शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

Gwalior Times Live Morena Detailed News ग्वालियर टाइम्स लाइव मुरैना विस्तृत समाचार

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आयुक्त परिवहन ग्वालियर मुकेश जैन द्वारा मुरैना में पहुंचकर स्वयं यात्री बसों की चैकिंग की

Posted: 19 Feb 2021 05:35 PM PST

परिवहन विभाग के अवर सचिव मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर आयुक्त परिवहन ग्वालियर श्री मुकेश जैन द्वारा मुरैना में पहुंचकर स्वयं यात्री बसों की चैकिंग की। इस अवसर पर उप परिवहन आयुक्त चंबल संभाग मुरैना, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चंबल संभाग मुरैना श्रीमती अर्चना परिहार के साथ एसएस सिकरवार, प्रभारी परिवहन चैक पोस्ट मुरैना, परिवहन चैक सुरक्षा स्वाक्ड द्वारा 19 फरवरी को लगभग 3 यात्री बसों को विभिन्न स्थानों पर चैक किया। बिना बैध दस्तावेज एवं बिना परमिट एवं क्षमता से अधिक सवारियों को ले जाते हुये 7 यात्री बसों को बानमौर थाना मुरैना एवं पुरानी छावनी ग्वालियर में जब्त कर सुरक्षार्थ रखा गया। आयुक्त परिवहन के आदेश के पालन में एमपी-06-पीओ-0334 पर बानमौर में एफआईआर दर्ज कराई। चैकिंग के दौरान यात्री वाहनों से एक लाख 65 हजार 427 रूपये मोटरयान कर वसूल किया गया। यात्री वाहनों से अपराध में एक लाख 12 हजार 500 रूपये समन शुल्क वसूल किया गया। जब्त यात्री वाहनों से 1 लाख 20 हजार राजस्व प्राप्त होने की संभावना है।
    चैकिंग वाहन में 14 वाहन ओवरलोडिंग, 8 बस ओवरलोडिंग, 2 वाहन बिना फिटनेस, 2 वाहन बिना पीयूसी के, 3 वाहन बिना लायसेंस के, 1 बिना परिचालक, एक बिना बीमा चालान, 54 अन्य मोटरयान धाराओं में चालानी की कार्रवाही की गई 

सबलगढ़ और मुरैना में अवैध खनिज परिवहन के 8 प्रकरण पंजीबद्ध

Posted: 19 Feb 2021 05:29 PM PST

अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन एवं भण्डारण को प्रतिबंधित करने के शासन के निर्देशों के पालन में कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन के मार्गदर्शन में चलाई जा रही मुहिम के तहत बुधवार को 08 प्रकरण दर्ज किये जाकर कार्यवाही की गई।
     खनिज अधिकारी ने बताया कि तहसील सबलगढ़ में तहसीलदार सुब्रता त्रिपाठी, खनिज निरीक्षक एवं थाना प्रभारी पुलिस थाना सबलगढ़ द्वारा 5 ईंटों के वाहनों को जब्त कर थाना सबलगढ में खड़े करवायें। एक अन्य कार्यवाही में एसडीएम मुरैना, सीएसपी, थाना प्रभारी सिविल लाइन मुरैना के साथ खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक, पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुये 03 अवैध परिवहन के वाहनों को जब्त कर पुलिस लाइन मुरैना में खड़ा करवाया गया।
      अवैध परिवहन करने वाले कुल 08 वाहनों पर गौण खनिज नियमों एवं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के पालन में नियमानुसार कार्यवाही करते हुये माननीय कलेक्टर के न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा। जहां जुर्माना या राजसात की कार्यवाही गुणदोषों के आधार पर की जायेगी। यह कार्रवाही लगातार जारी है। 

अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन एवं भण्डारण को प्रतिबंधित करने के शासन के निर्देशों के पालन में कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन के मार्गदर्शन में चलाई जा रही मुहिम के तहत बुधवार को 08 प्रकरण दर्ज किये जाकर कार्यवाही की गई।
     खनिज अधिकारी ने बताया कि तहसील सबलगढ़ में तहसीलदार सुब्रता त्रिपाठी, खनिज निरीक्षक एवं थाना प्रभारी पुलिस थाना सबलगढ़ द्वारा 5 ईंटों के वाहनों को जब्त कर थाना सबलगढ में खड़े करवायें। एक अन्य कार्यवाही में एसडीएम मुरैना, सीएसपी, थाना प्रभारी सिविल लाइन मुरैना के साथ खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक, पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुये 03 अवैध परिवहन के वाहनों को जब्त कर पुलिस लाइन मुरैना में खड़ा करवाया गया।
      अवैध परिवहन करने वाले कुल 08 वाहनों पर गौण खनिज नियमों एवं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के पालन में नियमानुसार कार्यवाही करते हुये माननीय कलेक्टर के न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा। जहां जुर्माना या राजसात की कार्यवाही गुणदोषों के आधार पर की जायेगी। यह कार्रवाही लगातार जारी है।

क्षीर सागर अभियान से सुखद परिणाम परिलक्षित जल संरचनाओं से 10-15 फीट तक भू-जल स्तर में वृद्धि हुई

Posted: 19 Feb 2021 05:26 PM PST

जल संरचनाओं से ग्रामीणों में आई खुशहाली

जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के तहत मुरैना जिले में क्षीर सागर अभियान वर्ष 2018-19 से चलाया गया। जिसके सुखद परिणाम परिलक्षित हो रहे है। इस अभियान के तहत वर्ष 2018 से 2020-21 तक 907 तालाब, 312 अर्दनडेम, 1091 चैकडेम एवं 300 अन्य जल संरक्षण गतिविधियां जैसे- कंटूर ट्रेंच, गली प्लग कार्य कराये गये। अब गांव-गांव तालाब जैसी संरचना बन जाने से लोंगो को निस्तार के लिये पानी, पशुओं को पेयजल, किसानों को सिंचाई की सुविधा के साथ-साथ जमीन का वाटर लेबल भी बढ़ रहा है, जिससे कुआ, बावड़ियों और हेण्डपंपो का जल स्तर 10 से 15 फीट ऊपर आ गया है। इन जल संरचनाओं से ग्रामीणों में खुशहाली आ गई है।  
    11 फरवरी को इन छोटी-छोटी जल संरचनाओं का केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जलाभिषेकम् वर्चुअल कार्यक्रम में निर्मित जल संरचनाओं का लोकार्पित किया।
    इन जल संरचनाओं से 3 लाख 27 हजार 898 मजदूरों को मनरेगा के अन्तर्गत मजदूरी का भुगतान किया गया है। निर्मित हुये 907 तालाब और 1091 चैकडेम, 312 अर्दन डेमों से 1 हजार 113 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। जिन क्षेत्रों में जल संरक्षण के कार्य किये गये है, उन क्षेत्रों में 10-15 फीट तक भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है। इसके अलावा वन्य जीवों एवं पशुओं को वर्षभर पानी मिल रहा है। लोंगो को निस्तार के रूप में तालाब बहुउपयोगी साबित हो रहे है।

