आज से देशभर में कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे बड़ी और आखिरी जंग शुरू हो गई है. पूरे देश में एक लंब इंतजार के बाद वैक्सीनेशन की शुरूआत हुई. कोरोना वैक्सीनेशन के पहले चरण फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन दी जा रही है जिसमें सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित रहने वाले राज्य महाराष्ट्र में भी आज से वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई लेकिन अब वैक्सीनेशन प्रोग्राम को राज्य में रोक दिया गया है.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि कोविड ऐप में टेक्निकल परेशानी की वजह से राज्य में दो दिन यानी 18 जनवरी तक कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम को रोका जा रहा है और ऐप के दोबारा ठीक से काम करने और डेटा के ठीक प्रकार से रिकॉर्ड होने के बाद राज्य में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
आपको बता दें कि इससे पहले ओडिशा राज्य में भी कोरोना वैक्सीनेशन के कार्यक्रम को रोका गया है लेकिन वहां कोविड ऐप की वजह नहीं बल्कि इस वजह से रोका गया है ताकि जिन लोगों को वैक्सीन दी गई है उनका ठीक प्रकार से परीक्षण किया जा सके. अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) प्रदीप महापात्र ने कहा, "हम वैक्सीन लेने वालों का निरीक्षण करना चाहते हैं. हालांकि सोमवार से सभी 3.28 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण अभियान जारी रहेगा."मुरैना में भी वैक्सीन का पहला टीका लगाने का काम शुरू हुआकोविड़ बीमारी से बचाव के लिये वैक्सीन का टीका लगवाकर सरकार सभी को जीवन दान दे रही है। यह बात तुस्सीपुरा निवासी श्री महेन्द्र श्याम लाल ने कही। श्री महेन्द्र श्याम लाल जिला अस्पताल में सफाई कर्मचारी है। श्री महेन्द्र श्याम लाल ने सरकार को इस बात के लिये धन्यवाद दिया कि सरकार ने सबसे पहले हम जैसे गरीब सफाई कर्मचारियों को कोविड़-सी की वैक्सीन लगवाकर कोविड़ जैसी भंयकर बीमारी से मुक्ति दिलाने की सोच रखी।
16 जनवरी शनिवार को जिले के सात सेन्टरों पर वैक्सीन लगाने की शुरूआत हुई। जिला चिकित्सालय मुरैना में बनाये गये सेन्टर पर सुबह से ही सफाई कर्मचारियों की चहल-पहल थी। कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन ने जिला चिकित्सालय के सेन्टर पर आकर वहां की व्यवस्थाओं को देखा और लगाई गई एल.ई.डी. पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सीधे प्रसारण को सुनवाया। कलेक्टर श्री कार्तिकेयन की उपस्थिति में सफाई कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया। सबसे पहले वैक्सीन का टीका गणेशपुरा निवासी श्री रामवीर वाल्मिक को लगवाया। श्री रामवीर पुत्र रामस्वरूप वाल्मिक जिला अस्पताल में सफाई कर्मचारी है। वैक्सीन का टीका लगवाने के बाद श्री रामवीर पुत्र रामस्वरूप ने कहा कि वैक्सीन का बहुत दिनों से इंतजार था, अब इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई है। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वैक्सीन से कोरोना रोग जड़मूल से समाप्त हो जाये। सभी लोग रोग मुक्त रहें। जिला चिकित्सालय के सफाई कर्मी श्री रामजीलाल ने वैक्सीन का टीका लगवाने के पश्चात् राहत की श्वास लेते हुये कहा कि अब मैं निश्चित हो गया हूं कि मुझे अब कोविड़ जैसी भयानक बीमारी नहीं होगी। मैं समय पर दूसरा टीका भी लगवाऊंगा और अगले फैस में अपने परिवार को भी वैक्सीन का टीका लगवाऊंगा। सफाई कर्मी रोहित ने वैक्सीन का टीका लगवाने के पश्चात् कहा कि वैक्सीन आ जाने से अब कोविड़ बीमारी नष्ट हो जायेगी, अब हम बेहिचक सफाई का काम करेंगे। हमें अभी तक सफाई कार्य करते समय कोविड़ वायरस का भय बना रहता था। सफाई कर्मी गोपाल रजक ने वैक्सीन लगवाकर कहा कि खुशी की बात है कि हमारी सरकार ने वैज्ञानिकों से वैक्सीन तैयार करवा ली और सबसे पहले हम जैसे सफाई कर्मचारियों को पहले ही फैस में टीका लगवाया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरसी बांदिल ने बताया कि जिले के जिला अस्पताल सहित कैलारस, सबलगढ़, पहाडगढ़, अम्बाह, पोरसा सहित रामनगर पी.एस.सी. पर वैक्सीनेशन सेन्टर बनाये है। प्रथम चरण में प्रतिदिन प्रत्येक केन्द्र पर 100-100 वैक्सीन के टीके लगाने की व्यवस्था की गई है।
वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले दिन 3,352 सत्र स्थलों पर 1.90 लाख से अधिक लाभार्थियों का कोविड-19 टीकाकरण किया गया और अब तक टीका लगाये जाने के बाद किसी को अस्पताल में भर्ती किये जाने का कोई मामला सामने नहीं आया है. सरकार ने यह बात कोरोना वायरस के खिलाफ भारत के व्यापक टीकाकरण अभियान के पहले दिन कही.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पहले दिन कोविड-19 टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया. उन्होंने कहा कि 3,352 टीकाकरण सत्र आयोजित किये गये जहां 1,91,181 लाभार्थियों को टीका लगाया गया. अगनानी ने कहा कि टीकाकरण सत्रों को आयोजित करने में 16,755 कर्मी शामिल थे.
जिन 11 राज्यों और केंद्रशासित में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों टीके लगाये गये वे असम, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को टीकाकरण अभियान की शुरुआत की.
एसडीएम ने जिला चिकित्सालय के आई.सी.यू. वार्ड का किया निरीक्षण एसडीएम मुरैना ने जिला चिकित्सालय के आई.सी.यू वार्ड, मैटरनिटी वार्ड, अल्ट्रासाउण्ड कक्ष का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में साफ-सफाई अच्छी पाई गई। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता उपस्थित थे।
राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मृतक परिजनों के बीच बैठकर ढांढ़स बंधाया
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राज्यमंत्री मंत्री लोक निर्माण विभाग श्री सुरेश धाकड़ ने श्रृद्धांजली दी |
विगत दिवस जौरा विकासखण्ड के अन्तर्गत शराब के पीने से 24 लोंगो की मृत्यु हुई थी। इस पर राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को मृतकों के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की और पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने अपनी ओर से मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रूपये देने की बात कही। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री श्री सुरेश धाकड़, अम्बाह विधायक श्री कमलेश जाटव, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री योगेश पाल गुप्ता, पूर्व मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना, पूर्व मंत्री श्री गिर्राज डंडोतिया, पूर्व विधायक श्री रघुराज कंषाना, श्री राकेश रूस्तम सिंह, सहित गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे। राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि मुरैना जिले में यह घटना दिल को झखजोर देने वाली घटना है। एक साथ धीरे-धीरे 24 लोंगो की मृत्यु बड़ी घटना है। मृतकों के परिजनों को लाभ मिले, ऐसा अनुरोध मुख्यमंत्री जी से मैं करूंगा। मृतक परिजनों को मेरी तरफ से 50-50 हजार रूपये दिये जायेंगे। हम सब मिलकर परिवार को ढांढ़स बंधाये, इस दुख की घड़ी में हम सबको दुख बांटने की जरूरत है। श्री सिंधिया ने यह बात ग्राम पहावली में दुख व्यक्त करते समय पत्रकारों से कही। इस बाद श्री सिंधिया छैरा, मानपुर गांवों में भी मृतक परिजनों के बीच पहुंचे।
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