सोमवार, 15 सितंबर 2008

मलेरिया की रोकथाम के प्रभावी उपाय : दो दर्जन चिकित्सकीय दल तैनात

मलेरिया की रोकथाम के प्रभावी उपाय : दो दर्जन चिकित्सकीय दल तैनात

मुरैना 12 सितम्बर 08/ मुरैना जिले में मलेरिया रोग की रोकथाम के प्रभावी उपाय किये जा रहे है । जिले में 24 काम्वेट टीम क्षेत्र का सतत भ्रमण कर मलेरिया रोग पर प्रभावी नियंत्रण रख रही हैं। माह जनवरी से अभी तक 1 लाख 52 हजार 131 रक्त पट्टियों का संग्रहण कर जांच की जा चुकी है । माह अगस्त से अभी तक 30 हजार रक्त पट्टिकायों का परीक्षण किया गया है । नागरिकों से अपील की गई है कि वे मच्छरों से बचाव के उपाय करें और घरों के आस-पास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें । बुखार आने पर चिकित्सालय में जा कर परीक्षण कराने के पश्चात ही उपयुक्त दवा लें । नीम- हकीमों से सावधान रहें ।

       जिला मलेरिया अधिकारी डा. आर.सी. मंगल ने बताया कि कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता के निर्देशन में जिले में मलेरिया रोग की रोकथाम हेतु सबलगढ़ में 3, पहाडगढ़ में एक और कैलारस , जौरा , नूरावाद, पोरसा और खडियाहार में दो-दो चिकित्सक दलों का गठन किया गया है । यह दल प्रभावित ग्रामों का सतत भ्रमण कर रोगियों का उपचार कर रहे हैं और ग्रामीणों को स्वास्थ्य शिक्षा दे रहे है । मलेरिया रोग से प्रभावित ग्रामों में मच्छरों के विनष्टीकरण के लिए फोगिंग मशीन में धुआ छुडवाया गया है । नालियों और रूके हुए पानी में टेमीफोस दवा का छिड़काव कराया गया है और 25 हजार लार्वा भच्छी मछलियां छोड़ी गई है । सभी चिकित्सालयों और डिपो होल्डर के पास मलेरिया रोग से निपटने की सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं ।

       डा. मंगल ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे घरों के आस-पास गंदगी इकठ्ठी न होने दें । मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपडें पहने, पूरा शरीर ढंक कर रखें, मच्छर दानी का उपयोग करें, नीम की पत्ती का धुंआ कर और खिड़की- दरवाजों में मच्छर प्रूफ जाली लगायें ।

 

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