बी.एस.एन.एल. भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबा, कमर्चारीयों ने छेड़ी जंग
मुरैना बी.एस.एन.एल. में करोड़ों का बन्दर बांट, अधिकारी कर्मचारी आमने सामने
भ्रष्टाचार उजागर हुआ तो खिसियाये बी.एस.एन.एल. ने ग्वालियर टाइम्स का इण्टरनेट बन्द किया
किस्सा ए बी.एस.एन.एल.भ्रष्टाचार बनाम अंधेरगर्दी विद गुण्डागर्दी
किश्तबद्ध रिपोर्ताज भाग- 1
मुरैना 1 नवम्बर 2007 । बी.एस.एन.एल. यानि भ्रष्टाचार संचार निगम अनलिमिटेड, जैसा कि नाम से ही जाहिर है , और पूर्व में प्रकाशित एक समाचार में हमने वायदा किया था कि बी.एस.एन.एल. के मुरैना कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, अंधेरगर्दी और गुण्डागर्दी का हम खुलासा करेंगें । और हम अपना वायदा पूरा कर रहें हैं इस किश्तबद्ध रिपोर्ताज के जरिये ।
जैसा कि हमने आपसे कहा था कि बी.एस.एन.एल. के कतिपय अधिकारी कुछ म.प्र.शासन और कुछ दिल्ली भोपाल तक के स्तर के अधिकारीयों से व्यक्तिगत भ्रष्टाचाराना मित्रता या सम्बन्ध रखते हैं, और ग्वालियर टाइम्स डॉट कॉम पर साल भर कुछ विशेष समाचारों या आलेखों को प्रकाशित न किये जाने, या कुछ लोगों के फेवर में छापे जाने के लिये न केवल दवाब डालते हैं बल्कि डरा धमका कर और आतंकित कर भी दवाब बनाते हैं । यूं तो कोई उपभोक्ता अपना साल भर का एडवान्स बिल ब्राडबैण्ड इण्टरनेट के लिये जमा कर दे और अनलिमिटैड प्लान के तहत उपभोक्ता बने तो, कायदे से बी.एस.एन.एल. का फर्ज बनता है कि उस उपभोक्ता को साल भर नियमित व अबाध सेवायें मुहैया कराये । लेकिन अगर इसके बजाय ऐसा हो कि पहले तो कनेक्शन चालू करने के नाम पर रिश्वत मांगी जाये (हमारे पास लिखित सबूत हैं) और फिर इसकी शिकायत होने पर मुरैना से दिल्ली और भोपाल तक कोई कार्यवाही न की जावे, अंतत: उपभोक्ता द्वारा मजबूर होकर रिश्वत देनी पड़े तब कनेक्शन चालू किया जावे, और फिर कनेक्शन चालू होने के बाद भी उसे शिकायत करने के दण्ड के एवज में हर महीने में दो तीन बार पॉंच छह दिन के लिये यानि दस बारह दिन औसतन प्रतिमाह उसका कनेक्शन बन्द करा जावे तो इसे आप क्या कहेंगें अंधेरगर्दी, भ्रष्टाचार, अनसुनापन या गुण्डागर्दी या फिर कुछ और । इसके बावजूद साल पूरी होने से तीन महीने पहिले ही उसके कनेक्शन को काट दिया जाये तो इसे आप क्या कहेंगें , आप खुद सोचिये । (सारे सबूत हमारे पास हैं)
खैर इस किश्तबद्ध श्रंखला में स्वत: ही सारी बातें खुद ब खुद सामने आयेंगीं और खुलकर सामने आयेंगीं । आप पढ़ते जाइये हम बताते हैं कि देश में क्या हो रहा है । हम कितनी उन्नति कर रहे हैं ।
फिलवक्त इस रिपोर्ताज के लिये जो सामग्री और सबूत हमने एकत्रित किये हैं, उससे खिसियाये, बौखलाये मुरैना बी.एस.एन.एल. ने हमारा कनेक्शन हमारे एडवान्स भुगतान के बावजूद साल पूरी होने से तीन महीने पहिले ही डिसकनेक्ट कर दिया है । परिणामत: ग्वालियर टाइम्स पर हम कुछ समय अपडेशन नहीं कर पाये, वर्तमान में इस कनेक्शन की शिकायतें मुरैना से दिल्ली और भोपाल तक पेण्डिंग हैं भईया अभी तक तो कोई कार्यवाही हुयी नहीं, आगे देखते हैं क्या होता है, फिलहाल कनेक्शन बन्द है ।
बस एक बात जरूर मजेदार हुयी जैसा कि कहते हैं कि ''रहिमन विपदा हू भली, जो थोरे दिन होय, भलो बुरो सब आपनो जान परत सब कोय''
इस दरम्यान सारा मुरैना शहर हमारे साथ आ गया ओर लोगों ने अपने कनेक्शन हमें सुपुर्द और समर्पित कर दिये, चलो प्यारे कुछ दिन दूसरों के कनेक्शनों पर ही काम चलायेंगें । नो प्राब्लम । पहले अपना इकलौता कनेक्शन था अब यह संख्या हजारों में हो गयी है । जरूरत पड़ी तो वेबसाइट के रिसोर्स कोड जनता में बंटवा देंगें, चलो प्यारे ग्वालियर चम्बल के हर घर से होने दो अपडेशन । फिर क्या करोगे, यानि गब्बर सिंह की भाषा में कहें तो, कि बेटा हम तो गंगा नही ही लेंगें पर तेरा क्या होगा कालिया ।
क्रमश: जारी अगले अंक में .........
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