    कैलारस विकासखण्ड की ग्राम पंचायत थाटीपुरा में बनाये गये तालाब से वहां के निवासियों में खुशहाली बनी हुई है। इस गांव के जड़ेल सिंह, भूपेन्द्र सिंह और प्रेम सिंह ने बताया कि क्षीर सागर अभियान के तहत बनाये गये तालाब हजारों आसपास के गांवों का जल स्तर बढ़ जाने से हेण्डपम्प कुओं, बावड़ियों का भी जल स्तर बढ़ गया है।

    अमर सिंह ने बताया कि तालाब नहीं था, तब हम खरीफ की फसल ही ले पाते थे, जिसमें बाजरा, अरहर, तिली, की फसल ही हो पाती थी, लेकिन तालाब के बन जाने से अब हम रबी, खरीफ दोंनो फसलें ले रहे है। ग्राम वासियों को निस्तार का पानी भी मिल रहा है। वहीं पशुओं को पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है। 

जड़ेल सिंह ने बताया कि स्वयं के गांव में तालाब बनने की बहुत खुशी हुई है। सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि हमारे गांव को तालाब मिल गया और तालाब बनाने के लिये हमने स्वयं मजदूरी की, जिसका हमें मनरेगा से भुगतान मिला। तालाब भी हमारे मनमाफिक हमने बनाया। अब हमारे गांव में पेयजल जैसी कोई समस्या नहीं है। हेण्डपम्प, कुआ, बावड़ी में पर्याप्त पानी है, हम लोंगो को निस्तार के लिये पानी मिल रहा है। 
    भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला पंचायत की मनरेगा योजना से बने इस तालाब से पशुओं को पर्याप्त पानी मिल रहा है। जब तालाब निर्मित नहीं हुआ था, तब सभी ग्रामीण ग्रीष्म ऋतु में अपने पशुओं को दूसरे गांवों में पलायन कर जाते थे। लेकिन अब पलायन की स्थिति नहीं है। 
    इसी तरह जनपद पंचायत ग्राम उराहना में बनाये गये तालाब को लेकर ग्रामीण सीताराम, रघुराज बहुत खुश है। अब उराहना में सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी, लोंगो को निस्तार के लिये पानी मिल रहा है। वहीं गांव का वाटर लेबल भी बढ़ गया है


कलेक्टर कार्तिकेयन ने ली जिला योजना समिति की बैठक

Posted: 19 Feb 2021 05:22 PM PST

 कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक शुक्रवार को नवीन कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। जिसमें  राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को जिले के पांच ब्लॉक अम्बाह, सबलगढ़, कैलारस, जौरा व पहाड़गढ़ ब्लॉक में एक-एक कृषि उत्पाद संगठन निर्माण करने की अनुमति दी गयी। जिसका पंजीकरण सहकारी समिति अधिनियम के तहत की जाएगी। राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के अधिकारी द्वारा उक्त पांच ब्लॉक में सरसों फसल हेतु इस वित्तीय वर्ष के अंत तक सभी पाँच कृषि उत्पाद संगठनो के निर्माण का आश्वासन दिया गया जिसमे न्यूनतम 300 किसान सदस्य होंगे। कृषि वैज्ञानिक डॉ अशोक सिंह यादव द्वारा बताया कि जिले में शहद प्रोसेसिंग के लिए पूर्व में एक कृषि उत्पाद संघटन का निर्माण किया गया वही दूसरी और कलेक्टर ने जिला परियोजना अधिकारी मध्य प्रदेश राज्य आजीविका मिशन को नाबार्ड से समन्वय कर पूर्व निर्णय अनुसार सभी ब्लॉक में कृषि उत्पाद संगठन निर्माण पर त्वरित कार्यवाही कर संगठन को पंजीकृत करवाने का निर्देश दिया गया।
    मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री रोशन कुमार सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक, जिला परियोजना अधिकारी एमपी डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, सहायक संचालक कृषि कल्याण विभाग, सहायक महाप्रबंधक, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक,  उपसंचालक पशुपालन विभाग, उप संचालक उद्यानिकी विभाग, उपसंचालक मत्स्यपालन विभाग, सचिव कृषि उपज मंडी व वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र उपस्थित रहे। 

यादव डेयरी और विनोद डेयरी नामक दो दुग्ध डेयरी पर छापामार कार्यवाही, पकड़ा जहरीला दूध का नकली घोल और सामान मशरूका

Posted: 19 Feb 2021 05:19 PM PST

 

खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही जारी है। शुक्रवार को कलेक्टर श्री कार्तिकेयन के निर्देश पर गठित दल ने दो दुग्ध डेयरियों पर छापामार कार्यवाही कर यादव दुग्ध डेयरी से 120 किलो पनीर 800 लीटर दूध 134 किलो रिफाइंड वनस्पति 22 किलो रेन्जी 25 किलो एसीटिक एसिड, 40 किलो बना हुआ घोल जब्त किया गया। 120 किलोग्राम पनीर और 800 लीटर दूध को नष्ट करवाया गया।
      यादव दुग्ध डेयरी से पनीर, दूध, रिफाइंड, रेन्जी और घोल के नमूने लिये गये। विनोद दुग्ध डेयरी से 500 लीटर दूध, 107 किलोग्राम पनीर जब्त कर नष्ट कराया। पनीर, दूध, मिल्क क्रीम के नमूने लिये गये। दोनों दुग्ध डेयरियों को शील्ड किया गया है।
 
खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही जारी है। शुक्रवार को कलेक्टर श्री कार्तिकेयन के निर्देश पर गठित दल ने दो दुग्ध डेयरियों पर छापामार कार्यवाही कर यादव दुग्ध डेयरी से 120 किलो पनीर 800 लीटर दूध 134 किलो रिफाइंड वनस्पति 22 किलो रेन्जी 25 किलो एसीटिक एसिड, 40 किलो बना हुआ घोल जब्त किया गया। 120 किलोग्राम पनीर और 800 लीटर दूध को नष्ट करवाया गया।
      यादव दुग्ध डेयरी से पनीर, दूध, रिफाइंड, रेन्जी और घोल के नमूने लिये गये। विनोद दुग्ध डेयरी से 500 लीटर दूध, 107 किलोग्राम पनीर जब्त कर नष्ट कराया। पनीर, दूध, मिल्क क्रीम के नमूने लिये गये। दोनों दुग्ध डेयरियों को शील्ड किया गया है।
 

सीधी जिले की बस दुर्घटना को ध्यान में रखते हुये नहरों के किनारों से गुजरने वाले वाहनों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें - कलेक्टर

Posted: 19 Feb 2021 05:15 PM PST

गत दिवस सीधी जिले में बस दुर्घटना को ध्यान में रखते हुये कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन ने राजस्व, पुलिस, आरटीओ और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये है कि इस प्रकार की पुनर्वती न हो। इसलिये नहरों की पट्टी से गुजरने वाले वाहनों का अवलोकन करें और आवश्यकता हो तो मैटल व्हीम क्रैस बेरियर लगायें। ये निर्देश उन्होंने शुक्रवार को चंबल मुख्य दायनी नहर जो 69 किलोमीटर तक दूरी तय करती है, उस रोड़ का निरीक्षण करते समय दिये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री सुनील कुमार पाण्डेय, एसडीएम, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती अर्चना परिहार, पीडब्ल्यूडी, टोल प्लाजा प्रबंधक श्री नारायणस्वरूप बरूआ,पुलिस एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
     कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन ने निर्देश दिये है कि मुरैना से सबलगढ़ तक 69 किलोमीटर चंबल मुख्य दायनी नहर पर सीसी रोड़ का निर्माण पूर्व में कराया गया था, इस रोड़ पर बसों में क्षमता से अधिक सवारियां भरने पर दो बसों को देवगढ़ थाने में रखा गया है। इसके अलावा इस रूढ़ पर 13 बसे और चल रहीं थी। इसके लिये कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय के लिये बसों का आवागमन बंद कर दिया जाये। आवश्यकता हो तो 13 बसों के परमिट निरस्त कर दिये जायें और मिनी बस, टेम्पू के परमिट जारी किये जायें, जिससे यात्रियों का आवागमन में बाधा उत्पन्न नहीं हो। उन्होंने कहा है कि चंबल दायनी नहर पर मैटल व्हीम क्रेस बेरियर का प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी तैयार कर मेरे माध्यम से शासन को भेजा जाये। इस रूढ़ पर 14 से 15 मैटल व्हीम बेरियर 4 से 5 किलोमीटर के दूरी पर लगा दिये जायें, जिससे ओवरलोडिंग सवारियां लेकर बसों में यात्रा न कर सकेें। इसके अलावा जिले में अन्य नहरों की पगड़डियों पर चलने वाली बसों की भी निगरानी की जाये।

जिले में 1 हजार बसों का परमिट जारी

    क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती अर्चना परिहार ने बताया कि जिले में 1 हजार 1 बसों के परमिट जारी है, जिसमें अधिकतर 500 बसें मुरैना-ग्वालियर रूढ़ पर संचालित है। इसके लिये कलेक्टर श्री कार्तिकेयन ने निर्देश दिये कि बस मालिकों की अगले दिन बैठक बुलाई जाये और उनको स्पष्ट रूप से निर्देश दिये जाये कि बस मालिक अपने-अपने बसों के फास्ट टैग अवश्य करा लें। बस मालिक फास्ट टैग नहीं लगवाते है और किसी कारण लाइन में लगकर टोल प्लाजा पर खड़े होते है तो उन बसों के परमिट निरस्त किये जायें।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने टोल प्लाजा का किया निरीक्षण

    कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेयन व पुलिस अधीक्षक श्री सुनील कुमार पाण्डेय ने टोल प्लाजा पहुंचकर फास्ट टेग के कार्य पद्धति को देखा, जिसमें एक वाहन 5 से 7 मिनिट में पास होना देखा गया। जिसमें कलेक्टर ने पार्थ इंडिया टोल प्लाजा के प्रबंधक को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लायें, ट्रेन्ड़ कर्मचारी रखें। इसके अलावा वाहन गुजरने के लिये एक रौ और अलग से बनायें। उन्होंने कहा कि जिस लाइन में ट्रक निकल रहें हों, उसके सांकेतिक निशान लगायें या व्यक्ति को खड़ा करें। छोटे वाहन के लिये अलग से लाइन रखी जावें। कलेक्टर ने टोल प्लाजा के समीप डिवायडर को ऊंचा करने एवं दो किलोमीटर तक डिवायडर में किसी भी प्रकार के कट नहीं होने की बात कही। 
    कलेक्टर ने आरटीओ ऑफिस के डिवायडर कट और करूआ गांव के डिवायडर को बंद करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने नहर के किनारेे से शिकारपुर नहर पर पहुंचकर मौका मुआयना लिया, वहां पर मैटल व्हीम क्रेस बेरियर लगाने के निर्देश पीडब्ल्यूडी को दिये, ताकि इन स्थानों से बसें आदि नहीं निकल सकें। इन सबके लगने से किसी भी प्रकार की घटना नहीं होगी। भ्रमण के पूर्व कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कलेक्टर कक्ष में बैठक रखी। बैठक में अपर कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर श्री अमरसत्य गुप्ता द्वारा दिये गये सुझावों पर भी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अमल किया।

