शुक्रवार, 4 मई 2007

कार्य में लापरवाही वरतने वाले चार परियोजना अधिकारियो की वेतन वृद्वि रूकी

कार्य में लापरवाही वरतने वाले चार परियोजना अधिकारियो की वेतन वृद्वि रूकी

 

मुरैना 4 मई07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की और शासकीय कार्य में लापरवाही एवं उदाशीनता पाये जाने पर चार परियोजना अधिकारियों की वेतन वृद्वि रोकने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि आंगनवाडी केन्द्र बन्द मिलने पर संबंधित सुपरवाइजर की दो वेतन वृद्वि रोकी जाये ।

       पहाड़गढ़ की सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती कीर्तिकला तोमर के विरूद्व साप्ताहिक समीक्षा बैठकों में लगातार दो बार अनुपस्थित रहने तथा बुलाये जाने पर भी 20 दिवस से संपर्क स्थापित नहीं करने और कैलारस की आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के 24 पदों में से 12 पदों पर डेढ़ माह की अवधि व्यतीत हो जाने के बाद भी नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण नहीं करने के कारण 20 दिवस अकार्य दिवस घोघित करने तथा चार वेतन वृद्वियां अंसचयी प्रभाव से रोकने के निर्देश दिये गये । परियोजना अधिकारी मुरैना ग्रामीण श्री रामकुमार तिवारी को समयावधि में आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की नियुक्ति नहीं करने के कारण दो वेतन वृद्वियां असंचयी प्रभाव से रोकने की शस्ति से दंडित करने के निर्देश दिए गए हैं ।

       इसी प्रकार सहायक परियोजना अधिकारी मुरैना शहरी श्रीमती मंजुलता पाल द्वारा नवीन पोषण आहार व्यवस्था के अन्तर्गत प्रदाय राशि समयावधि में आंगनवाडी कार्यकर्ता और अध्यक्ष मातृ सहयोगिनी समिति के संयुक्त खाते में जमा नहीं कराने के कारण व्यवस्था प्रभावित हुई । कलेक्टर ने इस अनियमितता के लिए श्रीमती पाल की दो वेतन वृद्वि असंचयी प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए । परियोजना अधिकारी जौरा श्री विवेक विन्चूलकर ने स्वीकृत 54 आंगनवाडी केन्द्रों में समयावधि में नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण नहीं की और 14 आंगनवाडी केन्द्रों पर अभी तक आंगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति नहीं की । इनके विरूद्व असंचयी प्रभाव से दो वेतन वृद्वि रोकने की कार्रवाई की जा रही है ।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि जिला महिला बाल विकास अधिकारी और परियोजना अधिकारी क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि आंगनवाडी केन्द्र निरंतर और नियमित रूप से खुलें तथा उनमें नवीन पोषण आहार व्यवस्था का प्रभावी क्रियान्वयन हो । उन्होंने कहा कि निरीक्षण दल द्वारा जिन आंगनवाडी केन्द्रों को बंद पाया गया है, उनकी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को पद से पृथक करने की कार्रवाई की जाए तथा संबंधित सुपरवाइजर की भी दो वेतन वृद्वियां रोकी जाए । उन्होने अति गरीब महिलाओं को प्रसव हेतु दी जाने वाली सहायता के प्रकरणों को तत्परता से भेजने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दो या दो से कम संतान वाले माता पिता को परिवार नियोजन अपनाने की शर्त पर दिया जायेगा । इसके लिए 30 अप्रेल 2007 तक जन्मी बालिकाओं को चिन्हित कर लिया जाए तथा खंड चिकित्सा अधिकारियों से नसबंदी ऑपरेशन की सूची भी प्राप्त कर ली जाए । योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों में खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी नसबंदी ऑपरेशन के प्रमाण पत्र को ही मान्य किया जाय ।

 

 

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