रविवार, 5 अक्तूबर 2008

जौरा में पोषण पुनर्वास केन्द्र का शुभारंभ

जौरा में पोषण पुनर्वास केन्द्र का शुभारंभ

मुरैना 1 अक्टूबर 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने हेतु जगह-जगह पोषण पुनर्वास केन्द्रों को खोला जा रहा है । ग्रेड-चार में आने वाले शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को पुनर्वास केन्द्र पर 14 दिवस तक रख कर उनका इलाज कराया जायेगा व प्रोटीन युक्त भोजन देकर उसके पोषण स्तर में सुधार लाया जायेगा । केन्द्र के माध्यम से मां को भी पौष्टिक आहार के संबंध में प्रशिक्षित किया जायेगा । ये बिचार उन्होंने जौरा में पोषण पुनर्वास केन्द्र के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किये । उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जौरा में प्रसव कक्ष का भूमिपूजन और एक्सरे मशीन का लोकार्पण भी किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता सुमावली विधायक श्री गजराज सिंह सिकरवार ने की ।

       कलेक्टर ने कहा कि जिले में चार पोषण पुनर्वास केन्द्रों की स्थापना की जा चुकी है । कुपोषित बच्चों को इन केन्द्रों पर पहुंचाकर उनका बजन लिया जाता है और ग्रेड चार में आने वाले बच्चों को केन्द्र पर भर्ती कर उसे स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाता है । उन्होंने कहा कि शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को 25 रूपये के मान से पूर्ण पौष्टिक भोजन, उसकी मां को प्रतिदिन 30 रूपये का भोजन और महिला श्रमिक होने की स्थिति में 35 रूपये प्रतिदिन के मान से कुल 14 दिवस के 490 रूपये दिये जायेगे । इसके अलावा बच्चों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, ठहरने और मां को प्रशिक्षित कर घर जाने के लिए 100 रूपये दिये जायेंगे । महिला एवं बाल विकास की कार्यकर्ताओं द्वारा समय-समय पर बच्चों का परीक्षण किया जायेगा । पोषण पुनर्वास केन्द्र जौरा पर सभी बच्चों का बजन लेकर परीक्षण किया गया, जिसमें 10 बच्चे ग्रेड चार के पाये गये उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र पर भर्ती किया गया । शेष सभी बच्चों को प्रोटीन युक्त विस्कुट वितरित किये गये ।

       कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जौरा में 5 लाख रूपये से बनाये जा रहे प्रसव कक्ष का शिलान्यास किया और 1 लाख 39 हजार रूपये की एक्स-रे मशीन का लोकार्पण किया । उन्होने कु.आकांक्षा, सनम, आशिन्दी और मनू को लाड़ली लक्ष्मी योजना के बचत पत्र भी वितरित किये । श्री गुप्ता ने बी.एम.ओ की मांग पर 10 पलंग देने की भी बात कही ।

       सुमावली विधायक श्री गजराज सिंह सिकरवार ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने में पोषण पुनर्वास केन्द्रों का कार्य सराहनीय है । जिलें में अभी तक चार केन्द्र खोले जा चुकें हैं । उन्होने कहा कि महिलाओं और बच्चों की भलाई के लिए सरकार ने कल्याणकारी योजनायें संचालित की हैं । गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों को 20 हजार रूपये तक का मुफ्त इलाज, सभी खर्चे मिलाकर प्रत्येक बच्चे के जन्म पर 2400 रूपये तक का खर्च किया जा रहा है । लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रारंभ होने से लड़कों की अपेक्षा लड़कियों का रेसो भी समान होने जा रहा है ।  पूर्व में धरती संस्था के संचालक श्री देवेन्द्र भदौरिया ने पोषण पुनर्वास केन्द्र की रूप-रेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन श्री रामहेत त्यागी ने किया ।

       इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी जौरा श्री आर.पी.एस. जादौन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जनार्दन अतुलकर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री प्रदीप राय, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. हिमांशू शर्मा, श्री उदयबीर सिंह, श्री नीरज सिंघल, डा. गजेन्द्र तोमर, जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री आशीष पुरोहित, महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे ।

 

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