अब फ्री सैल से नहीं बटेगा कैरोसिन
मुरैना 24 दिसम्बर 2007 // कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कैरोसिन की कालाबाजारी पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए मुरैना जिले में कैरोसिन की फ्रीसैल वितरण व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है । ज्ञात हो कि जिले में नवीन राशन कार्ड पूरे नहीं बनने के कारण फ्रीसेल के माध्यम से पुराने राशन कार्डों पर 2 लीटर प्रति कार्ड के मानसे कैरोसिन का वितरण किया जा रहा था । अब समस्त उपभोक्ताओं के नवीन राशन कार्ड बन चुके हैं, इस लिए फ्रीसेल का कोटा समाप्त कर सभी 23 फ्रीसेल लायसेंस निरस्त कर दिये गये हैं ।
उल्लेखित है कि जिले में कुल 3 लाख 16 हजार 683 राशन कार्ड है । इनमें बी.पी.एल. के 69 हजार 222, अन्त्योदय के 16 हजार 528 और एपीएल 2 लाख 38 हजार 777 कार्ड हैं । बीपीएल और अन्त्योदय कार्डों पर 5 लीटर और एपीएल कार्डों पर 4 लीटर प्रति कार्ड के मान से कैरोसिन का वितरण कराया जा रहा है । नवीन राशन कार्ड के मान से जिले को 13 लाख 98 हजार लीटर कैरोसिन की जरूरत है, जबकि वर्तमान में 13 लाख 44 हजार लीटर कैरोसिन प्राप्त हो रहा है इसमें से 32 हजार 200 लीटर कैरोसिन 23 लासेंसियों द्वारा फ्रीसेल के माध्यम से वितरित कराया जा रहा था। अब फ्री सेल वितरण व्यवस्था के समाप्त हो जाने से 32 हजार 200 लीटर कैरोसिन का वितरण भी उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से कराया जायेगा ।
उपभोक्ताओं को खाद्यान्न सामग्री और कैरोसिन की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा कालावाजारी को सख्ती से रोकने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की 166 दुकानों के लिए तीन दिवसीय वितरण व्यवस्था लागू की गई है । इस व्यवस्था के तहत प्रत्येक माह की 21, 22 और 23 तारीख को सामग्री और कैरोसिन का वितरण नोडल अधिकारियों की देख रेख में कराया जा रहा है । वितरण व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए 13 जोनल अधिकारियों के अलावा संबंधित एसडीएम और वरिष्ट अधिकारी भी वितरण दिनांकों में भ्रमण कर सजग व सतर्क निगाह रखेहुए हैं । ग्रामीण क्षेत्रों में लागू इस व्यवस्था के कारण ग्रामीणों को खाद्यान्न, शक्कर ओर कैरोसिन आसानी से मिलने लगा है और सामग्री प्राप्त करने के लिए उन्हें दुकानों के भी बार.बार चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे हैं । इसी प्रकार शहरी क्षेत्र की 129 उचित मूल्य दुकानों के लिए भी कैरोसिन वितरण हेतु स्थान व दिनांक नियत हैं । निश्चित दिनांक व स्थान पर दुकानदारों द्वारा अधिकारियों की देख रेख में कैरोसिन का वितरण कराया जा रहा है । इससे कैरोसिन की कालाबाजारी बंद हुई है और उप भोक्ताओं को आसानी से कैरोसिन मिल रहा है । अब फ्री सेल वितरण व्यवस्था के समाप्त हो जाने से कैरोसिन की कालाबाजरी की संभावनायें पूरी तरह से खत्म हो गई है।
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