गुरुवार, 14 मई 2009

बर्षो से एक ही परियोजना में पदस्थ आंगनवाड़ी पर्यवेक्षिका भ्रष्टाचार में मशगूल, सुविधा शुल्क के आधार पर होती है निरीक्षण रिर्पोट तैयार (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

बर्षो से एक ही परियोजना में पदस्थ आंगनवाड़ी पर्यवेक्षिका  भ्रष्टाचार में मशगूल, सुविधा शुल्क के आधार पर होती है निरीक्षण रिर्पोट तैयार

(हमें खेद है चम्‍बल अंचल में चल रही भारी बिजली कटौती के कारण यह प्रेस रिलीज विलम्‍ब से प्रकाशित हो पा रही है) 

मुरैना 13 मई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) - वर्षो से लगातार एक ही परियोजना में पदस्थ पर्यवेक्षक वृत्त मुरैना ए. श्रीमती रश्मि सक्सैना लगातार अधिकारियों के नाम पर लूट खसोट मचाये हुऐं हैं। क्यों कि वर्षो से एक ही जगह पर पदस्थ होने के कारण उन्हें व्यक्तियों, अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की सम्पूर्ण जानकारी के साथ ही भ्रष्टाचार के तरीकों का काभी समुचित ज्ञान हो चुका है। पर्यवेक्षक महो.द्वारा न तो कभी ग्रामीण भ्रमण ही किया जाता है और ना ही शासकीय योजनाओं की जानकारी ही ग्रामीणों एवं हितग्राहियों को प्रदान ही की जाती है। इसके अतिरिक्त ऑ.बा. कार्यकर्ताओं को अपने घर बुलाकर मनमानी कार्यवाही कर उन्हें धमकाया जाताह ै तथाअधिकारियों के नाम पर भ्रष्टाचार किया जाता है। उनका यह अमानवीय कृत्य भृष्टाचार तक ही सीमित नहीं है वल्कि शासकीय योजनाओं जैसे लाड़ली लक्ष्मी आदि के प्रकरण तैयार कर यदि ग्रामीणों द्वारा उनके घर पर उपलब्ध कराये जाते हैं। तो उन्हें दस्तावेज जमा करने के सम्बन्ध में प्राप्ति तक नहीं दी जाती है। और विभिन्न आक्षेप लगाकर आवेदनों को रददी की टोकरी में फेंक दिया जाता है। 

        प्राप्त जन शिकायतो के अनुसार पर्यवेक्षक द्वारा कभी ग्रामीण भ्रमण के दौरान पंचायत प्रतिनिधि महिला,मण्डल,मातृ सहयोगिनी समिति आदि से मिलकाकर यह जानने का प्रयास भी नहीं किया जाता है। कि केन्द्र संचालन में किसी प्रकार का व्यवधान तो नहीं हैं। सीधी सीधी बात बस पैसा दो और अच्छा सा निरीक्षण कराओं। साथ ही यह भी कह दिया जाता है कि पंचायत सरपंच महिला मण्डल मातृ सहयोगिनी समिति कुछ नहीं होती है जो मैं चाहूगी वह करूं गी। कुछ हद तक पर्यवेक्षक द्वारा अपने चहेतों को लाभ भी प्रदाय किया जाता है।

ऐसी स्थिति में पर्यवेक्षक के कृत्यों की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिये, तथा अधिकारियों के नाम पर की जा रही बसूली को बन्द किया जाना चाहिये तथा वर्षो से एक ही परियोजना में पदस्थ होने के कारण की जा रही ज्यादतियों को तत्काल बन्द कराये जाने का प्रयत्न किया जाना चाहिये। ताकि शासन की मंशा के अनुरूप संचालित तो हो सकें साथ ही ग्रामीणों को भी शासकीय योजनाओं की जानकारी मिल सके , तथा प्रस्तुत दस्तातेजों की प्राप्ति जमा कराये जाने की व्यवस्था की जावे।

 

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