शनिवार, 11 अक्टूबर 2008

शिवराज सरकार के खिलाफ बगावत, प्रचार विभाग गुस्‍साया छुट्टियों में काम नहीं करेंगे जनसम्पर्क अधिकारी और कर्मचारी

शिवराज सरकार के खिलाफ बगावत, प्रचार विभाग गुस्‍साया  छुट्टियों में काम नहीं करेंगे जनसम्पर्क अधिकारी और कर्मचारी

ऐन चुनाव के वक्‍त जब शिवराज सरकार जो कि केवल प्रचार प्रसार के भरोसे ही अगला चुनाव जीतने की कवायद कर रही है ऐसे समय में सरकार के प्रचार विभाग के कर्मचारी बगावत का झण्‍डा उठा कर खड़े हो गये हैं, जिससे शिवराज सरकार के चुनावी अभियान को तगड़ा झटका लगेगा । यह ज्ञातव्‍य है कि जहॉं लगभग सभी विभागों के कर्मचारी अवकाश के व्रक्‍त या दिनों में आराम फरमाते हैं तब भी जनसम्‍पर्क विभाग के कर्मचारी अपनी ड्यूटी बजाते हैं, कहीं न कहीं कोई न कोई वी.आई.पी. कभी भी धमकता रहता है और जनसम्‍पर्क विभाग को अपनी छुटटी छोड़ कर कार्यक्रम कवरेज के लिये सदा मुस्‍तैद रहना होता है । कई बार तो ये कर्मचारी देर रात दो तीन बजे तक लगातार अपने काम पर लगे रहते हैं । इनके महत्‍व को कम आंक कर सरकार ने अपने गले में जो फांस फंसाई है वह तो आने वाले वक्‍त में ही पता लगेगा कि इसका अंजाम क्‍या होगा । बस इतना कहना काफी है, जिस नैया से वैतरणी पार हो, वही हिचकोले खाये तो क्‍या कहिये ।   - सम्‍पादक

   

ग्वालियर 10 अक्टूबर ।जनसंपर्क विभाग के मध्यप्रदेश भर के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी अपने प्रस्तावित विभागीय सेटअप लागू कराने में विभागाध्यक्ष के रूचि नहीं लेने के विरोध में वर्क-टू-रूल के तहत अवकाश के दिनों में कोई भी विभागीय कार्य संपादन नहीं करेंगे । यह पहला मौका होगा जब छुट्टियों के दिनों में जनसंपर्क संचालनालय सहित प्रदेश में स्थित सभी जनसंपर्क कार्यालय, सूचना केन्द्र और प्रेस प्रकोष्ठ बंद रहेंगे ।

       अपनी मांगों के लिये मध्यप्रदेश जनसंपर्क अधिकारी संघ, विभागीय तृतीय वर्गीय कर्मचारी संघ, वाहन चालक यांत्रिकी कर्मचारी संघ एवं लघु वेतन कर्मचारी संघ ने एक संयुक्त समन्वय समिति बनाकर विभाग में वर्क-टू-रूल लागू किया है । जिसके तहत अब जनसंपर्क के सभी कार्यालयों, सूचना केन्द्र और प्रेस प्रकोष्ठों में शासकीय कार्य दिवसों में केवल सुबह साढ़े दस बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक काम होगा । छुट्टी के दिनों में काम नहीं होगा।

       समन्वय समिति की प्रमुख मागों में विभागीय सेटअप की मंजूरी, विभागीय संचालक की पदस्थापना, राज्य सूचना सेवा का गठन, विभाग के कर्मचारी, अधिकारियों को समयमान वेतन की मंजूरी तथा सहायक जनसंपर्क अधिकारी के रिक्त पदों को एक बार पूरी तरह से विभागीय पदोन्नति से भरने की छूट देना शामिल है ।

      मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, मुख्य सचिव से संघ के पदाधिकारियों ने तीन बार मुलाकात की इन सभी का रूख सकारात्मक था और इस संबंध में आयुक्त जनसंपर्क को निर्देश दिये थे । लेकिन आयुक्त जनसंपर्क ने इस बारे में सार्थक एवं सक्षम पहल नहीं की, जिसकी बजह से कर्मचारी और अधिकारियों में गंभीर असंतोष व्याप्त है । इसी के परिणाम स्वरूप पहली बार जनसंपर्क में वर्क-टू-रूल लागू किया गया है ।

 

शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2008

ग्‍वालियर टाइम्‍स का इण्‍टरनेट टी.वी. प्रारंभ, अब घर बैठे ग्‍वालियर टाइम्‍स के इण्‍टरनेट टी.वी. का लुत्‍फ उठाया जा सकेगा