    वाहन मालिकों से फास्ट टेग लगवाने की अपील की

    कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने शहर के वाहन मालिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों पर फास्ट टेग अवश्य लगवाये, अन्यथा टोल प्लाजा पर लाइन में लगकर अपना डीजल एवं महत्वपूर्ण समय व्यर्थ न गवायें। 



त्रेता काल में शनि को लंका से फेंका हनुमान जी ने सीधे गिरे मुरैना के ऐंती पर्वत पर , शनिधाम में हर शनीचरी अमावस को लगता है विशाल मेला , देश विदेश से आते हैं लाखों लोग

Posted: 19 Feb 2021 05:09 PM PST


 13 मार्च को शनिश्चरी अमावस्या : ऐंती पर्वत पर लगेगा विशाल मेला

भगवान शनिदेव मंदिर का इतिहास

13 मार्च को शनिश्चारी अमावश्या का महायोग है, इसदिन लोग पूजा, अनुष्ठान, दान पुष्य करके अपने कष्टो का निवारण करते है । शनिश्चारी अमावश्या पर मुरैना विकास खण्ड के ग्राम ऐंती पर विशाल मेला आयोजित होगा । विशाल मेला को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन व कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन ने व्यवस्थाओं मूर्तरूप देने के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौप दी है । शनि का प्रभाव मानव जीवन में अच्छे से अच्छा तथा बुरे से बुरा देखने को मिलता है। उच्च का एवं स्वग्रही का शनि राज योग का कारक होता है। नीच का व शत्रु स्थान का शनि मनुष्य का अधोगति को ले जाता है। शनि के अनिष्ट फल में कर्जा एवं दरिद्रता मानव को ग्रसित करती है। जन्म पत्रिका के दशम एवं एकादश भाव का शनि शुभ फल कारक होता है। अन्य भावों में अशुभ फल कारक होता है।           

धरती के न्यायाधीश शनि

    


इस श्रृष्टि के संचालन में सूर्य, चद्रमा, मंगल, बुध, गुरू, शुक्र, राहू, केतु, शनि सहित 9 शक्तियां हैं जो मानव व प्राणी मात्र को उनके पूर्व कर्मानुसार भाग्य का निर्माण कर उसे सुख-दुख देकर शुद्ध करते हैं। अच्छे बुरे कर्मो का फल देते हैं। इसमें 8 न्यायाधीश और एक सर्वोच्च न्यायाधीश है। सर्वोच्च न्यायाधीश पद पर शनि को नियुक्त किया गया है। भगवान शंकर ने यमराज को मनुष्य के कर्मों का लेखा-जोखा तथा शनिदेव को धरती पर जीवों को उनके अनुचित कर्मों का दण्ड कार्य सौंपा है। अपने गुरू की आज्ञा को शिरोधार्य कर शनिदेव पृथ्वी वासियों को उनके कर्मानुसार दण्डित व पुरस्कृत करने का कार्य करते हैं। 

शनिदेव का परिचय

    पिता- सूर्यदेव, माता- छाया (सुवर्णा), भाई- यमराज, बहन- यमुना, गुरू- भगवान शिवजी, रंग- श्याम (नीला), स्वभाव- गंभीर, त्यागी, तपस्वी, हठी, क्रोधी, शनि के अन्य नाम- कोणस्थल, पिंगल, बभ्रु, सौरी, शनैश्वर, कृष्णमंद, रौद्र, अंतक, यम, दोस्त- काल भेरव, बुध, राहू, हनुमान जी, अधिपती- रात, प्रिय दिन- शनिवार, तिथि- अमावस, प्रिय वस्तुऐं- काली वस्तुऐं, काला कपड़ा, काला तिल, तेल, गुड़, काली उड़द।  

शनि की उत्पत्ति

    धर्मग्रन्थों के अनुसार सूर्य की द्वितीय पत्नी छाया के गर्भ से शनिदेव का जन्म हुआ। शनि के श्याम वर्णन को देखकर सूर्य ने अपनी पत्नी छाया पर आरोप लगाया कि शनि मेरा पुत्र नहीं है, तभी से शनि अपने पिता से शत्रुभाव रखता है। शनिदेव ने अपनी साधना, तपस्या द्वारा शिवजी को प्रसन्न कर अपने पिता सूर्यदेव की भांति शक्ति प्राप्त कीं। शिवजी के वरदान मांगने पर उन्होंने अपने माता के दुरूख, अपमान व प्रताडना के विषय में व्यक्त करते हुये कहा कि माता की इच्छा है कि मेरा पुत्र अपने पिता से अपमान का बदला ले और उनसे भी ज्यादा शक्तिशाली बने। इस पर भगवान शंकर ने उन्हें नवगृहों में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करते हुये कहा कि मानव तो क्या देवता भी तुम्हारे नाम से भयभीत रहेंगे।  

शनि यंत्र व मंत्र

    ऊॅं शं शनैश्चराय नमः, ऊं सूर्यपुत्रो दीर्धदेहो विशालाक्षः, शिवप्रियः, मंदचार प्रसन्नात्मा पीडां हरतु में शनिः, ऊं निलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजं। छाया मार्तण्डसंभूतं। तं नमामि शनैश्चरम। ऊॅं शमग्रिभिः, करच्छन्नः, स्तपतु सूर्यः, शंवातोवा त्वरय अपस्निग्धाः, ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः, शनैश्चराय नमः है।

