मंगलवार, 7 जुलाई 2009

गुरूपर्व पूर्णिमा पर विशेष : अपनी पूजा करवायें वे प्रभु को क्या पहचानें

गुरूपर्व पूर्णिमा पर विशेष : अपनी पूजा करवायें वे प्रभु को क्या पहचानें

नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''

हालांकि कल या परसों तक जब तक यह आलेख अखबारों में प्रकाशित होगा तब तक गुरूपर्व निकल चुका होगा ! मेरी इच्छा हुयी कि अबकी बार इस महान गुरू पूर्णिमा पर अपने विचार और अनुभव आपके बीच बॉटू !

मनोज कुमार की पुरानी फिल्म सन्यासी का एक प्रसिध्द गीत है, स्व. मुकेश एवं लता जी ने इसे गाया है - इसे जरूर सुना जाना चाहिये -

गीत में काम की पंक्तियां है- ये साधु के वेष में पापी रोज पाखण्ड रचायें, दिन में डाके डाले पापी रात में कतल करायें, सच बोले सन्यासी इनका कभी न हो कल्यान ...ये है गीता का ज्ञान

वेद शास्त्रों की भाषा को ये ढोंगी क्या जानें, अपनी पूजा करवायें ये प्रभु को क्या पहचानें .....ये है गीता का ज्ञान

यू तो गुरू महिमा अनन्त है और गुरू एक ऐसी कड़ी एक ऐसा सहारा होता है जो अपने शिष्य को कैसी भी मंझधार में फंसने पर येन केन प्रकारेण पार लगाता है, और इस दरम्यान अगर स्वयं साक्षात ईश्वर से भी उसका टकराव हो जाये तो सीधी टक्कर लेकर स्वयं की बलि भी देकर अपने शिष्य की रक्षा करता है !

गुरू बनना बेहद कठिन है, आजकल तो लगभग नामुमकिन है ! गुरू हजार मायावी बंधनों में बंधा है, गुरू लाखों कामनाओं की पतंग उड़ाता रहता है, गुरू मार्केटिंग की ख्वाहिश से ऐसे शिष्य तलाशता है कि जल्दी से जल्दी ख्यातनाम हो जाये और धनवान शिष्यों का मेला उसके पास टूट पड़े ! गुरू बनना वाकई कठिन हो गया है, फर्जी ढकोसले बाज मार्केटियर्स - ब्राण्ड नेम आज बाजार में अपार हैं लेकिन गुरू कोई नहीं दिखता !

भगवान श्रीकृष्ण, श्री गणेश, भगवान शंकर और प्रभु विष्णु, भगवान ब्रह्मा जी की चरण पादुकाओं का पूजन या अभीष्ट देव, देवता या देवी की पूजा या उनका पादुका वन्दन गुरू पर्व पर मुझे श्रेष्ठ जान पड़ता है !

आजकल गुरू की जगह पाखण्डी अधिक मिलते हैं ! जिन्हें न शास्त्रों का ही ज्ञान है, न शास्त्रों आदेशों से सुभिज्ञ हैं न गुरू शिष्य परम्परा से वाकिफ हैं और न संस्कार प्रणाली से परिचित ही ! मेरा आशय व संकेत किसी व्यक्ति विशेष के प्रति कतई नहीं हैं ! लेकिन मैं आपको अपना अनुभव सुनाता हूँ !

कई वर्ष पहले बचपन से ही मुझे ईश्वर और ईश्वरीय चमत्कारों से साक्षात्कार की गहन तमन्ना रही और मैंने अपने जीवन का हर पल कुछ न कुछ पाने में गुजारा ! मैंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से लेकर एल.एल.बी. और एम.एस.सी. भौतिक शास्त्र तक की पढ़ाई लिखाई की और यह भी खास बात है कि मैं सदा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण रहा, कई बार टॉपर रहा ! मुझे कुछ रिसर्च और अनुसंधान अन्वेषण करने का भी अवसर प्राप्त हुआ ! पर इस सबके बीच जो खास बात है वह यह कि मुझे गाँव में वक्त गुजारने का अधिक मौका मिला है और मेरी पहली पसन्द ग्रामीण जीवन है ! अपने गाँव में जब भी छुटिटयां बिताने या अन्य किसी अवसर पर जाता तो छुटटी बीतने के भी बाद एकाध दो महीने गॉव में बिता ही देता था ! सो मुझे हल जोतने और गाय भैंस जैसे प्शु चराने का खूब आनन्द मिला ! गहरे डाँग बेहड़ जंगल, चरवाई, नदी मछण्ड मुझे नापने का खूब अवसर मिला !

