मुरैना | 19-अक्तूबर-2012 रबी फसल के लिये इस वर्ष एक लाख 30 हजार 850 हेक्टेयर में चम्बल दाहिनी मुख्य नहर से सिंचाई करने का प्रस्ताव सिंचाई विभाग ने रखा है । जबकि पिछली वर्ष एक लाख 23 हजार 930 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई का प्रस्ताव था । पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष 6 हजार 920 हैक्टेयर में अधिक सिंचाई कराने का लक्ष्य प्रस्तुत किया है । यह बात कलेक्टर श्री डी.डी. अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में उपस्थित संस्थाओं के अध्यक्षों से कही । इस अवसर पर मुरैना विधायक श्री परसराम मुदगल, सबलगढ विधायक श्री सुरेश चौधरी, जौरा विधायक श्री मनीराम धाकड़, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री केदार सिंह यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, सिंचाई विभाग के एस.ई. श्री आर.पी. गुप्ता, कार्यपालन यंत्री श्री आर.पी.एस. झा, सबलगढ कार्यपालन यंत्री श्री आर.एम. शर्मा, जौरा कार्यपालन यंत्री श्री अनिल गुप्ता सभी सिंचाई एसडीओ सहित मुरैना जिले की सभी सिंचाई संथाओं के अध्यक्ष उपस्थित थे ।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान से छोडा गया पानी मुरैना जिले में 21 अक्टूबर को सुनहरा घाट सबलगढ की सीमा में प्रवेश करेगा और 25 अक्टूबर तक यह पानी अम्बाह-पोरसा क्षेत्र में रवी फसल के उपयोगार्थ लिया जा सकेगा । उन्होने कहा कि शासन का प्रयास है कि अंतिम छोर तक के किसानों को पानी पर्याप्त मात्रा में मिले, इसके लिए जिलास्तर के अधिकारी अभी से प्लानिंग कर रहे है । उन्होने कहा कि शुल्क शासन के नियम निर्देशों के तहत ही लिया जायेगा, इसके लिए जिला अधिकारियों के नियम निर्देश नहीं होगे । श्री अग्रवाल ने मैदानी अधिकारी से कहा कि वे क्षेत्रों में रूककर वास्तविक कैनालों की स्थिति से अवगत हो । श्री अग्रवाल ने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी नहरों में टूट-फूट, साफ-सफाई, मरम्मत कार्य को प्राथमिकता से देखें जहां आवश्यकता हो वहां दुरूस्त कराना सुनिश्चित करें । उन्होने कहा नहरों में फूटे पडे कुलावों, फूटे पडे पाइपों को अविलम्ब दुरूस्त करावें, पानी व्यर्थ न बहे यह सिंचाई विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें । सभी किसान को पानी बरावर मात्रा में मिले यह भी सुनिश्चित किया जाय । सिंचाई से संबंधित शिकायतों हेतु सिचाई विभाग कन्ट्रोल रूम की स्थापना करायें ।
कलेक्टर ने कहा कि एबीसी कैनाल की लम्बाई 169 कि.मी. है उस नहर में पानी पहले पहुचाया जायेगा, उसके वाद 15-15 दिन के ओसराबंदी के हिसाब से नहरों में पानी फुल टेलेण्ड से छोडा जायेगा जिससे निचले हिस्से वाले खेतों को भी पानी आसनी से मिले सके । श्री अग्रवाल ने कहा कि कैनालों में पानी के चलते समय सिंचाई विभाग के अधिकारी रात-दिन कैनाल पर भ्रमण करें, कही भी नहर टूटने की स्थिति निर्मित नही हो ।
बैठक में विधायक मुरैना श्री परसराम मुदगल, जौरा विधायक श्री मनीराम धाकड और विधायक सबलगढ श्री सुरेश चौधरी और श्री केदार सिंह यादव ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किये।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने कहा कि नहरों से मिलने वाला पानी किसान आवश्यकतानुसार उपयोग करें उसे व्यर्थ न होने दें । उन्होने कहा कि हर खेत को पानी मिले यह शासन की प्राथमिकता है । बस किसान यह तय करें कि आवश्यकतानुसार ही पानी का उपयोग किया जाये ।
संथाओं के अध्यक्ष के सुझाव पर एस.ई. श्री आर.पी. गुप्ता ने कहा कि शासन के नियमों का पालन किया जावेगा, अनलीगल किसी से अवैध पैसा बसूल नहीं होगा । सिंचाई के समय विभाग के अमीन हर खेत पर पहुचकर पानी का उपयोगा कर रहे किसानों से जानकारी प्राप्त करेंगे और उनसे हस्ताक्षर भी करायेंगे ।
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