शनिवार, 8 दिसंबर 2007

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने मितावली- पढ़ावली के विकास की आधार शिला रखी

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने मितावली- पढ़ावली के विकास की आधार शिला रखी

 

मुरैना 6 दिसम्बर 2007// पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम  सिंह ने आज मुरैना जिले की प्राचीन पुरा धरोहर मितावली-पढ़ावली के विकास कार्यों की आधार शिला पट्टिका का अनावरण कर रखी । इस अवसर पर पर्यटन, खेल एवं युवक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री तुकोजी राव पवार विशेष रूप से उपस्थित थे ।

       ज्ञात हो कि मितावली-पढ़ावली की सुरक्षा और सौन्दर्य को बनाये रखने के लिए सबा करोड़ रूपये के विकास कार्य कराये जायेंगे । मितावली में 53 लाख 57 हजार रूपये की लागत से साढ़े तीन किलोमीटर पहुंच मार्ग का निर्माण 15 लाख 30 हजार रूपये की लागत से रैलिंग का उन्नयन, 4 लाख 50 हजार रूपये की लागत से भू दृष्यीकरण, 8 लाख 94 हजार रूपये की लागत से शौचालय एवं जल प्रदाय सुविधा और 4 लाख 50 हजार रूपये के व्यय से साईनेजेस और सूचना पटल की स्थापना कराई जायेगी । इसी प्रकार पढ़ावली में एक किलोमीटर पहुंच मार्ग के निर्माण पर 19 लाख 80 हजार रूपये, भू दृष्यीकरण पर 7 लाख 20 हजार रूपये, शौचालय एवं जल प्रदाय सुविधा पर 8 लाख 94 हजार रूपये और साईनेजेस एवं सूचना पटल की स्थापना पर एक लाख 80 हजार रूपये व्यय किये जायेंगे ।

       पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि मुरैना जिले का यह क्षेत्र महा भारत काल से भी पहले का है । मितावली के मंदिर की तर्ज पर ही दिल्ली के संसद भवन का निर्माण कराया गया है । बटेश्वर के मंदिर और पढ़ावली की गढ़ी भी पांडवों से पहले की प्राचीन पुरा धरोहर है । शनि पर्वत पर स्थपित शनि देव का मंदिर एशिया का एक मात्र प्राचीन मंदिर है जहां हर शनि अमावश्या पर लाखों श्रध्दालु दर्शन करने आते हैं । शनि देव मंदिर तक श्रध्दालुओं को सुगमता पूर्वक पहुंचाने के लिए ग्वालियर, वामोर, नूरावाद रिठौरा चारों तरफ से सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है । इस पर 16 करोड़ रूपये का व्यय आयेंगा ।

       ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए दृढ संकल्पित है और किसानों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है । सरकार ने संकल्प लिया है कि प्रदेश में एक भी तालाब फूटा नहीं रहेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी विजली और सड़क की सुविघाओं का विस्तार किया जायेगा । इस क्षेत्र के लगभग 35 ग्रामों में बिजली पहुंचाने के कार्य पर 3 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जायेगी । दो करोड़ के व्यय से इन सभी ग्रामों में खम्बे लगाये जायेंगे और तार खींचे जायेंगे तथा 90 लाख रूपये की लागत से रिठौरा में विद्युत उप केन्द्र की स्थापना कराई जायेगी । इसका शिलान्यास भी शीघ्र किया जायेगा ।

       पर्यटन राज्य मंत्री श्री तुकोजी राव पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल की जा रही है । राजस्थान, गोआ और गुजरात की ओर आकर्षित रहने वाले पर्यटकों का ध्यान अब प्रदेश की प्राचीन पुरा धरोहरों की ओर भी खींचा जा रहा है । प्राचीन धरोहरों की पहचान बनाये रखने और उन्हें सुन्दर व स्वच्छ बनाये रखने की जिम्मेदारी सरकार ने ली है और इसके लिए पर्यटन के बजट में चार गुना से भी अधिक वृध्दि की है । 

       श्री पवार ने कहा कि धार्मिक स्थलों और पुरा धरोहरों के विकास के लिए अनेक योजनायें हाथ में ली गई हैं और वाइल्ड लाईफ सेन्चुरी के विकास में भी पर्यटन विकास निगम ने हस्त क्षेप किया है । ग्वालियर के (सहस्त्रवाहू) सास-बहू का मंदिर, वीरांगना लक्ष्मी बाई की समाधि तथा महाराज वाड़ा सहित प्रदेश के 15 एतिहासिक स्थलों पर लाईटिंग की व्यवस्था की गई है । इस पर 8 करोड़ रूपये का व्यय आया है । ग्वालियर के तिघरा जलासय में वाटर स्पोर्टस का काम इसी माह पूरा करा लिया जायेगा । प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी वाटर स्पोर्टस बनाये जायेंगे ।

       प्रारंभ में पर्यटन विकास निगम के महा प्रबंधक श्री बालमुकुन्द नामदेव ने अतिथियों का स्वागत किया और अंत में सभी की उपस्थित के लिए आभार व्यक्त किया । उन्होंने बताया कि ग्वालियर- ओरछा- खजुराहो टूरिस्ट सर्किट के विकास पर 2 करोड़ 10 लाख 81 हजार रूपये की राशि व्यय की जायेगी ।

       इस अवसर पर पढ़ावली के सरपंच श्री मनीराम शर्मा तथा सर्व श्री हमीरसिंह पटेल, राकेश जादौन, कालीचरण कुशवाह, गंगा प्रसाद मावई, दुलारे सिंह, सतीष शर्मा तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे ।

 

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