सोमवार, 7 जनवरी 2008

माहूं कीट से सरसों की फसल को बचायें

माहूं कीट से सरसों की फसल को बचायें

मुरैना 5 जनवरी 2008// इस समय मांहू का सरसों फसल पर आगमन हो चुका है मांहू की वृध्दि के लिए इस समय अनुकूल वातावरण हैं । किसान इस कीट से सतर्क रहें और सुबह-शाम जिस खेत में सरसों बोई गई है उसका भली-भांति निरीक्षण करते रहें ।

       मांहू पौधे के हरभाग पर आकृमण कर फसल के सभी भागों का रस चूसकर कमजोर कर देती है । जहां पर मांहू रस चुसती है यदि मांहू समाप्त हो जाये  उस स्थान पर फफूदीं विकसित हो कर पौधों को पूर्ण रूप से नष्ट कर देती है । इसलिए किसानों को सुझाव दिया जाता है कि जैसे ही खेतों में माहूं दिखें वैसे ही तुरन्त उसी दिन उसका उपचार अवश्य करें । इसके लिए बाजार में उपलब्ध दवा डेमोक्रोन, एन्डेसल्फान, एकालेक्स दवा को निर्धारित मात्रा में पानी में घोलकर फसल पर छिड़काव किया जा सकता है ।

 

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