शनिदेव की तेल से तृप्ति

    हनुमान जी रामकथा के प्रेमी हैं। जहां पर रामकथा हो वहां वे सूक्ष्य रूप में अवश्य उपस्थित रहते हैं। एक बार हनुमानजी अपनी सुध-बुध खोये हुऐ हुए दशा में भक्तगणों के साथ रामकथा पर झूमते हुये शनिदेव ने देखा तो परीक्षा लेने की इच्छा से उन्होंने हनुमान जी से कहा कि मैं वीर और शक्तिशाली सूर्य का पुत्र व शिवभक्त हूं। कायरता छोडकर निडर होकर मेरे साथ युद्ध करो, मैं तुम्हे युद्ध के लिये ललकारता हूं। हनुमानजी ने शनिदेव की ललकार को स्वीकार कर अपनी पूंछ बढ़ाई और अहंकार से भरे शनिदेव को उसमें कस लिया। जिससे शनिदेव पूरी तरह बेवस व असहाय हो गये। इसी समय हनुमान जी ने कहा कि हे शनिदेव मेरी रामसेतु की परिक्रमा का वक्त हो गया, इसके पूर्ण होने के बाद मैं अपनी चुनौती का सामना करने के लिये प्रस्तुत हो पाऊंगा।
    इतना कहकर हनुमान जी दौडकर परिक्रमा करने लगे। पूछ से बंधे शनिदेव पत्थरों व शिलाखण्डों से रगड़ खाकर लहूलुहान होकर घायल हो गये। उनकी अंतर पुकार सुन भक्तों को सुख देने वाले हनुमान जी ने कहा कि मैं तुम्हे मुक्त कर दूंगा, पर मेरे भक्तों को दुरूख न पहुंचाने का वचन दो। शनिदेव ने वचन देते हुये उसे निभाने की प्रतिज्ञा भी की। शरीर की असहाय पीढ़ा से दुरूखी शनिदेव उसी दिन से तेल मांगने लगे और तेल दाता पर प्रशन्न होकर आशीर्वाद देने लगे।  
     भगवान शनिदेव की स्थापना के विषय में कई किवदंतियां कायम है। हालांकि पुरातत्व विभाग इसे त्रेतायुगीन मानता है। भगवान शनिदेव की प्रतिमा के विषय में ज्योतिषियों के अनुसार सर्वप्रथम किवदंति यह है कि त्रेतायुग मेें राजा दशरथ के राज्य में भगवान शनिदेव के प्रकोप से लगातार 12 वर्ष तक अकाल पड़ा। तब राजा दशरथ ने इस पर्वत पर भगवान शनि की तपस्या की। उस समय आसमान से एक उल्कापिण्ड गिरा जिससे यह प्रतिमा निर्मित हुई है। वहीं दूसरी किवदंति यह भी है कि लंका दहन के समय हनुमान जी द्वारा लंका में आग लगाई गई, लेकिन लंका जल नहीं रही थी, बल्कि उसका स्वर्ण और चमक गया। इससे चिंतित हनुमान जी ने दिव्य शक्ति से जब ज्ञात किया तो उन्हें पता चला कि लंका में शनिदेव हैं। हनुमान जी ने उन्हें खोज निकाला। रावण ने शनिदेव को अपने सिंहासन के पैरों तले दबा रखा था। हनुमान जी ने उन्हें अपने बुद्धचातुर्य से वहां से निकाला और लंका से जाने को कहा, लेकिन थोड़ी दूर तक चलने के बाद शनिदेव ने हनुमान जी से कहा कि दुर्बलता के कारण वह चल नहीं सकते और जब तक वह लंका में रहेंगे तब तक लंका का दहन नहीं हो पायेगा। इसलिये हनुमान जी उन्हें पूरे बेग से उत्तर दिशा की ओर फेंके। हनुमान जी ने भी ऐसा ही किया। हनुमान जी द्वारा फेंके गये शनिदेव इस पर्वत पर आकर गिरे, जिसे आज शनि पर्वत कहा जाता है, यहीं पर भगवान शनिदेव ने घोर तपस्या कर पुनरू शक्ति व बल प्राप्त किया।
    इस विषय में एक अन्य कथा यह भी प्रचलित है कि रावण ने इसी पर्वत पर शनिदेव की तपस्या कर उन्हें अपने वश में कर लिया और लंका में ले गया। लंका में जब मेघनाथ का जन्म होने वाला था तब रावण ने शनिदेव से कहा कि वह अपने आंठवे घर में जाकर बैठ जायें, लेकिन शनिदेव ने अपना पैर सांतवे घर में रख दिया इससे शनि दो घरों के स्वामी हो गये। जन्म कुण्डली में सांतवे घर में शनिदेव के होने पर जातक की अकाल मृत्यु होती है। मेघनाथ के जन्म का चक्र देखकर रावण क्रोधित हो गया और शनिदेव को अपने सिंहासन के नीचे उस स्थान पर दबा दिया, जहां रावण पैर रखता था।
    इन किवदंतियों के चलते भी पुरातत्व विभाग इस प्रतिमा को त्रेतायुगीन मानता है। हालांकि इस प्रतिमा की स्थापना महाराजा विक्रमादित्य द्वारा की गई। ऐसा पुरातत्व विभाग मानता है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार सिंधिया शासकों ने सन् 1808 में कराया था।
    इस शनि पर्वत क्षेत्र से ही 18वीं सदी में सिंधिया शासकों द्वारा एक सिला ले जाई गई, यह सिला पहले अहमद नगर फिर वहां से शिगनापुर पहुंची और एक चबूतरे पर स्थापित हो गई। इस स्थान का नाम ही शनि शिगनापुर हो गया। बताया जाता है कि इस सिला का आधा भाग आज भी मुरैना के शनि मंदिर में रखा हुआ है।   
    मुरैना जिले के त्रेतायुगीन शनि मंदिर के चारों तरफ हजारों किलो मीटर दूर तक सरसों की होने वाली फसल को शनिदेव की ही कृपा माना जाता है। राजस्थान के धौलपुर, करौली, राजाखेड़ा, सरमथुरा, उत्तरप्रदेश के आगरा, इटावा तथा मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के चारों तरफ के क्षेत्र भिण्ड, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी में सरसों की फसल को प्रमुख रूप से किया जाता है। इस क्षेत्र को पीले सोने की खेती का क्षेत्र भी कहा जाता है। शनिवार के दिन शनि देवता कि पूजा की जाती है। कहा जाता है कि अगर उनकी पूजा सही तरीके से की जाए तो शनिदेव की असीम कृपा मिलने के साथ ग्रहों की दशा भी सुधरती है। शनि देव को मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी करने वाला देवता कहा जाता है। शनि जिस व्यक्ति पर प्रसन्न होते हैं दुख और शत्रु उसके पास भी नहीं फटकते। 


कोविड 19 वेक्सीनेशन में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर 6 लाख को पहला डोज

