रविवार, 23 दिसंबर 2007

प्रशासन ने पत्‍थर और पहाड़ ब्‍लास्‍ट कर उड़ाये.....

और प्रशासन ने पत्‍थर और पहाड़ ब्‍लास्‍ट कर उड़ाये.....

अब नहीं हो पायेगा वन क्षेत्र से पत्थर का अवैध उत्खनन

 

मुरैना 23 दिसम्बर 2007 // रिठौरा- शनीचरा वन क्षेत्र की सरंक्षित खदानों से अब पत्थर का अवैध उत्खनन नहीं हो पायेगा । जिला प्रशासन ने संरक्षित वन क्षेत्र की पत्थर खदानों को ब्लास्टिंग के जरिये नष्ट करा दिया है । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के मार्गदर्शन में बिस्फोट विशेषज्ञ खनिज अभियंता श्री एस.पी. सर्वटे के द्वारा कल और आज चलाई गई मुहिम के दौरान शनीचरा पहाड़ी के आस-पास से वन क्षेत्र की पत्थर खदानों के पत्थर को विस्फोट के जरिये विनस्टीकरण करा दिया गया है । इस कार्रवाई के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह, वन मण्डालाधिकारी श्री एस.पी. शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी श्री विजय अग्रवाल, सी.एस.पी.श्री जयवीर सिंह भदौरिया, एस.डी.ओ.पी. बानमोर श्री राजेश मिश्रा, तहसीलदार श्री बी.पी. श्रीवास्तव, राजस्व , पुलिस और वन विभाग का अमला साथ था।

       ज्ञात हो कि रिठौरा, शनीचरा क्षेत्र संरक्षित वन क्षेत्र से पत्थर का उत्खनन अवैधानिक है और इस के लिए किसी को भी इजाजत नहीं है । मितावली, पड़ावली , बटेश्वरा , शनिचरा आदि पुरा संपदाओं के कारण भी यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है । इस क्षेत्र से पत्थर के अवैध उत्खनन की आये दिन शिकायतों के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा पिछले तीन माह से पत्थर के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने की मुहिम जारी है इस मुहिम के अंतर्गत माह अक्टूबर में लगभग दस खदानों पर कार्रवाई कर पत्थर के अवैध उत्खनन को रोका गया । माह नवम्बर में शनीचरा के आस-पास की पांच खदानों के रास्ते बड़ी- बड़ी खाईयां खोदकर बंद कराये गये । माह दिसम्बर में विस्फोट विशेषज्ञ श्री सर्वटे की मदद से लगभग 20 खदानों के पत्थर विस्फोट के जरिये नष्ट कर अवैध उत्खनन की संभावनाओं को समाप्त किया गया । वन क्षेत्र से पत्थर के अवैध उत्खनन रोकने की यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी ।

 

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