शुक्रवार, 27 अप्रैल 2007

निरीक्षण दल की रिपोर्ट के आधार पर तीन सहायक शिक्षक निलम्बित

निरीक्षण दल की रिपोर्ट के आधार पर तीन सहायक शिक्षक निलम्बित

 

मुरैना 25 अप्रेल07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने विद्यालयों में अनियमित रूप से अनुपस्थित रहने वाले तीन सहायक शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलम्वित कर दिया है । निलम्बन की यह कार्रवाई निरीक्षक दल और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जौरा के निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर की गई है।

       ज्ञात हो कि शासन द्वारा संचालित कल्याण कारी योजनाओं की मैदानी स्थिति जानने और क्रियान्वयन में गतिलाने के उद्वेश्य से कलेक्टर द्वारा प्रत्येक विकास खंड में गठित निरीक्षण दल द्वारा क्षेत्र का भ्रमण कर कलेक्टर को साप्ताहिक निरीक्षण प्रविवेदन भेजा जा रहा है । निरीक्षण दल की कार्रवाई के पर्यवेक्षण हेतु संबंधित एस.डी.ओ. द्वारा भी नियमित निरीक्षण किये जा रहे हैं ।

       निरीक्षण दल तथा एस.डी.ओ. जौरा के निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा कैलारस के सहायक शिक्षक श्री रोशन जाटव पिछले दो माह से अपनेर् कत्तव्य से अनुपस्थित पाये गये । इसी प्रकार पहाड़गढ जनपद के प्राथमिक विद्यालय ऊपरी वहराई के सहायक शिक्षक श्री मोहरसिंह कुशवाह और प्राथमिक विद्यालय निचली वहराई के सहायक शिक्षक श्री मनोज बाथम का सप्ताह में एक निश्चित दिन में ही स्कूल आना पाया गया। कलेक्टर ने उक्त शिक्षकों के कृत्य को गम्भीर अनियमिता मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्वित कर दिया है। इसी प्रकार एस.डी.ओ.जौरा के निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय जडेरू के संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 श्री मनोज कुमार शाला से अनुपस्थित पाये गये। उनके विरूद्व आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को दिये गये है ।

       ग्राम जडेरू, धोवनी,ऊपरी बहराई, निचली वहराई, बघेवर, शेखपुर आदि के ग्रामीणों ने निरीक्षण दल को पेयजल और बिजली की आपूर्ति तथा आंगनवाड़ी की अनियमितता संबंधी समस्या बताई। निरीक्षण दल की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को सख्त निर्देश दिये हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं भ्रमण करें और मैदानी अमले का भी नियमित भ्रमण सुनिश्चित कराकर खराब हैंडपंपों को तत्काल सुधारें जिन हैंडपंपों में पाइप विस्तार की जरूरत है,उनके भी कार्य करायें । उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकाल में किसी भी क्षेत्र में पेयजल की किल्लत नहीं आनी चाहिए । कार्यपालन यंत्री म.प्र. विद्युत मंडल को भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बेहतर बनाये रखने के लिए मैदानी अमले में कसावट लाने के निर्देश दिये गये हैं । जिला महिला बाल विकास अधिकारी को उक्त ग्रामों का स्वयं भ्रमण कर अनियमितता बरतने वाली कार्यकर्ताओं के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्रवाई की हिदायत की गई हैं। उप संचालक कृषि को सहायक कृषि विकास विस्तार अधिकारियों की नियमित उपस्थिति और भ्रमण सुनिश्चित कराने की ताकीद की गई है । उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को सहायक पशु चिकित्या अधिकारियों का नियमित भ्रमण सुनिश्चित कराने और की गई कार्रवाई का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं ।

 

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