Posted: 19 Feb 2021 04:53 PM PST

 लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि कोविड 19 वैक्सीनेशन के पहले चरण में अब तक कुल पंजीकृत के विरुद्ध 68.5 प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ता और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविड 19 वैक्सीन का पहला डोज देकर मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में अब तक 5 लाख 99 हजार स्वास्थ्य और फ्रंट लाइन वर्कर को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि अगले दो दिन 18 और 19 फरवरी को फ्रंट लाइन वर्कर का वेक्सीनेशन लगना जारी है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का 20 फरवरी को माप अप राउंड होगा।    
    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा की वेक्सीनेशन अभियान में स्वास्थ्य, नगर निगम, पुलिस, राजस्व और पंचायत विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों का उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद और विश्वास है कि आगे भी अभियान से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारी इसी तरह पूरे मन से काम करेंगे और दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान के माध्यम से प्रदेश और देश को कोरोना मुक्त करने में योगदान देंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि दूसरा डोज देने के लिये अगला चरण 22 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। इसमें पहला डोज लेने वाले शत-प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ता और फ्रंट लाइन वर्कर को दूसरा डोज तय समय अवधि में लगाना सुनिश्चित करने की व्यवस्थाएँ की गई है

पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के रूप में वितरित की गई 310 करोड़ रूपए की राशि

Posted: 19 Feb 2021 04:52 PM PST

 प्रदेश में पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति महाविद्यालयीन योजना के अंतर्गत इस वर्ष एक लाख 53 हजार अनुसूचित-जाति वर्ग के विद्यार्थियों को 310 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा चुका है।

    प्रदेश में पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति का वितरण 4 समूह में किया जा रहा है। इनमें एम.बी.बी.एस., बी.ई., एम.बी.ए. आदि के लिये गैर-छात्रावासी के लिये 550 और छात्रावासी विद्यार्थियों के लिये 1500 रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जाता है। अन्य 3 समूह में 530, 300 और 230 रुपये प्रतिमाह गैर-छात्रावासी विद्यार्थियों को तथा छात्रावासी विद्यार्थियों को 820, 570 और 380 रुपये प्रतिमाह की दर पर भुगतान किया जा रहा है।

विभागीय परीक्षा के लिये 24 फरवरी तक आवेदन मान्य होंगे

Posted: 19 Feb 2021 04:50 PM PST

 लेखा प्रशिक्षण प्राप्त ग्वालियर एवं चंबल संभाग के शासकीय लिपिकवर्गीय कर्मचारियों के लिये विभागीय परीक्षा 2021 आयोजित होने जा रही है। इस परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक कर्मचारी 24 फरवरी को सायंकाल 5.30 बजे तक मोतीमहल स्थित लेखा प्रशिक्षण शाला में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।

पी एफ टी वृत्तिकर जमा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च

Posted: 19 Feb 2021 04:49 PM PST

 मध्यप्रदेश वृत्तिकर संशोधन अधिनियम 2018 के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के लिये वृत्तिकर जमा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2021 है।

     जीएसटी से पंजीयत व्यवसायी, निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कम्प्यूटर सेंटर, चिकित्सक, चिकित्सा व्यवसायी, सीए, बकील, बीमा अभिकर्ता, मदिरा दुकान संचालक, चिटफण्ड संचालित वाली संस्थायें या व्यक्ति सहकारी सोसायटी, ट्रांसपोर्टर, कोचिंग संस्थान, चिकित्सालय, जिमसेंटर, धर्मकांटा, होटल, लाज, विवाह, मंडप, टेंट, केवल आपरेटर, वीडियो पार्लर, ब्यूटी पार्लर, फाईनेंस, कम्पनी, क्लीनिक, लैब, पैथोलॉजी, नर्सिंग होम, क्योस्क सेंटर, फैशन डिजाईनर, बुटीक, टोल प्लाजा, पेट्रोल पम्प आदि 31 मार्च 2021 तक अनिवार्यतः वृत्तिकर जमा करायें । व्यापरियों से कहा गया है कि योजना का लाभ लेकर ब्याज एवं वसूली की कार्यवाही से बचा जा सके।

कोविड के विरूद्ध मास्क का उपयोग ही संजीवनी है

Posted: 19 Feb 2021 04:47 PM PST

प्रायः यह देखा गया है कि लॉकडाउन के दौरान आमजन कोरोना से संबंधित बचाव के व्यवहार अत्यंत सतर्कता पूर्वक अपना रहे थे, लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद यह देखा जा रहा है कि लोगों में कोरोना से संबंधित सावधानियां जैसे कि - सामाजिक दूरी का पालन, मास्क लगाना तथा हाथ धोना अब उतनी गंभीरता से नहीं किया जा रहा। यदि लोग मास्क लगाने और सामाजिक दूरी जैसे व्यवहार का पालन करते हैं, तो कोरोना के प्रकरणों में काफी कमी ला सकते हैं।
      विशेषज्ञों की राय में यदि संक्रमित एवं असंक्रमित दोनों व्यक्तियों ने मास्क नहीं लगाया है एवं सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं किया है तो संक्रमित होने की अधिक संभावना है, अर्थात वायरस संक्रमण का जोखिम अत्यंत उच्च है। इसी तरह संक्रमित व्यक्ति ने मास्क नहीं लगाया है एवं असंक्रमित व्यक्ति ने मास्क लगाया है तथा सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं किया है तो भी संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। संक्रमित व्यक्ति ने मास्क लगाया है एवं असंक्रमित व्यक्ति ने मास्क नहीं लगाया है तथा सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं किया है तो भी संक्रमित होने की संभावना मध्मय होती है। संक्रमित एवं असंक्रमित दोनों व्यक्तियों ने मास्क लगाया है एवं सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं किया है तो संक्रमित होने की संभावना न्यूनतम है। संक्रमित एवं असंक्रमित दोनों व्यक्तियों ने मास्क लगाया है एवं सामाजिक दूरी का पालन भी किया है, तो संक्रमित होने की संभावना अति न्यूनतम है।
      यद्यपि कोरोना का टीका आ चुका है, परंतु दूसरा डोज लगने के दो हफ्ते बाद ही प्रतिरोधक क्षमता विकसीत होती है। अभी आमजन का वैक्सीनेशन होना शेष है, हर्ड इम्युनिटी की भ्रांत धारणा से भी लापवाही बढ़ रही है और कोरोना के प्रकरण बढ़ते देखे जा रहे हैं, इसलिए मास्क का प्रयोग अब भी एक प्रभावी बचाव के साधन के रुप में कार्य कर रहा है। अतः आमजन से अनुरोध है कि कोविड के प्रारंभिक लक्षण जैसे सर्दी-खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ होने पर फीवर क्लीनिक में अपनी जॉच तुरंत करवाएं, स्वयं इलाज न करें, ऐसी स्थिति में सामाजिक दूरी का पालन करना एवं मास्क अनिवार्यतः लगाना इस व्यवहार को अपने दैनिक जीवन शैली का एक हिस्सा बनाना होगा।

