शनिवार, 14 अप्रैल 2007

प्रधानमंत्री रोजगार योजना में मुरैना, प्रदेश में अव्वल

प्रधानमंत्री रोजगार योजना में मुरैना, प्रदेश में अव्वल

 

मुरैना 13 अप्रेल07- प्रधानमंत्री रोजगार योजना के अन्तर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र मुरैना को गत वित्त वर्ष में 450 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य सौंपा गया था । इसकी 104 प्रतिशत पूर्ति करते हुए 467 हितग्राहियों को 2 करोड़ 61 लाख रूपये का ऋण वितरण कर मुरैना जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है ।

       महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री नानक सूर्यवंशी के अनुसार रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार योजना के तहत स्वीकृत ऋण का वितरण 30 सितम्बर 2007 तक कराना था, लेकिन मुरैना जिले के इतिहास में पहली बार स्वीकृत ऋण का शत प्रतिशत वितरण 31 मार्च2007 तक सम्पन्न कराया गया । योजना के अन्तर्गत ऋण की स्वीकृति और वितरण में मुरैना प्रदेश में अव्वल रहा ।

       इसी प्रकार रानी दुर्गावती स्वरोजगार योजना में 105 हितग्राहियों को साढे बारह लाख रूपये के ऋण वितरण का लक्ष्य मिला था । इसकी तुलना में विभिन्न बैंकों के माध्यम से 107 प्रकरणों में 51 लाख 97 हजार 500 रूपये के ऋण स्वीकृत कराये गये । अनुसूचित जाति के 94 और जनजाति के 3 हितग्राहियों को मार्जिन मनी का लाभ दिया गया । योजना के अन्तर्गत भौतिक लक्ष्य की 107 और वित्तीय लक्ष्य की 400 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई है ।

       दीनदयाल रोजगार योजना में 6 लाख 96 हजार 600 रूपये के वित्तीय लक्ष्य की तुलना में 9 लाख 24 हजार रूपये की मार्जिन मनी स्वीकृत ऋण प्रकरणों में उपलब्ध कराई गई । इससे 90 हितग्राही लाभांवित हुए । जिले में 400 लघु उद्योगों की स्थापना के लक्ष्य की तुलना में 404 लघु       उद्योगों की स्थापना कराई गई । अनुसूचित जाति के 88 और जनजाति के 5 हितग्राहियों को लघु उद्योगों की स्थापना हेतु सहायता उपलब्ध कराई गई ।

       उद्योग आयुक्त द्वारा वर्ष 2006-07 में प्रति इकाई प्लांट मशीन में 5 लाख रूपये की पूंजी निवेश वाली 12 लघु उद्योग इकाईयों की स्थापना का लक्ष्य प्रदान किया गया था । इसकी तुलना में 13 ऐसी इकाइयों की स्थापना कराई गई, जिनमें 4 करोड़ 37 लाख रूपये प्लांट और मशीनरी में निवेश हुए । इस प्रकार औसत प्रति इकाई प्लांट मशीन में 34 लाख रूपये का पूंजी निवेश हुआ, जो उद्योग आयुक्त द्वारा निर्धारित पूंजी निवेश का 7 गुना अधिक है । पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम द्वारा विगत वर्षों में वितरित ऋणों में 2 लाख रूपये की वसूली की गई तथा आलोच्य वर्ष में दो हितग्राहियों को 6 लाख 75 हजार रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया ।

 

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