बुधवार, 16 जनवरी 2008

संभागायुक्त द्वारा विकास कार्यों की समीक्षा दो सीईओ जनपद के विरूध्द कार्रवाई

संभागायुक्त द्वारा विकास कार्यों की समीक्षा दो सीईओ जनपद के विरूध्द कार्रवाई

मुरैना 16 जनवरी 2008// संभागायुक्त डा.कोमल सिंह ने आज यहां चम्बल भवन में मुरैना जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की और निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति के लिए दोषी दो जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के विरूध्द अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिए बैठक में विधायक सुमावली श्री गजराज सिंह सिकरवार, कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा तथा समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और विकास एवं निर्माण विभागों के अधिकारी उपस्थित थे

    संभागायुक्त ने विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जिन खराब ट्रांसफार्मरों के लिए 10 प्रतिशत राशि जमा कराई जा चुकी है,उन्हें 7 दिन के भीतर बदलने की कार्रवाई के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि विजली के लंबित देयकों का भुगतान करा कर बंद नल-जल योजनाओं को अविलम्ब चलू कराया जाय और यह सुनिश्चित किया जाय कि कहीं भी पीने के पानी की कोई समस्या न हो ।उन्होंने विद्युत अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर टूटे हुए तारों को बदलवाने और कम वोल्टेज की समस्या के निदान के तत्काल उपाय करें । उन्होंने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास पुरानी नल- जल योजनाओं की आवश्यक मरम्मत कराकर योजना को चालू कराने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है । बिजली के बकाया बिलों का भुगतान कराकर इस योजना का लाभ उठाया जाये ।

    सांसद और विधायक निधि के निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान संभागायुक्त ने काम की धीमी प्रगति पर गंभीर असंतोष व्यक्त किया और समस्त पुराने कार्यों को मार्च अंत तक आवश्यक रूप से पूर्ण कराने की सुनिश्चितता पर जोर दिया । उन्होंने कार्यों की असंतोष जनक प्रगति के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अम्बाह श्री वावूराम जाटव की तीन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मुरैना श्री दिनेश गुप्ता की दो वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व  क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर संचालित कार्यों की वस्तुस्थिति का निरीक्षण करें और अपने स्तर पर कार्यों की नियमित समीक्षा करें । उन्होंने मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिए कि वे जिला योजना अधिकारी के यहांसे जारी राशि के उपयोग की जांच ऑडीटर को भेजकर करायें और मुरैना जनपद द्वारा प्रथम किश्त की राशि  के उपयोग के बिना दूसरी किश्त की मांग की जांच भी करायें । उन्होने कहा कि परख कार्यक्रम के अंतर्गत नोडल अधिकारियों द्वारा संकलित जानकारी का सीईओ जनपद सत्यापन करें और एस.डी.एम. इसका नियमित परीक्षण करें । साथही प्रत्येक तीन माह में विधायक की अध्यक्षता में विधानसभा क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों की नियमित समीक्षा का सिलसिला निरंतर जारी रहे ।

 

कोई टिप्पणी नहीं :