्योदय समितियों का गठन किया है । यह बात जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री पारस जैन ने आज मुरैना में जिला स्तरीय दीनदयाल अन्त्योदय समिति की प्रथम बैठक को सबोधित करते हुए कही । उन्होंने जिला समिति के सदस्यों का आव्हान किया कि वे सरकार की मंशा को फलीभूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें । उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में 31 सदस्यीय जिला स्तरीय दीनदयाल अन्त्योदय समिति का गठन किया गया है । जिला कलेक्टर इस समिति के सदस्य सचिव बनाये गये है ।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने दीनदयान अन्त्योदय समिति के गठन के उद्देश्य के संबध में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि समिति उद्योग विभाग के स्वरोजगार कार्यक्रम, भूमिहीन, सीमांत और लघु कृषकों विशेष तौर पर अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लिए पशु पालन कार्यक्रम के ग्रामोद्योग के रूप में विकास में सहयोग करेगी । समिति आदिवासी, अनुसूचित जाति तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को रोजगार हासिल कराने , वनग्रामों में अधोसंरचना विकास एवं वनीकरण, अतिक्रमित वन भूमि का नियमानुसार व्यवस्थापन, कुटीर उद्योगों और ग्रामोद्योगों का विकास, दीनदयाल अन्त्योदय मिशन,मत्स्य पालन प्रसार, अनुसूचित जाति जन जाति वर्ग के कल्याण के लिए कार्यक्रम, , शिक्षा का लोकव्यापीकरण कार्यक्रम, ग्रामीण बसाहटों एवं शालाओं में पेयजल व्यवस्था एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र स्वच्छता कार्यक्रम का क्रियान्वयन, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सभी ग्रामों एवं घरों का विद्युतीकरण , लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के कार्यक्रम , संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन, चिकित्सा तथा महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम , ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच मार्गों के निर्माण के कार्यक्रम, ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसंरचना की कमियों को दूर करने का कार्यक्रम आदि के प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग करेंगी ।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सभाजीत यादव ने समिति के क्रिया कलापों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला ।
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