जंगलों और बेहड़ों में आप थोड़ा गहरे घुस जायेंगें तो आपको कई अनुपम व अदभुत प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलेंगें ! कई बार अनेक साधु, तांत्रिक, और विचित्र वेशभूषा वाले जादूगर, टोनागर, तो अनेक बार बागी, बदमाश या अपहरण करके लड़कियां बेचने वाले गिरोह के गिरोह मिल जायेंगें ! मुझे तकरीबन सभी प्रकार के लोगों से मिलने का सौभाग्य मिला है, खैर अब तो काफी वक्त हुआ जंगलों बेहड़ों में जाना नहीं हुआ, लेकिन जंगलों में बेहड़ों में काफी रहस्य छिपे पड़े हैं ! मैंने हजारों (शायद लाखों साल) पुरानी कई विशाल शिला प्रतिमायें बीच घने घनघोर जंगलों में यूं ही बिखरी पड़ी देंखीं हैं !

राजस्थान में करौली माचलपुर की एक लम्बी चौड़ी डाँग है, जहाँ प्रकृति के रहस्यमय खजानों का अदभुत व विपुल भण्डार है ! बहुत बरस हुये तब मैंने इन्हें अपनी ऑंखों से देखा ! गुप्त गुफाओं में कई मंदिर, बीच जंगली खारों में विशाल प्रतिमाये ंतो कई सूनसान वीराने मंदिर भी मुझे देखने को मिले ! तब मैं उनके महत्व से अपरिचित था और उनकी मूल्यवत्ता से अनभिज्ञ था ! आज आभास होता है कि कई बेशकीमती ऐतिहासिक और प्राकृतिक खजाने वहाँ थे ! अब जब यह सब समझ आया तो वहाँ जाना ही नसीब नहीं हो पाया ! अब तो सुना है कि वह क्षेत्र डकैतों की शरण स्थली बन गया है, खैर डकैत वहाँ तब भी थे लेकिन छोटे मोटे और बीड़ी बण्डल छीनने वाले भैंस चोर ही थे ! और कई बार तो हम सब गाय भैंस चराने वालों ने उनकी जमकर लठठों से धुनाई भी की थी, दरअसल वे लोग नदी से मछली पकड़ते मारते थे, और हम सब इसे पाप मानते थे सो सारे बालक मिलकर उनकी जमकर कुटाई कर देते थे, कई बार पीलू के पेड़ों में बॉध कर डलवा देते थे तथा सेहियां (सेही एक बड़े काँटो वाला जानवर होता है) छोड़ कर उन्हें तंग करते थे ! सेही अगर चिपक जाये तो खून पी जाती है यह बाद में पता चला, लेकिन लाठी से सेही जमीन पर गिरा ली जाती है अगर आप तेज लाठी चलाना जानते हों ! सेही का तंत्र मंत्र भी काफी इस्तेमाल होता है, सेही का कांटा अगर आप किसी घर में गाड़ दे ंतो वहाँ कभी शान्ति नहीं रहेगी, घरवाले आपस में ही लड़ते रहेंगे, ऐसी ंकिंवदन्ती है ! और सेही का कॉटा यदि दही की नाँद के नीचे गाड़ दें या चक्की यानि चकिया के नीचे गाड़ दें घर में दूध दही घी और आटे की कमी नहीं रहती , ऐसी किंवदन्ती भी है ! किसी जमाने में सेही के कॉटों और सेहीयों के बीच रह कर आज कल एक कॉटा भी सेही का नहीं मिल पा रहा वरना सब भ्रष्टों के घर एक एक गाड़ देते ! मिलेगा तो गाड़ेंगे जरूर, देखते हैं क्या होता है !

