सोमवार, 18 अगस्त 2008

अंचल में भारी वारिश से मुरैना शहर में छ: घण्‍टे तक आयी बाढ़

अंचल में भारी वारिश से मुरैना शहर में छ: घण्‍टे तक आयी बाढ़

मुरैना 18 अगस्‍त 08, कल 17 अगस्‍त को अचानक हुयी भारी वारिश ने लगभग ढाई तीन घण्‍टे तक जम कर शहर को तर बतर कर गलियों मोहल्‍लों को जलमग्‍न कर दिया ।

भारी वारिश से शहर मुरैना की मुख्‍य सड़क के अलावा गलियों मोहल्‍लों में बाढ़ आ गयी जिससे समूचा जन जीवन अस्‍त व्‍यस्‍त हो गया ।

लगभग छ: घण्‍टे तक शहर में बाढ़ बनी रहने के बाद जब पानी उतर कर गर्त में गया तब जाकर शहर वासीयों को राहत की सांस मिली ।

उल्‍लेखनीय है कि सीवर लाइन परियोजना अधूरी होने से शहर के एक नाले का ड्रेनेज सिस्‍टम चोक पड़ा है जिससे अब केवल एक अन्‍य नाला ही शहर का सारा पानी ढो कर बाहर ले जाता है जो अपनी क्षमता से अधिक जल मल दवाब होने पर दम तोड़ कर चोक हो जाता है । ऊपर से शहर में पॉलीथिन का भारी उपयोग होने से शहर की नालीयां व नाले स्‍वत: ही जाम हो जाते हैं । परिणामस्‍वरूप ऐसी भयावह परिस्थितियां निर्मित हो जातीं हैं ।

यह खैर रही कि 17 अगस्‍त को महज ढाई तीन घण्‍टे लगातार वारिश गिर कर थम गयी अन्‍यथा यदि दो घण्‍टे और वारिश इसी तरह बरसती रहती तो शहर के 70 फीसदी घरों में पानी घुस जाता और भिण्‍ड जैसे हालात निर्मित हो जाते । क्‍योंकि मुरैना के अधिकांश घरों की कुर्सी भराई (प्लिन्‍थ लेवल) बहुत नीची और खतरनाक है ।

हालांकि आज रात भर भी रह रह कर पानी गिरता रहा लेकिन रूक रूक कर पानी गिरना शहर के लिये खतरनाक नहीं है, बल्कि लगातार वारिश कईयों के लिये जान और माल हेतु खतरनाक सिद्ध हो सकती है ।      

 

 

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