ग्‍वालियर टाइम्‍स का इण्‍टरनेट टी.वी. प्रारंभ, अब घर बैठे ग्‍वालियर टाइम्‍स के इण्‍टरनेट टी.वी. का लुत्‍फ उठाया जा सकेगा

मुरैना 8 अक्‍टूबर 08 । पिछले कई दिनों के गहन परीक्षण के उपरान्‍त ग्‍वालियर टाइम्‍स ने अपने इण्‍टरनेट टी.वी. ब्राडकास्टिंग के सभी चरण सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिये । उल्‍लेखनीय है कि पिछले लगभग एक महीने से ग्‍वालियर टाइम्‍स की टीम इण्‍टरनेट टी.वी. के प्रसारण के प्रायोगिक तकनीकी व व्‍यावहारिक परीक्षण में जुटी थी ।

इण्‍टरनेट टी.वी. के प्रसारण का बेसिक स्‍ट्रक्‍चर से लेकर अंतिम सफल प्रसारण योग्‍य परियोजना को ग्‍वालियर टाइम्‍स के टीम लीडर नरेन्‍द्र सिंह तोमर आनन्‍द ने तैयार किया है । और इसमें ग्‍वालियर टाइम्‍स को उम्‍मीद से कई गुना अधिक सफलता प्राप्‍त हो गयी ।

इण्‍टरनेट टी.वी. के सफल प्रसारण के साथ ही चम्‍बल घाटी में जन्‍मी वेबसाइट ग्‍वालियर टाइम्‍स अब विश्‍व की उन गिनी चुनी चुनिन्‍दा उच्‍च प्रौद्योगिकी से सुसज्जित वेबसाइटों में शामिल हो गयी है जो इस अति विशिष्‍ट व अति उच्‍चस्‍तरीय प्रौद्योगिकी का इस्‍तेमाल कर, इण्‍टरनेट को लोकोपयोगी व जन सेवीय बनाने में विश्‍व के मील के पत्‍थर साबित हुये हैं ।

अब टी.वी. प्रसारण के जरिये ग्‍वालियर टाइम्‍स के प्रसारण व प्रकाशन में न केवल निखार आ जायेगा बल्कि अब सदृश्‍य व सजीव प्रसारण तथा लाइव टेलीकास्‍ट एवं लाइव ब्राडकास्‍ट इण्‍टरनेट से सम्‍भव हो जायेगा । और ग्‍वालियर टाइम्‍स का इण्‍टरनेट टी.वी. विश्‍व का पहला हिन्‍दी भाषी इण्‍टरनेट टी.वी. होगा । अभी तक अन्‍य भाषाओं में यह चुनिन्‍दा सेवा उपलब्‍ध थी । अब समूचे विश्‍व में चम्‍बल से सीधे इण्‍टरनेट टी.वी. का प्रसारण सम्‍भव होगा । इसकी खास बात होगी कि सीधे केवल मोबाइल फोन से सीधा प्रसारण हो सकेगा । यदि किसी के पास इण्‍टरनेट सक्षम मोबाइल फोन होगा तो वह कहीं से कभी भी इण्‍टरनेट टी.वी. पर अपना सीधा प्रसारण कर सकेगा । यह वायरलैस इण्‍टरनेट से सम्‍भव हो गया है । इसके कारण जंगल में, या किसी प्राकृतिक आपदा में फंसे व्‍यक्ति या अन्‍य मुसीबत में फंसे व्‍यक्ति को अपना सजीव हाल इण्‍टरनेट पर समूचे विश्‍व में प्रसारित करने की सुविधा होगी और वह सहायता पा सकेगा ।

अति शीघ्र ही इसके चन्‍द अंतिम प्रसारण कदम पूरे करते ही वेबसाइट पर इसका प्रसारण प्रारंभ कर दिया जायेगा । अभी इसका प्रसारण कुछ तैयारीयां पूरी करने और समाचार वाचकों व अन्‍य कलाकारों के चयन के लिये तक के समय तक लंबित रखा गया है, प्रारंभ में समाचार वाचन से इसको शुरू किया जायेगा ।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा विमानतल पर श्री अर्जुन सिंह की अगवानी

पाँच साल में शिक्षा सुविधाओं का अद्वितीय विस्तार : मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह

केन्‍द्रीय मंत्री श्री अर्जुन सिंह द्वारा दो केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों का शिलान्यास

 