कई साधुओं से जंगल डॉग में भेंट हुयी , बाल स्वाभाविक कौतूहलता वश हरेक से पूछा - काये बाबा भगवान के दरसन कराय दोगे का - लेकिन हर बाबा ने हर बार यही कहा कि अरे बच्चा भगवान का ऐसे ही मिलते हैं का, बाकें लें भजन करों बिनकी माला फेरो तब जायकें दस बीस जनम में भगवान मिलेंगे ! सो भईया जिस बाबा से जब भी मिले, दे दे भगवान के नाम पर कहने वाले मिले भगवान के दरसन कराने वाला कोई नहीं मिला ! कई गुरू ऐसे मिले जो हवा में हाथ उठा देते और जो भी चीज उनसे माँगो वही हवा में से प्रकट कर देते ! मैंने आजमाइश के तौर पर कुछ विचित्र चीजों के नाम लिये उनने वे भी मंगा दीं, पर बाद में जब इस लाइन में आगे बढ़ा तो पता चला कि जिन्नात की सिध्दि कर लेने से ऐसा हो जाता है ! मेरा मामला वहाँ भी नहीं जमा, कुछ मुसलमानी, कुछ बौध्द तो कुछ जैन साधकों को भी मैंने गुरू बनाया लेकिन बात वही रही सब पर थोड़ा थोड़ा था, पूर्ण कोई नहीं था ! मैंने ज्योतिष में कई लोग तलाशे लेकिन कोई भी ज्योतिष में मेरे सवालों के उत्तर नहीं दे पाया ! एक गुरू ऐसे मिले जो रोज एक ऍग्रेजी व्हिस्की मंगाते हलांकि उन पर बहुत कुछ देने को था लेकिन वे किसी को कुछ देते नहीं थे, थोड़ा बहुत वहाँ से बटोरने की कोशिश की ! जादू टोना टोटका, तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष सबके गुरू तलाशे लेकिन पक्का काम किसी के पास नहीं था ! दक्षिण मार्गी वाम मार्गी हर विद्या में कहीं कोई कच्चा पड़ता तो कोई कहीं ! खैर मुझे अभी भी गुरूओं की तलाश है, कोई मिलेगा तो जरूर बनाऊंगा, फिलहाल मेरा कोई एकमात्र शरीरधारी गुरू नहीं है !      

खैर बहुत लम्बी तलाश के बाद आखिर सच्चा गुरू मिला और तमाशा यह कि वह कोई शारीरिक व्यक्ति नहीं बल्कि आध्यात्मिक व्यक्ति था ! मेरी खोज कुछ यूं पूरी हुयी कि जब मुझे एक गुरू नहीं मिला और मेरे मानदण्डों पर खरा नहीं उतरा तो मैंने जहाँ से भी जो भी सीखा उसे ही अपना गुरू मानना शुरू कर दिया, सो भई मेंरे पास मेंरे गुरूओं की लम्बी चौड़ी फौज बनना शुरू हो गयी, लेकिन अक्सर ये हुया कि किसी से चन्द बातें सींखीं तो किसी से चन्द सूत्र टिकाऊ गुरू तो चन्द ही हुये ! आज इस आलेख के जरिये अपने गुरूओं का स्मरण कर उन्हें सादर प्रणाम एवं नमन करता हूँ !

असल गुरू कौन कौन - गुरू पर्व मानने वालों को निम्न असल गुरूओं को कभी विस्मृत नहीं करना चाहिये (यह लोग मेरे गुरू हैं)

 

माता (जन्मदात्री और पालनहारिणी)

 

पिता (जन्मदाता और पालनहार)

 

गुरू - बुध्दि, ज्ञान, चेतना, विवके प्रदाता और अहंकार सहित पंचमकार नाशक, लोभहीन, निर्विकार, योगी, समदृष्टा, सुपथदर्शी, सदा रक्षक

 

श्री कृष्ण -अपरिमित, अपरिभाषित, योगेश्वर, अखिलेश्वर, सच्चिदानंदघन, सर्व समाधान कारक, सर्व पथ प्रदर्शक

 

श्री गणेश- बुध्दि, ज्ञान, विवेक, शुभ लाभ प्रदाता, विघ्न कारक, विघ्न हारक, शत्रु, ऋण, रोग, दारिद्रय संहारक

 

भगवान शंकर- कालकूट हलाहल नाशक, मान अपमान पर विजय प्रदाता, परम योगी, तमोगुण हारक, सर्व कल्याण प्रदाता, अवगुण एवं दोष नाशक

 

