सोमवार, 28 जुलाई 2008

भाजपा को हाईकोर्ट का झटका, शिवराज सरकार का आदेश खारिज, कांग्रेस नेता मुरारी लाल खस फिर नपाध्‍यक्ष बने, मगर लोग खुश नहीं हैं खस से

भाजपा को हाईकोर्ट का झटका, शिवराज सरकार का आदेश खारिज, कांग्रेस नेता मुरारी लाल खस फिर नपाध्‍यक्ष बने, मगर लोग खुश नहीं हैं खस से

मुरैना 26 जुलाई 08, चक्रव्‍यूह रच कर जबरिया शासनादेश से येन केन प्रकारेण मुरैना नपाध्‍यक्ष की कुर्सी हथियाने सम्‍बन्‍धी प्रदेश की भाजपा सरकार के आदेश को म;प्र; हाईकोर्ट की ग्‍वालियर खण्‍डपीठ ने निरस्‍त कर दिया है । और भाजपा की नगर पालिका अध्‍यक्ष को पद से हटा कर कांग्रेस नेता मुरारी लाल खस को पुन: नगर पालिका अध्‍यक्ष की सीट पर बिठा दिया है ।

शुक्रवार को मुरारी लाल खस ने अपना पदभार दोबारा ग्रहण कर लिया है ।

लोग खुश नहीं हैं खस से

हालांकि मुरारी लाल खस भले ही मुरैना नगर पालिका अध्‍यक्ष के निर्वाचित अध्‍यक्ष रहे हों या फिर से बन गये हों या अब वैधानिक काराणों के चलते हाईकोर्ट ने भले ही दोबारा पदासीन कर दिये हों । शहर की जनता मुरारी लाल खस से खुश नहीं हैं । खस का पूरा कार्यकाल जहॉं विवादों के घेरे में रहा वहीं, खस के कार्यकाल में मुरैना नगर पालिका के काम काज भी ठप्‍प होकर अपने स्‍थानीय कांग्रेसी आकाओं के घरों तक ही सीमित होकर रह गये । बकाया शहर में सफाई, विकास, जनसमस्‍यायें जस की तस पड़ी रहीं ।

स्‍थानीय सी.सी. रोड निर्माण से लेकर स्‍ट्रीट लाइटस, हैण्‍ड पम्‍प तक में भारी भ्रष्‍टाचार हुआ, खस के कार्यकाल की एक भी सड़क आज शहर में सड़क के नाम पर उपलब्‍ध नहीं है । शहर की गलियों के एक भी खम्‍भे पर आज तक स्‍ट्रीट लाइट नहीं हैं । हेण्‍ड पम्‍पों को स्‍थानीय कांग्रेस नेताओं के घर लगा कर उनमें सबमर्सिबल लगा दिये गये ।

इसके विपरीत चन्‍द माह के भाजपा अध्‍यक्ष के कार्यकाल से जनता काफी खुश थी । काफी ठीक और आम जनता के कार्य ही भाजपा अध्‍यक्ष के कार्यकाल में सम्‍पादित किये गये और इस दरम्‍यान बनाई गयी सड़कों की गुणवत्‍ता भी लाख दर्जे बेहतर थी । हाईकोर्ट के आदेश के बाद लोगों के दिल टूट गये । 

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