गुरुवार, 20 सितंबर 2007

नगरीय निकाय आमदनी के नए स्त्रोत विकसित करें - संभागायुक्त डा.कोमल सिंह

नगरीय निकाय आमदनी के नए स्त्रोत विकसित करें - संभागायुक्त डा.कोमल सिंह

मुरैना 19 सितम्बर 2007// संभागायुक्त्त डा. कोमल सिंह ने आज मुरैना जिले में संचालित नगरीय विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की तथा विकास कार्यों को गति देने के साथ ही नागरिकों को बेहतर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए नगरीय निकायों को आमदनी के नये स्त्रोत विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न मदों में बसूली की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया और प्रतिदिन के लक्ष्य निर्धारित कर शत-प्रतिशत बसूली पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि बसूली की स्थिति में दो माह की समय-सीमा में सुधार लायें, अन्यथा चुंगीक्षति पूर्ति की राशि से वेतन का भुगतान नहीं हो सकेगा । बैठक में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, नगर पालिका मुरैना के अध्यक्ष श्री मुरारी लाल खस, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अशोक देशवाल, उप संचालक नगरीय प्रशासन तथा जिले की समस्त नगर पालिकाओं के मुख्य नगर पालिका अधिकारी उपस्थित थे ।

       डा. कोमल सिंह ने कहा कि स्वीकृत निर्माण कार्यों को गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए समय सीमा में पूरा कराया जाय । उन्होंने कहा कि  नागरिकों को बेहतर नागरिक सुविधायें उपलब्ध कराना नगरीय निकायों का दायित्व है और इसके लिए उन्हें आमदनी के नए जरिए पैदा करने होंगे । उन्होंने कहा कि नगर का विस्तृत सर्वे कर खाली पड़ी हुई जमीन को चिन्हित किया जाय और उसके व्यावसायिक उपयोग के प्रस्ताव तैयार कर कार्य को अमली जामा पहनाया जाय । नए बाजार विकसित करने पर पर्याप्त ध्यान दिया जाये । इससे निकाय की आय में बढोत्तरी होगी, जो नागरिक सुविधाओं की वृध्दि में काम आयेगी । उन्होंने नगर की साफ- सफाई, व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाने और शहर को अतिक्रमण विहीन बनाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए । उन्होंने स्टाम्प डयूटी और परिवहन यात्री कर के प्रस्ताव तैयार कर तत्काल शासन को भेजने की अपेक्षा की ।    संभागायुक्त ने नगरीय निकायों में संपत्तिकर, जलकर, दुकानों से किराया आदि की कम बसूली पर गंभीर चिन्ता व्यक्त की और कहा कि लक्ष्य अनुरूप बसूली नहीं करने वालों के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी । उन्होंने बसूली के लिए टीम गठित करने और प्रतिदिन के लक्ष्य निर्धारित कर अभियान के तौर पर वसूली करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि अभी चुंगी क्षति पूर्ति की राशि से कर्मचारियों का बेतन भुगतान किया जा रहा है, दो माह पश्चात बसूली की स्थिति में सुधार नहीं होने पर वेतन भुगतान करना बंद भी हो सकता है । उन्होंने कहा कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी बसूली की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा करें । इसकी मासिक मोनीटरिंग कलेक्टर और उप संचालक नगरीय प्रशासन द्वारा की जायेगी । उन्होंने कहा कि नागरिकों को असुविधा से बचाने के लिए सब्जी मंडी की स्थिति में अविलम्ब सुधार लाया जाय ।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि स्वर्ण जयंती शहरी स्वरोजगार कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति माह दिसम्बर तक करने के निर्देश है । मुख्य नगर पालिका अधिकारी बैंकर्स से सतत सम्पर्क में रहें और प्रेषित प्रकरणों में ऋण स्वीकृति और वितरण की कार्रवाई तत्परता से सुनिश्चित करायें ।

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