मुरैना के नेत्र यज्ञ में 5372 लोगों को नई रोशनी मिली
कमिश्नर ने सराहा कलेक्टर की पहल और ट्रस्ट के सेवा कार्यों को
मुरैना 16 जनवरी 2008// स्थानीय पंचायती धर्मशाला में श्री सद्गुरू परिवार ट्रस्ट राजकोट (गुजरात) और जिला अंधत्व निवारण समिति के संयुक्त तत्वावधान में गत 15 दिसम्बरसे आयोजित '' नेत्र यज्ञ'' का समापन समारोह आज संभागायुक्त डा. कोमल सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं श्री हरिचरण दास जी महाराज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ । इस अवसर पर कलेक्टर श्री आकाशत्रिपाठी संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डा. एच.एस. शर्मा, सद्गुरू परिवार ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री दाना भाई डांगर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विकासदुबे तथा जिला अंधत्व निवारण समिति के सचिव डा. डी.के. ओमरे, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे । उल्लेखित है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह द्वारा 15 दिसम्बर को उद्धाटित इस नेत्र यज्ञ में 5372 लोगों के लैंस प्रत्यारोपण कर नई रोशनी प्रदान की गई ।
संभागायुक्त डा. कोमल सिंह ने कहाकि नेत्र दान सब से पुनीत कार्य है और इस कार्य में लगी संस्थायें बधाई की पात्र हैं । उन्होंने दूसरे राज्य सेयहां नेत्रदान के इस पुनीत सेवा कार्य के लिए आये सद्गुरू परिवार ट्रस्ट के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की । उन्होंने शिविर में शत- प्रतिशत सफल ओपरेशन करने के लिए चिकित्सकों को भी बधाई दी और मरीजों से भी आंखों की देखभाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि नेत्ररोगियों के जीवन में नई रोशनी लाने की कलेक्टर की यह पहल सराहनीय और अनुकरणीय है । उन्होंने कहाकि शासन की मंशा है कि सभी शिक्षिता स्वावलम्बी और स्वस्थ रहें । उन्होने जिला प्रशासन की ओर से सात लाख रूपये का चैक और रामजानकी दरवार की प्रतिमा ट्रस्ट के अध्यक्ष को प्रदाय की ।
कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि जिले को मोतियां बिंद से मुक्ति दिलाने के लिए सद्गुरू परिवार ट्रस्ट द्वारा 15 दिसम्बर से 15 जनवरी तक आयोजित इस शिविर में लक्ष्य से अधिक लेंस प्रत्यारोपण कर जो कीर्तिमान रचा है वह सराहनीय और अनुकरणीय है । उन्होंने शिविर आयोजन में दिए गये सहयोग के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया । उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय मुरैना में नेत्र ऑपरेशन थियेटर में नई व्यवस्था कर 8 टेबिलों पर एक साथ ऑपरेशन की व्यवस्था की गई थी ।
अपने अध्यक्षीय उद्वोधन में श्री हरिचरण दास जी महाराज ने कहा कि मानव की नेत्र ज्योति विधाता की अमूल्य धरोहर है । नेत्र ज्योति जाने से एक तरह से संसार नष्ट हो जाता है और जीवन में घनघोर अंधेरा छा जाता है । ट्रस्ट ने मानव के जीवन के इस अंधेरे को दूर करने का संकल्प लिया है । उन्होंने कमिश्नर, कलेक्टर को स्मृति चिन्ह,शॉल और गुरू श्री रणछोर दास जी का चित्र भेंट कर अपना शुभाशीष प्रदान किया ।
ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री दानाभाई डांगर ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा पूर्व में आयोजित 17 शिविरों में 14 हजार ओपरेशन किये जाचु के हैं । इस शिविर में 5372 ओपरेशन कर प्रदेशमेंएक नये इतिहास की रचना की गई है । उन्होंने कहा कि आज प्रदत्त सात लाख रूपये की राशि को ट्रस्ट के उपयोग में न लेते हुए सेवा कार्य में लगाया जायेगा । उन्होंने बताया कि इस शिविर में मरीजों को लाने व लेजाने के लिए दो मिनी बस और तीन टाटा सूमो बाहनों के साथ ही मरीजों के ठहरने, चाय नाश्ता और भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था की गई थी ।
संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डा. एच.एस.शर्मा ने कहा कि एक माह तक सभी प्रकार की सुचारू व्यवस्थाओं के लिए यह केम्प भविष्य में एक आदर्श केम्पके रूप में जाना जायेगा । उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में इतना विशाल शिविर शायद पहला ही है ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.बिकास दुवे ने कहा कि इस शिविर में हुए 5372 लेंस प्रत्यारोपण प्रदेश में अभी तक हुए शिविरों में ऑपरेशन की सर्वाधिक संख्या है ।
प्रारंभ में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष श्री ईश्वर भाई खख्खर ने ट्रस्ट का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । समापन समारोह का शुभारंभ हनुमान चालीसा के सामूहिक गायन से हुआ । कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के सचिव श्री महेन्द्र भाई दत्तानी ने किया ।
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