गुरुवार, 28 जून 2007

प्रत्येक खंड स्तर पर लगेंगे दो स्वास्थ्य मेले

प्रत्येक खंड स्तर पर लगेंगे दो स्वास्थ्य मेले

वर्ष 2007-08 की एकीकृत जिला स्वास्थ्य कार्ययोजना अनुमोदित

 

मुरैना 27 जून07- कलेक्टर श्रीमती केरेलिन खोंग्वार देशमुख की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में वर्ष 2007-08 की एकीकृत जिला स्वास्थ्य कार्ययोजना अनुमोदित की गई तथा प्रत्येक खंड स्तर पर दूरस्थ ग्रामों में दो स्वास्थ्य मेले लगाने का निर्णय लिया गया ।इसके अनुसार जिले में संस्थागत प्रसव बढाने के उध्देश्य से जननी सुरक्षा योजना के लिए सात करोड़ 61 लाख रूपये और महिला पुरूष नसबंदी के लिए 80 लाख रूपये और पुरूष नसबंदी वृहद शिविर के लिए डेढ लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई । बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा, सिविल सर्जन, तथा लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।

       बैठक में बताया गया कि गत वर्ष आर.सी.एच. और एन आर एच एम के अंतर्गत कुल प्राप्त 3 करोड़ 82 लाख 89 हजार 424 रूपये की राशि में से 3 करोड़ 54 लाख 16 हजार 495 रूपये व्यय किये गये । जिला चिकित्सालय में एन.एस.वी.टी. वार्ड की स्थापना की गई तथा सिविल अस्पताल अम्बाह में प्रसूति वार्ड का उन्नयन किया गया । संस्थागत प्रसव को बढाने और मातृ मृत्यु दर को कम करने के उध्देश्य से खडियाहार और पहाडगढ में जननी एक्सप्रेस शुरू की गई । अपेक्षित परिणाम प्राप्त होने पर मार्च2007 से इस योजना को सभी विकासखंडो में लागू किया गया । जिले में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को गम्भीर बीमारी के लिए 4 लाख 14 हजार रूपये की सहायता दी गई । जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण कार्यक्रम के अन्तर्गत 1072 आशा का चयन किया जा चुका है । जननी सुरक्षा योजना में 7789 गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया गया, इस पर 1 करोड़ 13 लाख 65 हजार 119 रूपये व्यय किये गये ।

       कलेक्टर ने खंड चिकित्सा अधिकारियों को कार्य योजनाकी गतिविधियों को समय सीमा में पूर्ण करने तथा जिले में संस्थागत प्रसव को अधिक से अधिक बढावा देने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि प्रत्येक खंड चिकित्सा अधिकारी स्तर पर दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने की पहल की जाये । जौरा में इटावली और विण्डवा देवगढ, सबलगढ में सिंगारदेव और कौलाच, पहाडगढ में धौंधा और बहराई, नूराबाद में गोसपुर और रिठौरा, कैलारस में पनिहारी और लगावली, खडियाहार में जौंहा और एकहेरा तथा पोरसा में विण्डवा चम्बल और तरसमा अथवा महुआ में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया । कलेक्टर ने गम्भीर रूप से बीमार और कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कर उपचार करने के निर्देश दिये । कुपोषित बच्चों को बालशक्ति योजना का लाभ दिलाने के लिए महिला बाल विकास अधिकारी को बच्चों को अस्पताल तक पहुंचाने में सहयोग करने के निर्देश दिये गये।

       एकीकृत जिला स्वास्थ्य कार्य योजना में डाक्टरों और पैरा मेडीकल स्टाफ के प्रशिक्षण और वेतन भत्ते, जिला बीमारी सहायता निधि, अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के लिए चलित डिस्पेंसरी सुविधा, टीकाकरण कार्यक्रम, ग्राम स्वास्थ्य और स्वच्छता समिति, तथा 50 ए एन एम को मोवाइल सुविधा एवं अन्य स्वास्थ्य गतिविधियों का अनुमोदन भी किया गया । कलेक्टर श्रीमती देशमुख ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ विभाग के निचले अमले कीर् कत्तव्य स्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित करें तथा उनके कार्य और व्यवहार में अपेक्षित सुधार लाये । उन्होंने कहा किर् कत्तव्य विमुख और अनुशासन हीनता करने वाले कर्मचारियों के विरूध्द कठोर कार्रवाई की जाये ।

 

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