स्वामी विवेकानन्द- सदगुरू- सर्वपथ प्रदर्शक, विवेक प्रदाता

 

जेम्स एलन श्रेष्ठ मार्गदर्शक, तमोगुण नाशक सतोपथ दर्शक, विजय प्रदाता

 

दस महाविद्या- सर्व रक्षक

 

         

अधिकतर लोग गुरू पूर्णिमा पर गोवर्धन गिरिराज जी पूजन और परिक्रमा के लिये जाते हैं, कुछ लोग दतिया पीताम्बरा पीठ पर स्वामी जी के विग्रह पर चरण वन्दन के लिये जाते हैं मुझे लगता है यह ठीक है एवं सर्वोत्तम है ! मैं अपने प्रिय गुरूजन प्रभु श्रीकृष्ण एवं पीताम्बरापीठ के अतुलनीय शक्तियों के स्वामी जी महाराज के चरणों में गुरू पर्व पर अपना सादर चरण वन्दन करता हूँ !

पीताम्बरापीठ के स्वामी जी महाराज के लिये कहा गया है -

करारविन्देन परामृषण्तं, पदमाक्षमालां शिवरूपिणतं !

पीताम्बरा ध्यान निमग्नचित्तं, श्री स्वामिनं राष्ट्रगुरूं स्मरामि !!

अर्जुन ने श्रीमदभगवद गीता में भगवान श्रीकृष्ण को गुरूओं का गुरू सबसे बड़ा गुरू कह कर प्रभु श्रीकृष्ण की गुरू स्वरूप में महत्ता प्रतिपादित की है -

पितासि लोकस्य चराचरस्य त्वमस्य पूज्यश्च गुरूर्गरीयान !

न त्वत्समोत्स्त्यभ्यधिक: कुतोऽन्योलोकत्रये प्यप्रमिप्रभाव !!

यत्र योगेश्वर: कृष्णो, यत्र पार्थो धनुर्धर: !

तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्धु्रवा नीतिर्मतिर्मम !!

अनन्याश्चिन्तयतों मां ये जना: पर्युपासते !

तेषां नित्याभुक्तांनां योगक्षेमं वहाम्यहम् !!

गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्‍णु गुरूर्देवो महेश्‍वर: ।

गुरूर्साक्ष्‍परब्रह्म तस्‍मैश्री गुरूवै नम:  

एशियन पब्लिक स्कूल की छात्रा कु मानसी का नवोदय में चयन (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

एशियन पब्लिक स्कूल की छात्रा कु मानसी का नवोदय में चयन

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) कैलारस। नवोदय विद्यालय वर्ष 2009 की प्रवेश परीक्षा में एशियन पब्लिक स्कूल कैलारस की छात्रा कु.मानसी अग्रवाल पुत्री महेन्द्र गुप्ता ने चयनित होकर विद्यालय को गौरान्वित किया है।

कु.मानसी अग्रवाल के नवोदय में चयन पर विद्यालय परिवार व स्नेहीजनों ने छात्रा के उज्जवल

भविष्य की कामना की। उल्लेखनीय है कि इसी विद्यालय से गत वर्ष कु. पारूल गुप्ता का नवोदय

में चयन हुआ था।

 

पहाडगढ में स्कूल चलें अभियान की मोनीटरिंग की गई (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

पहाडगढ में स्कूल चलें अभियान की मोनीटरिंग की गई

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) पहाडगढ। 1 जुलाई से 7 जुलाई तक चलाये जा रहे स्कूल चलें अभियान के तहत जनपद शिक्षा केन्द्र पहाडगढ के स्रोत समन्वयक बी.एस.यादव ने पहाडगढ ब्लॉक के समस्त जनशिक्षा केन्द्रों के विद्यालयों की सतत् मोनीटरिंग की जाकर स्कूल चलें अभियान के तहत प्रवेश उत्सव मनाकर बच्चों को शालाओं में प्रवेश दिलाया गया। इस अवसर पर बच्चों को पुस्तक वितरण भी की गईं एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया स्कूल चलें अभियान के तहत जगह-जगह दीवाल लेखन कराया गया एवं सर्वे की गई।

