अब ग्रामीण सरकार की तैयारिया शुरू .सभी राजनैतिक दल हुए सक्रिय
अधिसूचना जारी होने से पूर्व किराये के वाहन अनुवंधित
मुरैना..शुक्र अस्त होने से आगामी 41 दिनों तक सभी मांगलिक कार्य बंद रहेगे इसलिये इसअवधि में पंचायत के संभावित चुनाव के लिये सभी राजनेतिक दलों ने ग्रामीण क्षेत्र में अपनी अपनी सरकार बनानें के लिये पूर्णमनोयोग के साथ तैयारिया शुरू कर दी है।नगरीय निकायों का चुनाव दलीय आधार पर सम्पन्न हो चुका है अब पंचायतों का चुनाव विना किसी दलीय आधार पर होने वाला है मगर फिर भी चुनावों में भागीदारी सभी राजनेतिक दलों के सक्रिय कार्यकर्ताओं की ही रहेगी इसलिये अपने अपने क्षेत्र में अपनी अपनी स्थिति मजवूत बनाने की सक्रियता सभी राजनेतिक दलों में आ चुकी है। अभियान को गति देने के लिये शहर व गांव में किराये पर उपलव्ध वाहनों को मनमाने किराये पर अनुवंधित करने की होड सभी इच्छुक प्रत्याशियों के मध्य देखने में आ रही है। हर प्रत्याशी किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने की मानसिकता के साथ हर वह ब्यवस्था करने में लगा है जिस के फलस्वरूप वह विजय प्राप्त करने में सफल हो सके राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अभी पंचायतों के चुनाव कराने के कार्यक्रम की कोई बिधिवत घोष्णाअभी नही की गई किन्तु निर्वाचन की सभी तैयारिया आयोग द्वारा पूर्ण कर ली गई है। इससे ऐसामाना जा रहा है कि नजदीक भविष्य में जल्दी से जल्दी पंचायत चुनावों क ी अधिसूचना जारी होने की संभावना है। अधिसूचना के जारी होने के बाद समय सीमित रह जावेगा इस लिये चुनाव लडने के लिये पहिले सेही मतदाताओं को अपने अपने पक्ष में करने का कला कौशल गांव की चौपालों पर दिखाई देने लगा है।
ग्रामीण सरकार के लिये त्रिस्तरीय रचना क्रम में ग्राम पंचायत , जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत का चुनाव होना है। ग्राम पंचायत में बार्ड पंच एवं सरपंच जनपद पंचायत व जिला पंचायत के सदस्यों का चुनाव सीधे ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा होना है। ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता अन्य चुनावों से अधिक पंचायतों के चुनाव में अधिक रूचि रख कर सिक्रयरहते है आम तौर से इस चुनाव मं शतप्रतिशत तक मतदान होते देखा गया है। गांव केरहवासियों के लिये पंच सरपंच का चुनाव अतिअधिक प्रतिष्ठा पूर्ण चुनाव होता है, हर ग्रामवासी अपने अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिये जीतोड मेहनत करता है। यहा तक इन चुनावों में जातिगत सघर्ष भी प्रभावी नही होता है। आम तोर से बिरोेध में जीने वाले दो पक्ष इस चुनाव के दौरान अपना विरोध भुलाकर एकमत होते हुए भी देखे गये है। एकमत होने के लिये नातेदार रिस्तेदार एवं इष्ट मित्रों का सराहनीयसहयोग भी लिया जाता है। पंचायत चुनाव में केन्द्र की रोजगार गारंटी योजना तथा राज्य शाासन की लाडली लक्ष्मी योजना समेत विभिन्न योजनाये भी इस चुनाव में अहम भूमिकायेनिभायेगी।
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