मुरैना चार सीटों पर परिदृश्य साफ, दो पर उलझन अभी तक जारी, प्रचार के दूसरा दौर समाप्त होने तक कई समीकरण बदले
मुरैना 24 नवम्बर 08, विधानसभा प्रचार का दूसरा दौरान समाप्त होने तक जिले की छ: विधानसभा सीटों पर जो समीकरण व परिदृश्य उभर कर सामने आये हैं उसमें अब केवल एक सीट मुरैना विधान सभा पर ही सीधा त्रिकोणीय संघर्ष शेष जान पड़ रहा है बकाया सीटों पर सीधा मुकाबला साफ साफ सुनिश्चित है हालांकि जौरा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष तो नहीं होगा लेकिन वोट काट विकट संभव है ।
छ: विधानसभाओं में रिपोर्ट लिखे जाने तक लगभग सारे निर्दलीय परिदृश्य से बाहर हो गये हैं और लगभग शज प्रतिशत अपना प्रचार बन्द करके घर बैठ चुके हैं, अब इसकी वजह कुछ भी रही हो ।
आज की स्थिति में कहॉं कैसा होगा संघर्ष (संभावित परिदृश्य)
मुरैना विधान सभा – सीधा त्रिकोणीय संघर्ष (तीनों ही प्रत्याशीयों की वोट बैंक में सेंध संभव ) | ||
रूस्तम सिंह – भाजपा | सोवरन सिंह मावई –कांग्रेस | परशुराम मुद्गल – बहुजन समाज पार्टी |
दिमनी विधान सभा – सीधा संघर्ष (दोनों प्रत्याशी की वोट बैंक में भारी काट होगी) | ||
रवीन्द्र सिंह तोमर- बहुजन समाज पार्टी | जितेन्द्र सिंह तोमर सपा | संभावना- बसपा के खाते में यह सीट जायेगी |
वोट काट करेंगें कांग्रेस, भाजपा और छोटी पार्टीयां तथा निर्दलीय | ||
अम्बाह विधान सभा (आरक्षित) | ||
सुरेश जाटव – कांग्रेस | कमलेश जाटव – भाजपा | संभावना – कांग्रेस के खाते में यह सीट जायेगी |
सबलगढ़ विधान सभा (दोनों प्रत्याशी के भारी वोट कटेंगें) | ||
चन्द्र प्रकाश शर्मा – बहुजन समाज पार्टी | सुरेश चौधरी – कांग्रेस | संभावना – यह सीट कांग्रेस के खाते में जायेगी |
जौरा विधान सभा सीट (कांग्रेस के भारी वोट कटेंगें) | ||
वृन्दावन सिंह – कांग्रेस | मनीराम धाकड़ – बहुजन समाज पार्टी | संभावना – यह सीट बसपा के खाते में जायेगी |
सुमावली विधान सभा सीट (दोनों प्रत्याशी के भारी वोट कटेंगें) | ||
ऐदल सिंह कंसाना – कांग्रेस | गजराज सिंह सिकरवार – भाजपा | संभावना – यह सीट कांग्रेस के खाते में जायेगी |
टीप- उपरोक्त परिदृश्य केवल अनुमान पर आधारित है |
मुरैना विधान सभा सीट पर दो तरह की वोटिंग है जिसमें आधी वोटिंग शहरी क्षेत्र के मतदाताओं की है और आधी ग्रामीण मतदाताओं की । किसी प्रत्याशी के वोट शहरी क्षेत्र में अधिक हैं तो किसी के ग्रामीण क्षेत्र में अधिक हैं, गुण्डागर्दी और भयवश अधिकांश (सामान्य) आम मतदाताओं द्वारा पूर्णत: मौन साधा रखा गया है । और कोई भी कुछ भी भाव व्यक्त करने को तैयार नहीं है ।
चुनाव प्रचार का तीसरा चरण 25 तारीख को सायं 5 बजे समाप्त हो जायेगा और फिर चौथे चरण तक आते परिदृश्य में कई फेरबदल होते रहेंगें उपरोक्त अनुमानित परिदृश्य दूसरे चरण के चुनाव प्रचार की समाप्ति तक का है ।
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