1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से बचाव हेतु एलबेन्डाजोल की गोली खिलाई गई
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मुरैना | 11-फरवरी-2017 |
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आर सी बांदिल ने बताया कि
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अन्तर्गत मुरैना जिले के सभी शासकीय,
अशासकीय एवं आगनबाड़ी केन्द्रों पर 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से
बचाव हेतु एलबेन्डाजोल की गोली खिलाई गई इसी क्रम में कृमि मुक्ति दिवस का
शुभारम्भ सेन्ट मेरी स्कूल जिला मुरैना में किया गया। जिसमें जिला टिकाकरण
अधिकारी डॉ. अजय गोयल, डिप्टी मिडिया अधिकारी श्रीमती रामलली माहौर, एम.आई.
काडिनेटर श्री प्रदीप शर्मा एवं एन.डी.डी जिला कारडिनेटर श्री बृजकिशोर
शर्मा उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम में कृमि के बारे में बताया गया कि कृमि
मुख्यता तीन प्रकार के पाये जाते है। राउन्ड कृमि, व्हिप कृमि एवं हुक
कृमि। कृमि कई कारणों से बच्चे के पेट में पहुंच सकते है जिनमें नंगे पैर
खेलने से, बिना हाथ धोहे खाना खाने से, खुले में शौच करने से एवं साफ सफाई न
रखने से कृमि संक्रमण हो सकता है। कृमि संक्रमण के हानिकारक प्रभावों में
खून की कमी, कुपोषण, भूख न लगना, कमजोरी और बैचेनी, पेट दर्द, उल्टी और
दस्त आना, वजन में कमी आना प्रमुख कारण है। कृमि संक्रमण से बचाव हेतु 1 से
19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि मुक्ति दिवस पर कृमिनाशक गोली खिलाई गई। 1
से 2 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली एवं 2 से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी
गोली खिलाई गई यह गोली खाने में मीठी है एवं यह गोली चबाकर ही खाई जाती है
साथ ही खाना खाने के बाद ही यह गोली खाई जाती है खाली पेट नहीं। बच्चों
में कृमि नाशन के फायदे में खून की कमी में सुधार एवं बेहतर पोषण स्तर
प्रमुख है। जो बच्चे 9 फरवरी को किसी कारणवश कृमि की गोली खाने से वंचित रह
गये है उन बच्चो को 15 फरवरी 2017 को मॉप-अप दिवस के अन्तर्गत कृमि नाशन
की गोली खिलाई जाएगी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.सी बॉदिल
ने जिले के जनता से अपील की है कि जो बच्चे 9 फरवरी को गोली खाने से वंचित
रह गये है उन बच्चों को 15 फरवरी 2017 को कृमिनाशन की गोली अवश्य खिलवाये।
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