गुरुवार, 17 अप्रैल 2008

अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें –प्रभारी मंत्री वर्मा

जिला योजना समिति की बैठक सम्पन्न

अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें प्रभारी मंत्री वर्मा

मुरैना 16 अप्रैल 08/ प्रदेश के ग्रामोद्योग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री करणसिंह वर्मा ने कहा है कि अधिकारी जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें । उन्होंने विकास खण्ड स्तर पर शिल्पियों की पंचायत तथा विधायकों की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश आज जिला योजना समिति की बैठक में दिए । बैठक में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह, सांसद श्री अशोक अर्गल, विधायक सर्वश्री गजराज सिंह सिकरवार, मेहरवान सिंह रावत, उम्मेद सिंह बना, बंशीलाल जाटव, श्रीमती संध्याराय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रघुराज सिंह कंषाना, सहित समिति के अन्य सदस्य गण, कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभय वर्मा सहित अन्य जिलाधिकारी उपस्थित थे ।

             प्रभारी मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि राज्य शासन द्वारा जन हित में अनेक कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है । जिससे बड़ी संख्या में गरीब, ग्रामीण, जरूरत मंद लोग लाभान्वित हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अपनी योजनाओं का मैदानी क्षेत्र में क्रियान्वयन करते समय जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करें । उन्होंने कहा कि प्रत्येक योजना और उसकी उपलब्धियों के विषय में भी जन प्रतिनिधियों को जानकारी आवश्यक रूप से उपलब्ध कराई जावे । प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य शासन की मंशानुरूप प्रति तीन माह में विधान सभा क्षैत्रवार विकास कार्यों की समीक्षा बैठक क्षैत्रीय विधायक की अध्यक्षता में आयोजित की जावे तथा कलेक्टर विकास कार्यों की बैठकों की समीक्षा करें ।

       श्री वर्मा ने ग्रामोद्योग विभाग के माध्यम से प्रत्येक जनपद पंचायत स्तर पर हस्त शिल्पियों की पंचायतें आयोजित करने तथा शिल्पियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण एवं अनुदान मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा पर्याप्त मात्रा में धन राशि मुहैया कराई जा रही है । जिसका समुचित उपयोग सुनिश्चित किया जावे । उन्होंने उद्यानिकी विभाग द्वारा वर्ष 2007-08 में प्राप्त राशि का पूर्ण उपयोग न करने पर नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिए कि चालू वित्त वर्ष में कृषकों को उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी मुहैया कराने के लिए भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किये जावे ।

       जिले में 2007-08में विभागीय प्रगति की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि  मध्य प्रदेश रोजगार गारंटी योजना का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया जावे । इस योजना में शासन के निर्देशों का भी कड़ाई से पालन किया जावे । योजना समिति द्वारा रोजगार गारण्टी योजना के तहत प्रतिदिन के हिसाब से प्रदान की जा रही मजदूरी राशि बढ़ाने का प्रस्ताव भी राज्य शासन को भेजने पर सहमति व्यक्त की गई । प्रभारी मंत्री ने इंदिरा आवास, स्वच्छ शौचालय, जलाभिषेक अभियान के तहत तालावों का निर्माण कार्य तथा मिट्टी- मुरम की सड़कों के कार्य बरसात से पूर्व पूर्ण कराने के निर्देश भी दिये । उन्होंने विधायक स्वेच्छा अनुदान राशि के चेक का वितरण क्षैत्रीय विधायकों के माध्यम से कराये जाने के निर्देश भी कलेक्टर को दिए । प्रभारी मंत्री ने गर्मी के मौसम में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री ओ.पी. गुप्ता को दिये । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पेयजल आपूर्ति हेतु पर्याप्त मात्रा में धन राशि विभाग को उपलब्ध करादी गई है । क्षेत्रीय विधायकों के प्रस्ताव पर जरूरत मंद मजरों टोलें में हैण्ड पम्पों का खनन कराया जावे । आवश्यकता प्रतीत होने पर प्राइवेट मशीनों को भी कलेक्टर द्वारा अधिग्रहित किया जा सकता है । उन्होंने लोक निर्माण विभाग की तीन नव निर्मित सड़कों की गुणवत्ता की जांच के निर्देश भी दिये । प्रभारी मंत्री ने निराश्रितों , विधवा व विकलांग जनों की पेंशन स्वीकृत करने हेतु जनपद स्तर पर शिविर लगाने के निर्देश भी दिए । उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ जरूरत मंद लोगों को दिलाने में मदद की अपील की । उन्होंने स्पष्ट किया कि इस योजना के अन्तर्गत गरीबी रेखा का कोई बंधन नहीं है ।

       पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ जरूरत मदों तक पहुंचाने के लिए शासकीय अमला संवेदन शील परिचय देवें । उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता पर भी नियंत्रण रखा जावे तथा निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण किए जावे, उन्होंने कहा कि अनावश्यक पत्राचार से भी कार्य की गति धीमी हो जाती है, इसके लिए अधिकारी जन प्रतिनिधियों से सीधे संवाद करें ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2007-08 में विभिन्न योजनाओं में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है । जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से सभी रोजगार मूलक योजनाओं में लक्ष्य से अधिक प्रगति दर्ज की गई है । जिले के तिलहन का उत्पादन लक्ष्य से अधिक किया गया है तथा दलहनी फसलों में भी प्रगति संतोष जनक रही है । कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से 2 करोड़ रूपये के व्यय से 46 हजार से अधिक कृषकों को लाभान्वित किया गया है । जिला पंचायत द्वारा भी विभिन्न योजनाओंमें 566 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है ।

              प्रभारी मंत्री द्वारा जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा तैयार की गई जिला सांख्यिकी पुस्तिका वर्ष 2007 का विमोचन भी किया गया ।

 

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