प्रदेश को एजुकेशन हब बनाने के ठोस प्रयास : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार के प्रयासों से स्थिति बेहतर हुई है। प्रदेश को एजुकेशन हब के रूप में विकसित करने के ठोस प्रयास किये जा रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि शीघ्र ही प्रदेश एज्यूकेशन हब बनेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज भौरी ग्राम में भारतीय विज्ञान शिक्षण और अनुसंधान संस्थान और योजना तथा वास्तुकला विद्यालय के संयुक्त शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में देश की प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थाओं के संस्थान खोलने के लिये निजी विश्वविद्यालय अधिनियम लागू किया गया है। इस अधिनियम के अंतर्गत प्रदेश में 19 निजी विश्वविद्यालय स्थापित करने के करारनामे हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश की विशाल आबादी, जो अभी हमारी कमजोरी है, को शिक्षित और कौशलपूर्ण बनाकर हम अपनी ताकत में बदल सकते हैं। उन्होंने विज्ञान, अभियांत्रिकी, चिकित्सा और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सिलीकॉन वैली सहित सम्पूर्ण विश्व में भारतीय दबदबे का हवाला देते हुए कहा कि यह शिक्षा सुविधाओं में विस्तार का ही परिणाम है। श्री चौहान ने सागर में चिकित्सा, जबलपुर में पशु चिकित्सा और ग्वालियर में कृषि विश्वविद्यालय तथा प्रदेश के अन्य नगरों में विषय विशेष पर केन्द्रित महाविद्यालयों की स्थापना की भी जानकारी दी। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लागू की गयी अभिनव योजना लाड़ली लक्ष्मी के लाभ को भी शिक्षा के साथ जोड़ा गया है। इसी तरह गॉव की बेटी योजना भी छात्राओं को उच्च शिक्षा लेने के लिये प्रेरित कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को एजुकेशन का हब बनाने के राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग के लिये केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री अर्जुन सिंह का आभार व्यक्त किया। श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र और राज्य में किसी भी दल की सरकारें हों, चुनाव के समय को छोड़कर, लक्ष्य दोनों का प्रदेश और देश का विकास ही होना चाहिये।

समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुनसिंह ने कहा कि प्राथमिक और उच्च शिक्षा सुविधाओं के विस्तार में संतुलन बनाकर ही देश को सच्चे अर्थों में शिक्षित बनाया जा सकता है। श्री सिंह ने कहा कि इसी उद्देश्य से उच्च शिक्षा सुविधाओं के मध्यप्रदेश सहित देशव्यापी विस्तार के साथ ही प्राथमिक शिक्षा के लिये सर्वशिक्षा अभियान भारत सरकार द्वारा संचालित किया गया है। श्री सिंह ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश को भी पर्याप्त राशि मुहैया करवायी गयी है। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि प्रदेश अभियान के उद्देश्य को प्राप्त करेगा।

श्री अर्जुन सिंह ने कहा कि पिछले पाँच साल में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश में शिक्षा सुविधाओं के विस्तार का उन्हें जो अवसर मिला है, वह अद्वितीय है। श्री सिंह ने कहा कि 11वीं पंचवर्षीय योजना में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिये 84 हजार करोड़ का प्रावधान रखा गया है।

श्री अर्जुन सिंह ने कहा कि जहाँ तक विज्ञान शिक्षण का प्रश्न है अब महज किताबी पढ़ाई महत्व नहीं रखती। विज्ञान आज विश्व की भाषा है। कोई काम तभी सार्थक होता है जब उसके जरिये व्यापक जनहित को पूरा किया जा सके। श्री सिंह ने कहा कि इसीलिये भोपाल सहित पूरे देश में पाँच विज्ञान शिक्षण और अनुसंधान संस्थान स्थापित किये जा रहे हें। उन्होंने बताया कि 500 करोड़ की लागत से भोपाल में स्थापित विज्ञान शिक्षण संस्थान शोध और आज की समस्याओं के समाधान के लिये छात्रों को तैयार करने और भारतीय प्रगति का नया मापदंड स्थापित करने का असली काम करेगा। श्री सिंह ने कहा कि वास्तुकला और योजना का परस्पर गहरा संबंध है। वास्तुकला के जरिये विकास की रूपरेखा बनाने के क्षेत्र में आज जो कमी है, उसे भोपाल में स्थापित हो रहा योजना और वास्तुकला विद्यालय पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में प्रदेश में कार्यरत अन्य संस्थाओं को भी यह विद्यालय नया आयाम देने में सहभागी बनेगा। श्री सिंह ने कहा कि दिल्ली के बाद यह देश का दूसरा विद्यालय है।

मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के अमरकंटक में कल ही देश के पहले और अनोखे जनजातीय विश्वविद्यालय ने काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के केम्पस उन सभी प्रदेशों में खुलेंगे जहाँ जनजातीय आबादी की बहुलता है। श्री सिंह ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से भारतीय जनजातीय स्वरूप को नयी शैक्षणिक पहचान मिलेगी और जनजातीय विद्यार्थी बहुत कुछ ऐसा जानेंगे, जिससे वे अपरिचित है।

श्री सिंह ने केन्द्रीय शिक्षण संस्थाओं की मध्यप्रदेश में स्थापना के लिये राज्य सरकार द्वारा दिये जा रहे सहयोग के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नागरिक के नाते वे प्रदेश के विकास खासतौर से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिये प्रयास कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि इंदौर देश का पहला शहर है जहाँ भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय अभियांत्रिकी संस्थान एक साथ कार्यरत होंगे।

समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री सुरेश पचौरी विशेष रूप से मंचासीन थे

वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि करीब 1000 करोड़ की लागत से स्थापित हो रहे इन दोनों संस्थानों से प्रदेश का शैक्षणिक पिछड़ापन दूर होगा। श्री गौर ने श्री सिंह से बी.एच.ई.एल., भोपाल के आधिपत्य की 2000 एकड़ जमीन राज्य सरकार को वापस दिलाने का भी अनुरोध किया।

मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने कहा कि 11 वीं पंचवर्षीय योजना में 19.5 फीसदी प्रावधान शिक्षा के लिये किया गया है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी मानी जा रही है। इसी के मद्देनजर मानव संसाधन विकास विभाग ने देश में 8 नये अभियांत्रिकी संस्थान, 2 प्रबंधन संस्थान, 5 विज्ञान शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, 2 वास्तुकला और योजना विद्यालय, 30 केन्द्रीय विश्वविद्यालय, 1000 पॉलीटेक्निक, 373 महाविद्यालय, 20 ट्रिपल आई.टी., 20 सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान और एक नया जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित किया है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा मिशन की स्थापना भी प्रस्तावित है।

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि उच्च शिक्षा के वैश्वीकरण और युवाओं की आकांक्षाओं की चुनौतियों का सामना करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय देश में शैक्षणिक सुविधाओं के विस्तार और शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण और कौशलबध्द बनाने के लिये प्रतिबध्द है।

प्रारंभ में श्री अर्जुन सिंह, मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर समारोह की शुरूआत की। मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने श्री अर्जुन सिंह, अतिरिक्त सचिव श्री अशोक ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री चौहान, विज्ञान शिक्षण और अनुसंधान संस्थान तथा योजना और वास्तुकला विद्यालय की अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्रीमती अंजु बनर्जी ने श्री बाबूलाल गौर और श्री सुरेश पचौरी का पुष्प-गुच्छ और शाल पहनाकर स्वागत किया। आभार प्रदर्शन संस्थान के निदेशक प्रो. विनोद कुमार ने किया। श्री कुमार ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। समारोह का संचालन सुश्री उमा अय्यर ने किया।

समारोह में जनप्रतिनिधि, संभाग आयुक्त श्री पुखराज मारू, कलेक्टर श्री मनीष रस्तोगी, वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी और शिक्षा जगत के विशिष्ट हस्ताक्षर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा विमानतल पर श्री अर्जुन सिंह की अगवानी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह के पूर्व राजा भोज विमानतल पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह की अगवानी की।

 

गुरुवार, 9 अक्टूबर 2008

अन्तर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को

अन्तर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को

मुरैना 7 अक्टूबर 08/ समुदाय में व्यक्तिगत स्वच्छता और समग्र स्वच्छता को बढावा देने के लिए 15 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस मनाया जायेगा । इस कार्यक्रम को गिनीज बुक और लिमिका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया जा रहा है । यह कार्यक्रम समस्त शासकीय एवं अनुदान प्राप्त प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में मनाया जायेगा ।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा के अनुसार इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है तथा 8 अक्टूबर को जनपद स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित है । इसमें प्रत्येक संकुल केन्द्र से तीन प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जायेगा । संकुल केन्द्र स्तर पर 11 अक्टूबर तक स्वचछता मित्र शिक्षक को प्रशिक्षित किया जायेगा । प्रत्येक गांव में छात्रों और शिक्षकों द्वारा 13 अक्टूबर को 11.30 बजे रैली निकाली जायेगी और किचिन शैड और स्कूल परिसर की साफ सफाई की जायेगी । हाथ धुलाई का कार्यक्रम 15 अक्टूबर को दोपहर 12.45 बजे से 1.15 बजे तक सभी स्कूलों में एक साथ चलेगा । कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ एस.डी.एम., एस.डी.ओ.पी. और सी.ई.ओ. जनपद द्वारा किया जायेगा । इस अवसर पर व्यक्तिगत और स्कूल परिसर की सफाई के लिए शपथ ली जायेगी । हाथ धुलाई के पश्चात दोपहर 1.30 बजे से 2.30 बजे तक सभी चिन्हित प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के तहत खीर-पूड़ी, लड्डू और आलू गोभी की सब्जी का विशेष भोज वितरित किया जायेगा । जिला परियोजना समन्वयक को कार्यक्रम की सतत मॉनीटरिंग के निर्देश दिए गये है ।

