मंगलवार, 25 सितंबर 2007

कैम्प लगा कर आदिवासियों के पीले कार्ड शीघ्र बनेगे- कलेक्टर

कैम्प लगा कर आदिवासियों के पीले कार्ड शीघ्र बनेगे- कलेक्टर

आदिवासी महिलाओं में जागा आत्म विश्वास

मुरैना 25 सितम्बर 2007// सहरिया आदिवासी परिवारों के अन्त्योदय (पीले) कार्ड कैम्प लगाकर शीघ्र बनवाये जायेंगे, जिससे वे सस्ती दर पर खाद्यान्न सामग्री आसानी से क्रय कर सकेंगें। यह बात संभागायुक्त डा.कोमल सिंह की पहल पर पहाडगढ़ में आयोजित सहरिया आदिवासी सम्मेलन में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कही । सम्मेलन में ग्राम बहराई, मानपुर, घडरिंयापुरा, जडेरू, अमोई्, कन्हार, धौंधा, पहाडगढ़ आदि ग्रामों से आए सहरिया परिवारो ने अपनी - अपनी समस्यायें कलेक्टर के सम्मुख प्रस्तुत की । शिविर में पुलिस अधीक्षक श्री हरीसिंह यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अशोक देशवाल, जिला पंचायत सदस्य श्री गिरजा दुवे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्मेलन में उठी समस्याओं का निराकरण निर्धारित समय सीमा में किया जाये । उन्होंने इस अवसर पर शासन की विभिन्न कल्याण कारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इनका लाभ लेने के लिए आदिवासी समाज को शिक्षित होना जरूरी है । सभी बच्चों को शाला में प्रवेश करायें और उन्हें शिक्षित कर उनके भविष्य को संवारें । उन्होंने शिविर में कहा कि बच्चों को मिडिल, हाईस्कूल, इंटर आदि परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने पर शासन द्वारा उन्हें शीघ्र नौकरी की पात्रता है ।

       शिविर में खाद्यान्न, पेंशन, विद्युत, पानी, रोजगारमूलक योजनाओं के बारे में कलेक्टर ने विस्तार से समझाईश दी । इस अवसर पर पेंशन संबंधी समस्या आने पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पेंशन का समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाय । उन्होंने बैंक प्रबंधकों को समय से खातों में पेंशन राशि पहुचाने की ताकीद की । शिविर में आदिवासी महिलाओं ने अपने गांव और वस्ती के विकास की तो बात कही ही, साथ ही शासन द्वारा स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में प्रदत्त की जा रही सेवाओं के प्रति संतोष भी जताया ।

       पुलिस अधीक्षक श्री हरीसिंह यादव ने कहा कि समाज शिक्षा के प्रति जागरूक होकर योजनाओं का लाभ उठाने की पहल करें । शिक्षित युवक को शासन द्वारा आसानी से नौकरियां दी जा रही हैं । अभी भी पुलिस विभाग में अनुसूचित जन जाति वर्ग के 200 पद रिक्त हैं । शिक्षित होकर इन सरकारी नौकरियों का लाभ उठा सकते हैं । उन्होंने कहा कि  जंगल को बंचायें ।  जब पर्यावरण से छेडझाड होगी तो जलवायु प्रतिकूल हो जायेगी और जब पेड़ ही नहीं होंगे तो वर्षा कहां से होगी ।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देशवाल ने कहा कि पिछडे समाज को शिक्षित बनाना परोपकार का कार्य है । अनुसूचित जन जाति के हित में शासन के जो निर्माण और विकास कार्य चल रहे है उन्हें देखें और उसे गुणवत्ता का ख्याल रखते हुए पूर्ण कराने की भी पहल करें । शासन का उद्देश्य है कि हर बच्चा स्कूल जायें । उन्होंने समाज से बालक-बालिकाओं को नियमित स्कूल भेजने की अपील की । इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य ने भी अपने विचार रखें । उपस्थित सभी विभाग प्रमुखों ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी । प्रारंभ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री देवेन्द्र तोमर ने किया । अंत में कलेक्टर ने पहाडगढ़ बालक छात्रावास का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान पाई गईं कमियों के प्रति कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और छात्रावासों की कमियों को तत्काल दूर कर प्रवेशी बच्चों को अच्छी सुविधा और शिक्षा प्रदान करने के निर्देश आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों को दिये ।

मां की आंखों में आये खुशी के आंसू

       शिक्षित आदिवासी नरेश पुत्र लल्लूराम को जब कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने उसकी नौकरी का नियुक्ति पत्र आज आदिवासी सम्मेलन के दौरान उसके हाथ में थमाया, तब नरेश की माँ की आंखों में खुशी के आंसू झलक पड़े । गौरतलब है कि आदिवासी बहुल ग्राम गंगापुरा के नरेश पुत्र श्री लल्लूराम की संविदा वर्ग-3 हेतु ग्राम कोटसिरथरा में नियुक्ति की गई है । नरेश एक आदिवासी शिक्षित युवक है, जिसने बालक छात्रावास पहाडगढ़ में रह कर अध्ययन प्राप्त किया है ।

 

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