गुरुवार, 6 दिसंबर 2007

मध्य प्रदेश में वन अपराधों की रोकथाम के लिए कम्प्यूटर आधारित प्रणाली शीघ्र

मध्य प्रदेश में वन अपराधों की रोकथाम के लिए कम्प्यूटर आधारित प्रणाली शीघ्र

मुरैना 5 दिसम्बर 2007 // मध्य प्रदेश में वन अपराधों पर नियंत्रण के लिए शीघ्र ही कम्प्यूटर आधारित आधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल शुरू हो जायेगा । इस व्यवस्था से अपराधों तथा वन अपराधियों के संबंध में राज्य पर डाटाबेस तैयार हो सकेगा जो वन अपराधों के नियंत्रण में बेहद कारगर सिध्द होगा ।

       वन विभाग के सूत्रों के अनुसार वन अपराध प्रबंधन की कम्प्यूटर आधारित प्रणाली से मौजूदा प्रक्रिया की खामियों को दूर करने में मदद मिलेगी । इस उद्देश्य से समस्त वन परिक्षेत्रों को कम्प्यूटर तथा टेलिफोन उपलब्ध कराकर इन्टरनेट से जोड़ दिया गया है । परिक्षेत्र से नीचे स्तर के कर्मचारियों को विभाग पीडीए (पर्सनल डिजीटल असिस्टेंट) नामक जीपीएस युक्त एक अत्यंत आधुनिक उपकरण भी शीघ्र उपलब्ध कराया जा रहा है । प्रथम चरण में वन विभाग द्वारा एक हजार पीडीए उपकरण खरीदे जा रहे है । इनके जरिये वनों में घटने वाले हर वन अपराध की जानकारी पूर्ण विवरण सहित घटना स्थल से सीधे मिल जाएगी । इनके द्वारा वन अपराधियों तथा वन अपराधों में उपयोग किये गये वाहन तथा अन्य साधनों के चित्र भी स्तर तुरन्त हासिंल हो जायेंगे ।

       कम्प्यूटर आधारित इस त्वरित सूचना प्रणाली से राज्य स्तर पर प्रत्येक वन अपराध प्रकरण की गहन समीक्षा तुरन्त की जायेगी । कम्प्यूटर आधारित इस प्रणाली से वन अपराधों तथा वन अपराधियों के संबंध में जो डाटाबेस तैयार होगा उससे वन अपराधों पर  कारगर नियंत्रण पाया जा सकेगा । अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर स्थित वन उपज चेकिंग नाकों पर भी कम्प्यूटर आधारित यह प्रणाली उपलब्ध कराई जा रही है ।

 

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