सामाजिक, आर्थिक  मानकों का पुख्ता डाटा बेस तैयार करें - श्री वासन
केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री श्री जी के वासन  ने देश के सांख्यिकीविदों से कहा कि वे विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मानकों के ऐसा पुख्ता  डाटा बेस तैयार करें जिससे कि केन्द्र और राज्य सरकारों को योजना बनाने और नीति निर्धारण  में सहायता मिले । श्री वासन ने केन्द्र और राज्यों के सांख्यिकी संगठनों के दो दिवसीय  सम्मेलन का उद्धाटन करते हुए यह बात की । 64वें राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के लिए आयोजित इस सम्मेलन को प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण नाम दिया गया है । श्री  वासन ने कहा कि आर्थिक विकास के लिए जरूरी आंकड़ों की पहचान की जानी चाहिए ताकि सांख्यिकीय  तंत्र से संबंधित राष्ट्रीय नीति और प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जा सके ।
श्री वासन ने कहा कि 64वें आयोजन के विषय सरकार की प्राथमिकताओं  और 11वीं पंचवर्षीय योजना के उद्देश्यों को ध्यान  में रखकर चुने गए हैं । पहली जुलाई, 2007 से शुरू हो रहे राष्ट्रीय मानक सर्वेक्षण  में शिक्षा पर खर्च, पलायन , रोजगार और बेरोजगारी, उपभोक्ता खर्च जैस विषय शामिल किए जाएंगे  । इन विषयों से जो आंकड़े प्राप्त होंगे उनसे इन क्षेत्रों में सरकार की प्राथमिकताओं  और उद्देश्यों के अनुरूप प्रमाण आधारित नीतिपरक फैसले लेने में आसानी होगी ।
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष प्रो0 एस डी तेंदुलकर ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण के लिए आंकड़े इकट्ठा करने के कार्य में भी संशोधन किया  जा रहा है । प्रो0 तेंदुलकर ने कहा कि जब तक जांचकर्ताओं में  जवाब देने वालों से घनिष्टता बनाने और गुणवत्ता परक आंकड़े जुटाने का कौशल नहीं होगा  तब तक ये पहल अपने उद्देश्य को हासिल नहीं कर सकती । उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र  में इतना व्यापक सर्वेक्षण दस साल के अंतराल के बाद किया जा रहा है ।
 
 
 
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