शुक्रवार, 4 जुलाई 2008

अपहृत नितिन तिवारी रिहा, तीन डकैत पकड़े, रामसहाय गूजर अपने साथीयों सहित बच निकला

अपहृत नितिन तिवारी रिहा, तीन डकैत पकड़े, रामसहाय गूजर अपने साथीयों सहित बच निकला

मुरैना 3 जुलाई 08, मुरैना पुलिस द्वारा आज रात को एक मुठभेड़ का दावा करते हुये विगत 29 मई 2008 से डकैत रामसहाय गूजर द्वारा अपहृत किये गये गांधी कालोनी मुरैना निवासी नितिन तिवारी पुत्र विशम्‍भर तिवारी को मुक्‍त करा लिया ।

पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हे कि नितिन तिवारी को उसके मित्रों शेरा उर्फ झबर सिंह गुर्जर निवासी पचोखरा, पपिया मुसलमान, एवं थान सिंह गुर्जर ने 29 मई को पीने खाने के बहाने एक नीले रंग की मारूति से लिवा ले गये और फरार डकैत रामसहाय गूजर निवासी ग्राम मोरोली जिला धौलपुर राजस्‍थान के गिरोह को सौंप दिया । डाकू रामसहाय गूजर द्वारा द्वारा अपहृत नितिन के परिजनों को लगातार धमकी देकर 30 लाख रूपये की फिरौती की मांग की जा रही थी । जिसके चलते पुलिस ने अपनी गुप्‍त रणनीति बनाई और अपहरणकर्ताओं के तमाम नाते रिश्‍तेदार दोस्‍त यारों से पूछताछ की गयी ।

पुलिस को विगत रात खबर मिली कि डकैत रामसहाय अपने गिरोह के साथ अपहृत नितिन तिवारी को लेकर चम्‍बल नदी पार करके कैमरा के बीहड़ में भगवानदास बाबा की जग्‍गा पर पड़ाव डाले हुये है । इस सूचना पर कार्यवाही करते हुये पुलिस ने भगवानदास बाबा की जग्‍गा पर दविश दी तो रात्रि 1 बजे जग्‍गा के चबूतरे पर कुछ लोगों की हलचल प्रतीत हुयी । जिस पर पुलिस ने डकैतों को ललकारा तो डकैत बीहड़ों में तितर बितर होकर भागे, जिनका पीछा किया गया तो तीन बदमाश डकेत रणजीत सिंह पुत्र मुरारी लाल गुर्जर, निवासी चपरौली, मोहन प्रकाश पुत्र मुरारी लाल गुर्जर, निवासी चपरौली, मनोज कुमार पुत्र अतर सिंह कड़ेरा निवासी तोर जिला धौलपुर पकड़े गये । अपहृत नितिन तिवारी डरा सहमा वहॉं बने एक कमरे में दुबका हुआ मिला ।

बकौल जनचर्चा

पूरे आपरेशन में फायरिंग नहीं हुयी । और अपहृत नितिनि तिवारी के बदले दिल्‍ली से डकैत रामसहाय गूजर की पत्‍नी और उसके बच्‍चों को पुलिस ने बंधक बना लिया था और डकैत रामसहाय गूजर को नितिन तिवारी को रिहा करने के लिये बाध्‍य कर दिया था । उल्‍लेखनीय यह है कि पहली बार इतिहास में ऐसा हुआ है जब कोई अपहृत बिना फिरौती दिये छूटा हो । इस बार वाकई पुलिस ने बिना फिरौती के, केवल पकड़ के बदले पकड़ वाले फार्मूले से नितिन तिवारी को रिहा करा लिया है । नितिन तिवारी के परिवार की ऐसी हैसियत नहीं थी कि वह फिरौती दे पाता । 

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