शनिवार, 5 मई 2007

कोई भी मजदूर पलायन के लिए मजबूर न हो

कोई भी मजदूर पलायन के लिए मजबूर न हो

कलेक्टर द्वारा पेयजल और सूखा राहत कार्यों की समीक्षा

 

मुरेना 5 मई07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने पेयजल और सूखा राहत कार्यों की समीक्षा की तथा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए की सूखा प्रभावित ग्रामों में कोई भी मजदूर पलायन के लिए मजबूर न हों । बैठक में जिला पंचायत और जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, पशु चिकित्सा सेवा, कृषि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, सहकारी संस्थायें, भू-अभिलेख और नगरीय निकायों के अधिकारी उपस्थित थे ।

       पेयजल उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा के दौरान कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने अवगत कराया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समुचित पेयजल उपलब्ध कराने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं । कलेक्टर ने पेयजल समस्या की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पानी की टंकियों की नियमित रूप से सफाई कराई जाय और क्लोरीन अथवा ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर जल शुद्वीकरण की कार्रवाई की जाय । जिन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या है, उनमें हैंडपंप खनन कर समस्या का समाधान किया जाय । म.प्र. विद्युत मंडल के सहयोग से विद्युत अवरोध के कारण बंद नल जल योजनाओं को चालू कराया जाय तथा जिन क्षेत्रों के कुएें सूख गये हैं और हैंडपंपों में पानी नहीं आ रहा है तथा डेढ़ किलो मीटर तक पानी उपलब्ध नहीं है, उन क्षेत्रों में पेयजल परिवहन की समुचित व्यवस्था की जाय । उन्होंने जानबरों के लिए चारा पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । उन्होंने सांसद और विधायक मद से स्वीकृत हैंडपंपों के रख रखाव की कार्रवाई के निर्देश कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को दिए ।

       कलेक्टर ने कहा कि जिन हैंडपंपों में पाइप बढाने की आवश्यकता है वहां पर हैंडपंपों के गहरी करण की कार्रवाई की जाय तथा जिन कुएें और वावडियों में जल की उपलब्धता कम हो गई है, उनमें गहरीकरण की कार्रवाई कराई जाय । जलाभिषेक कार्यक्रम के अन्तर्गत 50 हजार रूपये तक के चैक डेम तैयार करने की कार्रवाई की जाय तथा रूफ वाटर हार्वेस्ंटिग और फील्डवाटर हार्वेस्ंटिग के संबंध में लोगों को प्रेरित किया जाय । उन्होंने सूखा राहत कार्यों पर लगे मजदूरों को मस्टररोल अनुरूप मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करने तथा कार्यस्थल पर मजदूरों के लिए पेयजल और छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए । उन्होंने कार्य समय सीमा में गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए पूर्ण कराने के निर्देश दिये और यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी स्थिति में मजदूरों का पलायन न होने पाये ।

 

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