हैण्डपंप मरम्मत के लिए आवश्यक पाट्र्स की कमी नहीं होना चाहिए
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री चौधरी चन्द्रभान सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि गर्मी के मौसम में पेयजल व्यवस्था के मद्देनजर हैण्डपंप मरम्मत के लिये आवश्यक पाट्र्स की कमी नहीं होना चाहिये। उन्होंने हैण्डपंप टैक्नीशियन्स को प्रत्येक सप्ताह में कार्य आबंटित कर मय स्पेयर पाट्र्स के वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
चौधरी चन्द्रभानसिंह ने विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री एवं कार्यपालन यंत्रियों को पेयजल संकट की स्थिति में हैण्डपंप मरम्मत के लिए जरूरी सामग्री का भण्डारण सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जिले में जहां नलकूप सूख गए हैं या भरे-पटे पड़े हैं, उनकी जानकारी साप्ताहिक रूप से संबंधित जिला कलेक्टर को उपलब्ध करायें। इस जानकारी में उन स्थानों का विशेष रूप से उल्लेख हो जहां पेयजल की समस्या अत्यंत गंभीर हो, जिससे कलेक्टर को पेयजल परिवहन कराने का निर्णय लेने में आसानी हो।
इसी प्रकार से उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जन-प्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र की नल-जल योजना अथवा भूजल संवर्धन योजना के प्रस्ताव प्राप्त कर उन्हें तत्काल स्वीकृत करें। जन-प्रतिनिधियों ने हैण्डपंप या नलकूप खनन के लिए जिन गांवों की सूची प्रदान की हो उनका कार्य स्थल परीक्षण के बाद तुरंत प्रारंभ किया जाये। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने कहा कि ठेकेदारों की कमी को ध्यान में रखते हुए मुख्य अभियंताओं को इस ग्रीष्मकाल में पीसवर्क पर कार्य करने की अनुमति पूर्व में ही दी जा चुकी है।
उन्होंने निर्देश दिये कि जिन ग्रामीण पेयजल प्रदाय योजनाओं की स्वीकृति वर्ष 2007-08 में प्रदान की गई है तथा जिनका कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हो सका है, उनके कार्य अप्रैल माह के अंत तक अनिवार्य रूप से प्रारंभ किये जायें।
लोक स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि ग्रीष्मकाल में यह सुनिश्चित किया जाये कि हैण्डपंप अथवा नलकूप रिपेयर के कार्य स्पेयर पाट्र्स की अनुपलब्धता से किसी भी हालत में नहीं रुकना चाहिए। इस कार्य में गति लाने के लिये सभी हैण्डपंप टेक्नीशियन्स को प्रत्येक सप्ताह कार्य आवंटित कर मय स्पेयर्स के वाहन उपलब्ध कराये जायें। उन्होंने मुख्य अभियंताओं को पेयजल संबंधी साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं।
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