शनिचरी अमावस्या पर फेल हुआ प्रशासन,शनि मन्दिर पर 3 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुँचे
मुरैना 14 जुलाई 07 । मुरैना के शनीचरा स्थित शनिदेव के मन्दिर पर आज शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर लगे मेले में 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शनि देव के दर्शन किये ।
देश भर के कोने कोने से आये शनि पीड़ा से व्यथित लोगों का जहॉं मेला दिन भर मन्दिर पर लगा रहा वहीं मन्दिर पर प्रशासन और शासकीय व्यवस्था भी ढुलमुल नजर आयीं , जिसके कारण महिलाओं और बच्चों को भारी परेशानी और अव्यवस्थाओं के कारण तमाम फजीहतों का सामना करना पड़ा ।
अनेक महिलाओं के वस्त्र इस दरम्यान फट गये वहीं स्नान कुण्डों पर भी भारी अव्यवस्थाओं के कारण तमाम मनचले और जेबकतरे लोगों की जेबें काटने और सामान गायब करने से भी नहीं चूके । वहीं स्नान रत महिलाओं को भी घूरते रहे । हालांकि महिलाओं और पुरूषों के लिये अलग अलग स्नान की व्यवस्था थी ।
प्रशासन पूर्वानुमान लगाने में असफल रहा कि अचानक इतनी ज्यादा भीड़ मन्दिर पर पहुँच जायेगी ।
व्याप्त अव्यवस्थाओं के कारण जहॉं शर्मनाक स्थितियां बन गयीं वहीं अनेक लोग शनिदेव के दर्शन से भी वंचित हो गये । कई लोगों को तो केवल मन्दिर को ही दूर से देखकर लौटना पड़ा ।
उल्लेखनीय है कि शनीचरा मन्दिर सारे देश का विख्यात शनि तीर्थ है और शनीचरी अमावस्या को यहॉं मेला लगता है जिसमें लोग अपने जूते चप्पल और पुराने वस्त्र आदि छोड़ कर जाते हैं साथ ही शनिदेव पर त्रिकटु व तेल लोहा आदि चढ़ाते हैं ।
मूर्ति दर्शन तक न पहुँच पाने वाले लोग दूर से ही ये सब चीजें फेंकते रहे जिससे काफी सारा सामान मन्दिर और मूर्ति तक न पहुँच कर दर्शनार्थियों की भीड़ पर ही गिरता रहा ।
मन्दिर में इन चीजों के जहॉं अम्बार लग गये वहीं टनों तेल भी मूर्ति पर चढ़ गया ।
सुव्यवस्थाओं के अभाव में दर्शनार्थी मन्दिर में भी एक दूसरे से होड़ के चक्कर में चढ़ बैठ पड़ रहे थे वहीं कीलें और लोहे के साथ बहते तेल से भी उन्हें काफी परेशानी हुयी । ऐसा लग रहा था कि जैसे वे तेल चढ़ाने या अन्य चीजें छोड़ने नहीं बल्कि खुद पर उल्टे चढ़वाने आये हों ।
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