 

मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए अधिकारी नियुक्त

मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए अधिकारी नियुक्त

मुरैना 7 अक्टूबर 08/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन) श्री रामकिंकर गुप्ता ने राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार नगर पालिका की मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और अपील प्राधिकारी की नियुक्ति कर दी है ।

       नगर पालिका मुरैना के लिए उप जिला निर्वाचन अधिकारी रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, तहसीलदार मुरैना सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और कलेक्टर अपील प्राधिकारी रहेंगे । इसी प्रकार बानमौर के लिए अपर तहसीलदार बानमोर को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, नायव तहसीलदार श्री एल.के.मिश्रा को सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुरैना को अपील प्राधिकारी नियुक्त किया गया है ।

 

आई.सी.डी.एस. सप्ताह का आयोजन

आई.सी.डी.एस. सप्ताह का आयोजन

मुरैना 7 अक्टूबर 08/ मुरैना गांव में संचालित पांच आंगनवाडी केन्द्रों का इकजाई आई.सी.डी.एस. सप्ताह एकीकृत बाल विकास परियोजना मुरैना ग्रामीण में आयोजित किया गया ।

       कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम सरपंच द्वारा की गई । मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल के प्राचार्य उपस्थित थे । ग्राम चिकित्सक परियोजना अधिकारी (ग्रामीण) श्री उमेश कुमार सिंह, क्षेत्रीय पर्यवेक्षक श्रीमती रश्मि सक्सेना तथा आं.बा. कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने आयोजन में भाग लिया ।आई.सी.डी.एस. सप्ताह कार्यक्रम में पोषण आहार की प्रदर्शनी, गर्भवती महिला की गोदभराई की गई एवं छोटे बच्चों को अन्न प्राशन्न कराया गया । कार्यक्रम में स्वस्थ बच्चों एवं स्वस्थ किशोरियों की प्रतियोगिता कराई गई । स्वस्थ बच्चों में कु. सलोनी एवं स्वस्थ किशोरियों में कु. मोहिनी को 11-11 रूपये का इनाम दिया गया । सभी बच्चों को बिस्कुट वितरित किये गये । कार्यक्रम के अन्त में परियोजना अधिकारी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया ।

 

एक दर्जन वाहन स्वामियों के परमिट निरस्त

एक दर्जन वाहन स्वामियों के परमिट निरस्त

मुरैना 7 अक्टूबर 08/ संभागायुक्त एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार श्री एस.डी.अग्रवाल ने मोटरयान अधिनियम की धारा 86 के अंतर्गत वाहनों का संचालन नियमित रूप से नहीं पाये जाने पर एक दर्जन वाहन स्वामियों के स्थाई परमिट तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिये हैं ।

       सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार श्री शशिभूषण सिंह के अनुसार सर्वश्री दिलीपसिंह परमार का सांगोली से मुरैना, श्री निवास उपाध्याय का मुरैना से ग्वालियर, मलखानसिंह जादौन का चिन्नोनी से मुरैना, राधाचरण शर्मा का अम्बाह से उसेदघाट, हरचरण लाल गुप्ता का ग्वालियर से सबलगढ, सतेन्द्र सिंह परमार का मुरैना से पोरसा, केशव पाठक का ग्वालियर से मुरैना, रामप्रकाश शर्मा का तिलावली से मुरैना, बृजराज सिंह सिकरवार का चिन्नोनी से पोरसा, शशिकांत शर्मा का रघुनाथपुर से सबलगढ, गजेन्द्र सिंह सिकरवार का झुण्डपुरा से अम्बाह और राधाचरण शर्मा का अम्बाह से उसेदघाट तक का स्थाई परमिट वाहनों के अनियमित संचालन के कारण निरस्त कर दिया गया है ।