गुरुवार, 3 जनवरी 2008

मुरैना की 84 बालिकायें लाड़ली लक्ष्मी बनी

मुरैना की 84 बालिकायें लाड़ली लक्ष्मी बनी

मुरैना 4 जनवरी 08- घटते लिंगानुपात की समस्या से ग्रस्त मुरैना जिले में बालिकाओं के सुखद भविष्य के शुभ संकेत मिले हैं । यहां की 84 बालिकायें लाड़ली लक्ष्मी बनी हैं । इक्कीस बर्ष की आयु पूर्ण होने पर तथा 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने पर और 12 वीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने पर ये बालिकायें लखपति बन जायेगी ।

       बालिकाओं के शैक्षणिक तथा आर्थिक स्तर में सुधार एवं उनके अच्छे भविष्य की आधार शिला रखने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की गई  लाड़ली लक्ष्मी योजना में जिले की 120 बालिकाओं को चिन्हित कर प्रकरण शासन को प्रेषित किये गये । अब तक 84 बालिकाओं के प्रकरण स्वीकृत होकर शासन से 5 लाख 04 हजार रूपये की अनुदान राशि प्राप्त हो चुकी है । इन बालिकाओं के लिए 6 हजार रूपये प्रति हितग्राही के मानसे राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदे जा चुके हैं । इन सभी लाडली लक्ष्मी को आगामी चार वर्ष तक 6 हजार रूपये प्रति वर्ष के मान से राष्ट्रीय बचत पत्र क्रय कर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जायेगे । इस प्रकार पांच वर्षों में कुल 30 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र क्रय किये जायेंगे ।

      लाड़ली लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत 1 जनवरी 2006 के पश्चात जन्म लेने वाली बालिका को लाडली लक्ष्मी बनाकर लाभान्वित किया जाना है । इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बालिका के माता पिता को दो जीवित बच्चों के रहते हुए परिवार नियोजन अपनाना जरूरी है । इस योजना के तहत बालिका को कक्षा छटवीं में प्रवेश पर दो हजार रूपये, कक्षा नौवीं में प्रवेश पर चार हजार रूपये, कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश पर सात हजार पांच सौ रूपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढाई के समय दो वर्ष तक दो सौ रूपये प्रतिमाह दिये जायेंगे । बालिका के 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एवं 18 वर्ष के पूर्व विवाह नहीं करने पर तथा 12 वीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जायेगा । इस प्रकार भुगतान की गई राशि एक लाख रूपये से अधिक होगी ।

       जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी के अनुसार एकीकृत बाल विकास परियोजना मुरैना शहरी की दृष्टि पुत्री दिलीप गर्ग, ऋतिका पुत्री हीरालाल गुप्ता, तनिष्का (खुशी) पुत्री पवन बांदिल पूनम पुत्री गुलावसिंह, हिमांशो पुत्री नरेन्द्र बरेलिया अर्पिता पुत्री अमित गुप्ता नंदनी पुत्री लोकेन्द्र राघव, निष्ठा पुत्री पंकज जैन सोमवती पुत्री दाऊजी, हनी पुत्री राधारमन शर्मा, दुर्गा पुत्री संदीप और हनी पुत्री प्रमोद चौहान परियोजना मुरैना ग्रामीण के अन्तर्गत मंजू पुत्री सुरेश, मुस्कान पुत्री विष्णु, प्रियंका पुत्री प्रीतमसिंह, नेहा पुत्री अशोक शर्मा, प्रिन्सी पुत्री प्रभू विश्वकर्मा , सजना पुत्री श्रीकृष्ण किरण पुत्री धर्मवीर राठौर, शिवानी पुत्री रामस्वरूप, साक्षी पुत्री कौशलेन्द्र, दिव्या पुत्री राजेश, गुडिया पुत्री राजकुमार, मुस्कान पुत्री बनवारी लाल यादव, लक्ष्मी पुत्री मनोजसिंह, रानी पुत्री राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, शिवानी पुत्री जोगेन्द्र सिंह मनू पुत्री वासुदेव गुर्जर, महक पुत्री धर्मेन्द्र सिंह, उर्वसी पुत्री मुकेश शर्मा, पूजा पुत्री लक्ष्मी , पूनम पुत्री मजवूत सिंह, और शान्ती पुत्री विजेन्द्र यादव लाड़ली लक्ष्मी बनी हैं ।

       परियोजना अम्बाह के अन्तर्गत गुड़िया पुत्री नागेन्द्र शर्मा, साक्षी पुत्री रामनरेश तोमर, रोशनी पुत्री मनोज जाटव, पलक पुत्री रमेश सिंह तोमर, याचिका पुत्री दिनेश सेंगर, शिवी पुत्री मुकेश तोमर, प्रियंका पुत्री दलवीर सिंह तोमर पूनम पुत्री रामलखन तोमर, मुस्कान पुत्री विनोद तोमर, रितू पुत्री ह्दयनारायण ओझा, करिश्मा पुत्री महेश सिंह तोमर तथा नंदिनी पुत्री विश्वनाथ शर्मा , परियोजना पोरसा के अन्तर्गत शिवानी पुत्री हरेन्द्र सिंह, प्रियंका पुत्री रामरूप सिंह शिवानी पुत्री अरविन्द्र सिंह, शशि पुत्री भूपेन्द्र सिंह दामिनी पुत्री मोहन सिंह रागिनी पुत्री संजय सिंह गुडिया पुत्री अनिल सिंह , चांदनीपुत्री रतीराम सिंह , सपना पुत्री मायाराम और सरिता पुत्री रवीन्द्र, परियोजना जौरा के अन्तर्गत दिव्या पुत्री सतेन्द्र सिंह, पूनम पुत्री राकेश, तनु पुत्री गनेशसिंह सिकरवार, खुशवू पुत्री राजेश, मिनी पुत्री जीवेन्द्र पाराशर, ज्योति पुत्री नरोत्तम सिंह खुशी पुत्री गिर्राज, राखी पुत्री विनोद, वर्षा पुत्री भरत लाल, साक्षी पुत्री छविराम और राधाबाई पुत्री सीताराम सिंह, परियोजना कैलारस के अन्तर्गत प्राची पुत्री सुनील शर्मा, मोनिका पुत्री प्रमोद धाकड़ सनीमा पुत्री माखन जाटव और शिवानी पुत्री मेघसिंह, परियोजना पहाडगढ के अन्तर्गत मुस्कान पुत्री सेवाराम जाटव और शालू पुत्री मुकेश अर्गल एवं रागिनी पुत्री श्यामसिंह तथा परियोजना सबलगढ के अन्तर्गत रूकमनी पुत्री बामराय, स्नेहा पुत्री रक्षपाल, रानी पुत्री अशोक शिवानी पुत्री राजबीर, दीक्षा पुत्री राघवेन्द्र, आरती पुत्री दर्शन लाल, गुडिया पुत्री मुनीश, हरिलता पुत्री विनोद बंसल,डिम्पल पुत्री दीनदयाल आर्य, बेवी पुत्री मुकेश शाक्य और वर्षा पुत्री ज्ञानसिंह को लाड़ली लक्ष्मी बनाते हुए 6-6 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र दिये गये हैं ।

 

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