शनिवार, 25 अगस्त 2007

शासकीय योजनाओं का मूल्यांकन सितम्बर के प्रथम सप्ताह से

शासकीय योजनाओं का मूल्यांकन सितम्बर के प्रथम सप्ताह से

निरीक्षण दल का प्रशिक्षण सम्पन्न

मुरैना 25 अगस्त 2007

                जिले में संचालित विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का मैदानी स्तर पर निरीक्षण सितम्बर के प्रथम सप्ताह से किया जायेगा । निरीक्षण हेतु गठित सात खंण्ड स्तरीय निरीक्षण दल के कर्मचारियों को आज कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया और दल प्रभारियों से अपेक्षा की गई कि वे प्रत्येक सप्ताह दो दिन ग्रामों का भ्रमण कर निरीक्षण प्रतिवेदन अविलंब कलेक्टर कार्यालय की स्टेनो शाखा को उपलब्ध करायें।

                ज्ञात हो कि योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तु स्थिति जानने के लिए निरीक्षण दल क्रमांक 1 में परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना पोरसा तथा पोरसा के विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक और पंचायत निरीक्षक रखें गये हैं । इसी प्रकार दल क्रमांक -2 के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार श्री लोकेन्द्र श्रीवास्तव बनायें गये हैं तथा अम्बाह के विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक और पंचायत निरीक्षक को शामिल किया गया है । दल क्रमांक-3 में नायब तहसीलदार मुरैना श्री एल.के. मिश्रा, दल क्रमांक 4 में नायब तहसीलदार जौरा श्री जे.के. एस. गुर्जर, दल क्रमांक 5 में नायब तहसीलदार कैलारस श्री प्रदीप शर्मा, दल क्रमांक 6 में नायब तहसीलदार सबलगढ़ श्री मोहन कुमार मिश्रा और दल क्रमांक- 7 में अतिरिक्त तहसीलदार पहाड़गढ़ श्री फेरन सिंह रूगर को दल प्रभारी बनाया गया है । इन दलों में संबंधित विकास खण्ड के परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक और पंचायत निरीक्षक को शामिल किया गया है 

                कलेक्टर ने निरीक्षण दल के प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक सप्ताह रूट बदल' बदल कर कम से कम दो दिवस ग्रामीण क्षेत्र का भ्रमण कर परख कार्यक्रम के अन्तर्गत शासन द्वारा संचालित आंगनवाड़ी , स्वास्थ्य सेवायें, स्कूल, पेयजल आदि समस्त योजनाओं के साथ ही शासकीय संस्थानों की स्थिति का मूल्यांकन करें तथा निरीक्षण प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय की स्टेनो शाखा को उपलब्ध करायें । स्कूलों में गणवेश और पाठयपुस्तकों का वितरण, मध्यान्ह भोजन और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार और रूचिकर भोजन का वितरण तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन की स्थिति , सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत उचित मूल्य दुकानों का नियमित संचालन तथा पट्टे की भूमि पर कब्जें के सत्यापन की विशेष रूप से जांच की जाय । अनुविभागीय अधिकारियों को भी निरीक्षण दल के भ्रमण पर नजर रखने और सप्ताह में एक दिवस स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर जानकारी उपलब्ध कराने की ताकीद की गई ।

 

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