तीन बालिकायें लखपति बनी
मुरैना 17 मार्च 08/ पहाडगढ़ जनपद के दूरस्थ ग्राम जडेरू में गत शुक्रवार को आयोजित लोक कल्याण शिविर ने तीन बालिकाओं को लखपति बनने के अवसर प्रदान किये । ग्राम लोहरीपुरा की श्रीमती सुदामा श्याम सिंह सिकरवार की विटिया रागिनी, तथा निमास की श्रीमती सुनीता सेवाराम की बेटी मुस्कान और श्रीमती सोमवती मुकेश की विटिया शालू को कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने 6-6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र प्रदाय कर लाड़ली लक्ष्मी बनाया । इस अवसरपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा और जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री प्रदीप राय उपस्थित थे ।
ज्ञात हो कि शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक और आर्थिक स्तर में सुधार लाने तथा सुखद भविष्य के उद्देश्य से प्रारंभ की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत मुरैना जिले में अभी तक 503 बालिकाओं के पंजीयन किये गये हैं । पंजीकृत प्रकरण स्वीकृत हेतु महिला एवं बाल विकास संचालनालय भेजे गये हैं संचालनालय द्वारा 190 प्रकरणों में 11 लाख 40 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है । स्वीकृत प्रकरणों में प्रत्येक बालिका के नाम से 6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र प्रथम किश्त के रूप में वितरित किये जा चुके हैं । इक्कीस वर्ष की आयु पूर्ण होने पर तथा 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने पर और 12 वीं कक्षा की परीक्षा मेंसम्मिलित होने पर ये बालिकायें लखपति बन जायेंगी ।
यह योजना जनवरी 2006 या उसके पश्चात जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है, जिनके माता या पिता ने दो बच्चों के बाद नसबंदी करवा ली हो और आयकर दाता न हो । प्रथम प्रसव में बालिका का जन्म होने पर नसबंदी की वाध्यता नहीं है । जुड़वा बच्ची पैदा होने पर भी योजना का लाभ दिया जायेगा । इस योजना के तहत वालिका को 30 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है । यह अनुदान 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष के मान से लगातार पांच वर्ष तक राष्ट्रीय बचत पत्रों के माध्यम से दिया जाता है ।
इस योजना में बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौ वीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवी में प्रवेश पर सात हजार पांच सौं रूपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिए जायेंगे । बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने एवं 18 वर्ष के पहले विवाह न करने पर तथा कक्षा 12 वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा, जो एक लाख रूपये से अधिक होगा ।
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए 31 मार्च तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है । आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध है । आवेदन के साथ बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, माता या पिता का नसबंदी करवाने का प्रमाण पत्र, और पते के प्रमाण स्वरूप राशन कार्ड की प्रतिलिपि, परियोजना कार्यालय, पर्यवेक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 31 मार्च तक प्रस्तुत किये जा सकते है । अभिभावकों से अपील की गई है कि वे जनवरी 2006 के पश्चात जन्मी बालिका का 31 मार्च तक पंजीयन करायें और योजना का लाभ उठायें ।
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