विश्व सामाजिक न्याय दिवस आज 20 फरवरी को

Posted: 19 Feb 2021 04:45 PM PST

 राज्य आनंद संस्थान से संबंधित चयनित अंतर्राष्ट्रीय, विश्व दिवसों का आयोजन प्रदेश स्तर पर किया जाता है। इसी कड़ी में 20 फरवरी, 2021 को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाना है। समस्त कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया है कि विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर आयोजित किये जाने वाली गतिविधियों एवं कार्यक्रम कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करते हुए आयोजित करवाना सुनिश्चित करें।

    विश्व सामाजिक न्याय दिवस के अवसर पर प्रदेश में आनंदकों द्वारा, सामाजिक न्याय के क्षेत्र में कतिपय विशिष्ट सेवाएं उपलब्ध कराने वाली संस्थाओं, स्वैच्छिक संगठनों, समूहों इत्यादि के सहयोग से निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिनमें महिला, दिव्यांग, बाल एवं निःशक्त कल्याण हेतु शिक्षण, प्रशिक्षण, रोजगार, पुर्नवास कार्यक्रम, छात्रवृत्ति, शिक्षा, प्रोत्साहन, स्वैच्छिक एवं शासकीय संस्थाओं के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम, माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान हेतु वृद्धाश्रम जाना, उनके लिए वहां कुछ मनोरंजन संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना, निरक्षर, निराश्रित एवं निर्धन व्यक्तियों के लिए स्वैच्छिक सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर साक्षरता हेतु जागरूकता प्रयास करना, युवाओं को रोजगार हासिल करने हेतु मार्गदर्शन देना, काउंसलिंग आदि की व्यवस्था करना, सभी आनंदक मिलकर इस दिन को उत्सव के रूप में मनायें और नुक्कड़ नाटकों आदि के माध्यम से जागरूकता फैलाये। समाज सेवा के क्षेत्र में वरिष्ठ योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित तथा जरूरतमंदों को भोजन एवं सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता इत्यादि कार्य करना शामिल है।

पी एम जी ई पी के तहत बैंक द्वारा ऋण स्वीक्रत हितग्राहियों का निःशुल्क प्रशिक्षक कार्यक्रम

Posted: 19 Feb 2021 04:43 PM PST

  ग्वालियर, उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा आयोजित एवं राज्य कार्यालय खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग भोपाल द्वारा प्रायोजित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड एवं खादी ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से बैंकों द्वारा स्वीकृत ऋण प्रकरण के हितग्रहियों का 10 दिवसीय निःशुल्क उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 26 फरवरी से 7 मार्च 2021 तक किया जा रहा है।

    प्रशिक्षण का उद्धेश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं एवं युवतियों को मनोवैज्ञानिक पद्धति से स्वयं के उद्योग व्यवसाय लगाने एवं उसका सफल संचालन करने हेतु तैयार करना है, साथ ही शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी एवं स्वयं के उद्योग आधार पंजीयन करने में सेडमैप द्वारा सहयोग प्रदान किया जायेगा। हितग्राही स्वरोजगार स्थापना हेतु विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा जिले में पाये जाने वाले कच्चा माल, भौतिक संसाधनों, इकाई स्थापना प्रक्रिया, समस्याओं का समाधान, विपणन कौशल, गहन बाजार सर्वेक्षण, कार्यशील पंूजी एवं नगद प्रबंधन, वस्तु की लागत एवं मूल्य निर्धारित, सम्प्रेक्षण कला, व्यावसायिक समझौते का महत्व, जीएसटी इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। साथ ही लोकल फॉर बोकल अभियान की ओर अग्रसर होकर अपना उद्यम स्थापित कर सकते हैं। प्रशिक्षण पश्चात विभाग द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदाय किया जायेगा। कार्यक्रम से संबंधित विस्तृत जानकारी उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश ग्वालियर फोन नं. 0751-4012124 एवं जिला समन्वयक आर के शर्मा के मोबाइल नंबर 9893784684 पर भी प्राप्त की जा सकती है।

6091 ग्रामों में 13.36 लाख नल कनेक्शन जल प्रदाय योजना में मुरैना जिले के 22 ग्राम लाभान्वित होंगें

Posted: 19 Feb 2021 04:41 PM PST

 जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जल निगम द्वारा 39 जलप्रदाय योजनाओं के निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें 6091 ग्राम शामिल हैं। इन योजनाओं में 13 लाख 36 हजार 366 नल कनेक्शन का प्रावधान है, जिससे 64 लाख 51 हजार 393 ग्रामीण आबादी को लाभ मिलेगा। इन योजनाओं की कुल लागत 2661.64 करोड़ है।  39 जल प्रदाय योजना में मुरैना जिले के 22 ग्राम सम्मिलित है। 

