सर्पदंश का उपचार संभव
मुरैना 15 मई07- डॉ. ओ.पी.शुक्ला की अध्यक्षता एवं डा. एच.एस.शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला मुरैना के मुख्य आतिथ्य में आई.एम.ए. की कार्यशाला आयोजित की गई । इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा ने सर्पदंश की नई उपचार प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी एवं डा. विकास दुबे ने भी इस पर अपना व्याख्यान दिया । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की कि सर्पदंश से किसी की मृत्यु न हो पाये, यह व्यवस्था तभी संभव है जबकि सर्पदंश के मरीज को बिना बंधन के बिना चीरा लगाये, बिना काट-पीट किये, एवं जिस अंग को सर्प ने काटा हो उस अंग को बिना हिलाये डुलाये, बिना साफ-सफाई के, बिना टोटके, टमके के शीघ्र अस्पताल लाया जाये ।
अब सर्पदंश के दोनो प्रकार के जहर न्यूरोटोक्सिन एवं हीनोटोक्सिन का उपचार पूर्ण रूप से संभव है और यह सभी दवा सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पताल एवं जिला स्तरीय अस्पताल में उपलब्ध है ।
इसके साथ ही मलेरिया पर भी अध्यतन जानकारी प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डा. माथुर मेडीकल कॉलेज ग्वालियर ने विस्तृत विवरण के साथ दी ।
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