मंगलवार, 28 जुलाई 2009

मुरैना में हाल में विवाहित युवक ने पिता के पैसे नहीं देने पर फांसी लगाई

मुरैना में हाल में विवाहित युवक ने पिता के पैसे नहीं देने पर

फांसी लगाई

मुरैना 28 जुलाई 09 अभी दो माह पहले जिसका विवाह हुआ और नयी नवेली दुल्‍हन को विवाहिता बना कर अपने साथ लाया, उसके जीवन भर का साथ निभाने के कसमे वादे, सातों वचन तोड़ कर वह फांसी लगा कर उसे अलविदा कह गया । और बेचारी नवविवाहिता दहाड़े मार कर अधमरी होकर सड़क पर माथा फोड़ती बिलखती हुयी पड़ी रह गयी ।

मुरैना शहर के बीचों बीच आज शिक्षा नगर कालोनी में शास.कन्‍या महाविद्यालय और निकट ही बने सरस्‍वती शिशु मंदिर के ठीक सामने रहने वाले मनीष अग्रवाल पुत्र गोपालदास अग्रवाल उम्र लगभग 28- 29 साल जिसका अभी दो माह पहले ही विवाह हुआ था ने आज सुबह अपने पिता से कुछ रूपये मांगे, जिस पर पिता ने कहा कि अभी उसके पास पैसे नहीं हैं, बाद में दे देगा । तब सुबह 10 बजे मनीष अग्रवाल कमरे में घुस गया और अंदर से किवाड़ों में कुन्‍दी टूटी होने पर एल्‍यूमिनियम के तारों से बांध कर दरवाजा लॉक कर लिया । उसकी मॉं ने बताया कि जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकला तो कुछ चिन्‍ता हुयी ओर उस कमरे का दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन दरवाजा नहीं खुला तब कुछ पड़ौसियों को दोपहर बुलाया, पड़ोसियों ने बताया कि एल्‍यूमिनियम के तार बंधे होने से दरवाजा लॉक है, दोपहर 3 बजे एल्‍यूमिनियम के तारों को काट कर दरवाजा खोला गया तो सामने मनीष अग्रवाल टांड़ के निकट छत पर लटके कुन्‍दे पर फांसी झूलता दिखा, तब पड़ोसियों व घरवालों ने पुलिस को इत्‍तला दी ।

शाम साढ़े तीन बजे पुलिस वहॉं पहुँची और मौका मुआयना कर तकरीबन 4 बजे शाम को मनीष की लाश को फन्दे से उतारा गया और शव को जप्‍ती में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिये भेजा गया । पुलिस ने मर्ग कायमी कर ली है और आगे की कार्यवाही जारी है ।

पड़ोसियों तथा अन्‍य नजदीकी सूत्रों ने बताया कि मृतक व्‍यवहार कुशल तथा उसका पूरा परिवार बेहद नेक और सज्‍जन था, लेकिन पता नहीं क्‍या बात हो गयी कि मनीष ने जरा सी बात पर इतना आत्‍मघाती कदम उठा लिया ।

मनीष द्वारा आत्‍महत्‍या किये जाने का कारण किसी की समझ नहीं आ रहा था और जो अंदाजिया बातें सामने आयीं उसमें सिर्फ यह कि शायद वह किसी कर्ज या देनदारी के जाल में फंस गया होगा या फिर वह किसी न किसी तरह से किसी के द्वारा पैसे के लिये परेशान किया जा रहा होगा । यह तथ्‍य भी उभर कर आया कि मृतक को क्रोध बहुत आता था और आपा खो देता था तथा क्रोध में मानसिक रूप से शून्‍य होकर विक्षिप्‍तता जैसी हरकते करने लगता था । मृतक के पिता का मिल एरिया रोड पर मशहूर एडवोकेट विद्याराम गुप्‍ता के घर के निकट एक मिल है, जो कि परिवार की आय का मुख्‍य जरिया था ।      

 

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