कडाके की सर्दी में दांतों की कटकटाहट .पंच, सरपंच एवं पंचायत सदस्यों के दावेदारों में गरमाहट
मुरैना..जिले का पारा तीन डिगरी से नीचे जाने से शहर में कड़ाके की सर्दी रही। शहर वासियों का शरीर के कारण कपकपाता तथा दाँत कट...कट.. करते हुयें देखे गये । सुर्य देवता अप्रशन्न दिखाई दिये। दिनों रात कोहरे की धुन्ध छाई रही किन्तु पंचायत चुनावों में पंच-सरपंच एवं जिला पंचायत व जनपद पंचायत के सदस्यों के पदों के दावेदारों में घोर सर्दी के बाबजूद भी गर्माहट बनी रही। ग्रामीण अंचल में चुनाव लडने वाले प्रत्याशी सर्दी की परवाह किये बगैर अपने अपने पक्ष में मतदाताओं की देहरी पर दस्तक दे रहे है। सर्दी के मौसम को देखते हुये लोग घर से रजाईयों से नहीं निकले और जो निकले वे मगोडे के ठेले को तलाश ते रहे किन्तु ठंड के कारण शहर में कोई मगोडे वाला दिखाई नहीं दिया। सर्दी का असर रोडों पर देखा गया। रविवार के दिन होने के कारण कलेक्ट्रट परिसर में सुनसान दिखाई दे रही थी।
कडाके की सर्दी से आमजनजीवन प्रभावित हो रहा है। समूचे उत्तर भारत में जारी सर्दी के प्रकोप का असर सडक ब बस यातायत पर भी दिखाई दिया घने कोहरे के चलते नेशनल हाइवे क्रमांक तीन तथा मुरैना से सवलगढ ,श्योपुर जौरा अंबाह पोरसा तथा भिन्ड की ओर जाने वाली बस व अन्य बाहन घने कोहरे के चलते सडक पर कम चलीं जिसके चलते यात्री परेशान दिखाई दिये यही हाल रेलवे स्टेशन पर दिखाई दिया जहां पर सर्दी में घंटो टे्रन का इंतजार करते रहे रविवार को भी मुरैना स्टेशन से गुजरने वाली अप और डाऊन यात्री रेल गाडिया अपने निर्धारित समाय से घंटों बिलंब से आई। शह में कडाके की सर्दी व घने कोहरे के चलते बडे बूढे जवान व बच्चचे घरों पर हह कैद रहे हांलाकि रविवार का दिन होने की बजह से आज स्कूल बंद रहे। सर्दी के प्रकोप का सर्वाधिक असर रोज कमा कर खने वाले मजदूरों पर जिन्हे कोहरे व हल्की बूंदा वादी के जलते रविवार को काम नही मिला और उन्हे विना काम के घर के लिये वापिस जाना पडा।
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