    परियोजना क्रियान्वयन इकाई भोपाल, इन्दौर, ग्वालियर, जबलपुर, राजगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह, सिवनी, शहडोल तथा सतना के अन्तर्गत ग्रामीण आबादी के लिए तैयार हो रही इन 39 जलप्रदाय योजनाओं में मुरैना के 22 ग्राम, विदिशा जिले के 105  ग्राम, रायसेन के 81 ग्राम, सीहोर के 41 ग्राम, खण्डवा के 28 ग्राम, धार के 60 ग्राम, उज्जैन के 22 ग्राम, रतलाम के 14 ग्राम, दतिया के 85 ग्राम, शिवपुरी के 32 ग्राम, जबलपुर के 193 ग्राम, नरसिंहपुर के 50 ग्राम,सिवनी के 783 ग्राम, उमरिया के 113 ग्राम, कटनी के 128 ग्राम, राजगढ़ के 1294 ग्राम, टीकमगढ़ के 226 ग्राम, पन्ना के 276 ग्राम, छतरपुर के 240 ग्राम, दमोह के 702 ग्राम, सागर के 232 ग्राम, सीधी के 31 ग्राम, अनूपपुर के 74 ग्राम, शहडोल के 155 ग्राम, सतना के 1019 ग्राम तथा रीवा जिले के 109 ग्राम शामिल हैं। 
    राज्य सरकार पूरी तत्परता और गम्भीरता के साथ यह प्रयास कर रही है कि शहरों की भाँति ग्रामीण आबादी को भी उनकी उपयोगिता के अनुसार घर पर ही नल कनेक्शन के जरिये जल की प्राप्ति हो। राष्ट्रीय जल जीवन मिशन से प्रदेश में इस कार्य को और गति मिली है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जल निगम प्रत्येक जिले के हर ग्राम और परिवार तक नल कनेक्शन के माध्यम से जल पहॅुंचाने की कार्यवाही कर रहा है। जहाँ जलस्त्रोत हैं वहाँ उन्हीं के उपयोग से और जहाँ नहीं हैं वहाँ जलस्त्रोत का निर्माण कर जल प्रदाय योजनायें बनायी जा रहीं हैं।

अशासकीय विद्यालयों की मान्यता नवीनीकरण आवेदन की अंतिम तिथि अब 31 मार्च 2021

Posted: 19 Feb 2021 04:39 PM PST

 स्कूल शिक्षा विभाग ने अशासकीय विद्यालयों की मान्यता नवीनीकरण का आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2021 कर दी है । माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध समस्त अशासकीय विद्यालय आगामी 31 मार्च तक मान्यता नवीनीकरण का ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे । मान्यता नवीनीकरण शुल्क एक मुश्त या तीन किश्तों में जमा किया जा सकेगा।    

        राज्य शासन ने कोविड-19 संक्रमण और छात्रहित को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया है। इसके तहत मध्यप्रदेश माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शालाओं की मान्यता नियम, 2017 के अनुसार प्रचलित प्रक्रिया से छूट प्रदान करते हुए मान्यता नवीनीकरण को 31 मार्च 2022 तक की समयावधि के लिए मान्य किया गया है। इसके पूर्व ऑनलाइन आवेदन अपलोड करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2020 निर्धारित की गई थी जिसे बढ़ाकर 31 मार्च 2021 किया गया है। जिन अशासकीय विद्यालयों ने पूर्व के निर्देशों के अनुसार सशुल्क आवेदन किए थे और उनकी मान्यता नवीनीकृत की जा चुकी है, उसे यथावत मान्य किया गया है। जो अशासकीय विद्यालयों निर्धारित आवेदन एवं शुल्क जमा कर चुके हैं किंतु उनकी मान्यता का नवीनीकरण नहीं हुआ है, उन्हें पुनः शुल्क जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी। 

जीवन प्रमाण पत्र 28 फरवरी तक जमा होंगे

Posted: 19 Feb 2021 04:38 PM PST

 कर्मचारी भविष्य निधि से पेंशन प्राप्त करने वालों के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की अवधि 28 फरवरी तक कर दी गई है। सहायक भविष्य निधि आयुक्त, भोपाल द्वारा जानकारी दी है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार, से पेंशन प्राप्त कर रहे सभी ईपीएस पेंशन धारकों के लिये कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए जीवन प्रमाण-पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2021 तक कर दी गई है एवं इसकी वैधता जारी होने की तिथि से एक वर्ष कर दी गई है। जिन पेंशनरों को जनवरी, 2020 के पश्चात् पीपीओ जारी किया गया है अथवा जिन्होंने दिसम्बर 2019 या उसके बाद जीवन प्रमाण पत्र बनवाया है, उन्हें संबंधित माह में अगले वर्ष डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र देना अनिवार्य होगा।   

       जिन पेंशन धारकों को जीवन प्रमाण करवाने की आवश्यकता है, वे अपने बैंक शाखा या निकटतम जन सेवा केन्द्र या निकटतम डाकघर पर अपना डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र बनवा सकते हैं। डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र हेतु अपना मोबाईल, आधार कार्ड, पीपीओ संख्या एवं बैंक पासबुक अवश्य लेकर जाएं। डिजिटल जीवन प्रमाण सफल होने की स्थिति में किसी प्रकार का दस्तावेज कार्यालय में जमा कराना या प्रेषित करना अनिवार्य नहीं है

मुरैना नगर निगम के वार्ड 23 में अब बंदरों का आतंक समाप्त

Posted: 19 Feb 2021 05:36 PM PST


 नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 23 में पिछले दिनों बंदरों के आतंक से लोग परेशान थे। बंदरों के आतंकों को नगर निगम कमिश्नर श्री अमरसत्य गुप्ता ने गंभीरता से लेते हुये इनको पकड़ने के लिये मथुरा से टीम बुलाई गई थी, जिसमें उन्होंने प्रथम दिन 6, द्वितीय दिन 4, तृतीय दिन 19 और शुक्रवार को 11 बंदरों को पकड़कर अपने कस्टडी में लिया गया है।

गेहूं उपार्जन हेतु किसानों के पंजीयन की तिथि 25 फरवरी तक बढ़ाई

Posted: 19 Feb 2021 04:34 PM PST

 रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतु ई-उपार्जन पोर्टल पर किसान पंजीयन का कार्य 25 जनवरी 2021 से 20 फरवरी तक करने की समय-सीमा राज्य शासन द्वारा निर्धारित की गई थी।

    प्रदेश के गेहूं उत्पादक समस्त किसानों के ई-उपार्जन पर पंजीयन सुनिश्चित करने के लिये किसान पंजीयन की अवधि 20 फरवरी से बढ़ाकर 25 फरवरी 2021 तक कर दी गई है।     
    किसानों से अपील की गई है कि वे निर्धारित समय-सीमा में अपना पंजीयन जरूर करा लें। 

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