गुरुवार, 28 अगस्त 2008

समय पर मध्यान्ह भोजन नहीं बंटने पर जनशिक्षक और समूह के विरूध्द कार्रवाई होगी

समय पर मध्यान्ह भोजन नहीं बंटने पर जनशिक्षक और समूह के विरूध्द कार्रवाई होगी

मुरैना 26 अगस्त 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता की अध्यक्षता में आज सम्पन्न मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की जिला स्तरीय दिशादर्शी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में समय पर मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं पाये जाने पर संबंधित स्व सहायता समूह और जन शिक्षक के विरूध्द कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया । बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ,खण्ड शिक्षा अधिकारी और खंण्ड स्त्रोत समन्वयक उपस्थित थे ।

       कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का वितरण शासन की महती योजना है । इसमें किसी भी तरह की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा । उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भेजन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए एक स्व सहायता समूह को न्यूनतम 200 और अधिक तम 500 बच्चें अथवा अधिकतम पांच स्कूलों में भोजन व्यवस्था का दायित्व सौंपा जाय । उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा और इससे संबंधित शिकायत प्राप्त होने पर संबंधितों के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी ।

       बैठक में बताया गया कि वर्तमान व्यवस्था के अनुसार मध्यान्ह भोजन के लिए राशि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और खाद्यान्न का कोटा खंण्ड शिक्षा अधिकारी को जारी किया जाता है । इससे मोनीटरिंग में दिक्कत आती है । कलेक्टर ने कहा कि खाद्यान्न का कोटा और धनराशि दोनों का ही बंटन खण्ड शिक्षा अधिकारी के नाम से किया जाय और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को मोनीटरिंग के लिए जिम्मेदार बनाया जाय । उन्होंने कहा कि खाद्यान्न का कोटा भी प्रत्येक माह की 20तारीख को उठाया जाय तथा हिसाव न देने और समय पर जानकारी न देने वाले स्व सहायता समूह के विरूध्द कार्रवाई की जाय । उन्होंने कहा कि खाद्यान्न का कोटा और राशि जारी करने के पश्चात यह सुनिश्चित किया जाय कि स्कूलो द्वारा उसका उठाव कर लिया गया है और शासन की मंशा के अनुरूप मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का क्रियान्वयन हो रहा है । स्व सहायता समूह द्वारा कार्य नहीं करनेकी स्थिति में समूह बदलने की कार्रवाई की जाय और अन्य उपयुक्त समूह न मिलने की स्थिति में पालक शिक्षक संघ को व्यवस्था सौपने की कार्रवाई की जाय ।

       समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के 2099 प्राथमिक विद्यालय और 462 माध्यमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम संचालित है । लगभग 3 लाख विद्यार्थियों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है । मध्यान्ह भोजन पर इस वर्ष अभी तक साढ़े पांच करोड़ रूपये व्यय किये जा चुके हैं तथा 1635 मेट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया है । जिले में 840 लाखरूपये की लागत से 1400स्कूलों में रसोई एवं भंडार गृह के निर्माण कार्य स्वीकृत किये । गये इनमें से 1052 स्कूलों में किचिन शैड का निर्माण कराया जा चुका है ।

 

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