              बी.आर.सी.सी. बी.एस.यादव ने पहाडगढ ब्लॉक के जनशिक्षा केन्द्र बर्रेण्ड, परसौटा,चिन्नौनी चम्बल, तिलावली, चिन्नौनी करैरा, खिडोरा, खिटोरी, खरिका, पहाडगढ, इत्यादि के अन्तर्गत आने वाले विद्यालयों का निरीक्षण किया, यादव ने विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन नियमित रूप से बने एवं शिक्षकों की उपस्थिति नियमित हो इसके लिये आवश्यक निर्देश जारी किये एवं लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों एवं स्व.सहायता समूहों को भी सुधारात्मक निर्देश जारी किये हैं।

 

रोजगार गारन्टी योजना में के संरक्षण में हो रहा है भारी फर्जीवाडा-धाकड़ (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

रोजगार गारन्टी योजना में के संरक्षण में हो रहा है भारी फर्जीवाडा-धाकड़

कमीशन न देने पर नहीं हो पा रहे हैं पूर्णता प्रमाण पत्र जारी

खुलेआम कमीशन की मांग की जाती है एस.डी.. द्वारा

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) कैलारस। कैलारस जनपद क्षेत्र के अन्तर्गत चल रही राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना में गत वित्तीय वर्ष में लगभग 6 करोड के कार्य प्रगति पर दर्शाये जा रहे हैं। लेकिन एक वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के बावजूद भी एस.डी.ओ. रामसेवक शर्मा द्वारा उक्त निर्माण कार्यों के पूर्णत: प्रमाण पत्र जारी नहीं किये गये हैं।

इससे साफ जाहिर होता है कि या तो कार्य हुए नहीं हैं यदि हुए हैं तो उपयंत्रियों द्वारा गलत मूल्यांकन

किया गया है। यदि कार्य हुए हैं और उपयंत्रियों द्वारा सही मूल्यांकन किया गया है तो फिर एस.डी.ओ.

शर्मा द्वारा उनके पूर्णत: प्रमाण पत्र एक वर्ष पूर्ण होने के बावजूद भी जारी नहीं किये गये हैं। इससे साफ

जाहिर है कि एस.डी.ओ. शर्मा द्वारा संबंधित कार्य ऐजेंसियों से खुले आम सुविधा शुल्क के रूप में 10

प्रतिशत राशि की मांग की जा रही है। उक्त आरोप जनपद पंचायत कैलारस के अध्यक्ष रामलखन सिंह

धाकड ने एक पत्रकार वार्ता में रोजगार गारन्टी योजना के एस.डी.ओ. पर लगायें।

              धाकड ने बताया कि दिनांक 24.06.09 को कैलारस में श्रीमान् कलेक्टर महोदय की

समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित सरपंच, सचिवों एवं सबइंजीनियरों ने एस.डी.ओ.द्वारा जानबूझकर पूर्णत:

प्रमाणपत्र जारी नहीं किये जाने के आरोप कलेक्टर महोदय के समक्ष लगाये उस वक्त श्रीमान् द्वारा   

30.06.09 तक सभी कार्यों के पूर्णत: प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश यह चेतावनी के साथ दिये गये

थे कि यदि उक्त समयावधि में कार्यों के पूर्णत: प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जाते हैं। तो संबंधित एस.

डी.ओ. की सेवा समाप्ति हेतु नोटिस जारी कर दिया जावेगा। लेकिन कलेक्टर महोदय के निर्देश को

भी गम्भीरता से न लेते हुए एस डी.ओ. रामसेवक शर्मा द्वारा आज दिनांक तक उक्त कार्यों के जो कि

लगभग 500 की संख्या में हैं के पूर्णत: प्रमाण पत्र जारी नहीं किये गये हैं, एस.डी.ओ. के एक और

सहयोगी उपयंत्री नरवरिया द्वारा कार्य ऐजेंसियों के साथ निर्माण कार्यों में पार्टनर होकर लाखों के वारे

न्यारे करने का खेल खेल रहे हैं। नरवरिया उपयंत्री पर एस.डी.ओ. की कृपा से अन्य उपयंत्रियों की

तुलना में दुगुनी ग्राम पंचायतों का कार्य है। उक्त सब इंजीनियर नरवरिया द्वारा जो कि संविदा में पदस्थ

है, पूरे ब्लॉक का ठेका एस.डी.ओ. की दम पर किसी भी प्रकार के फर्जी काम करने का लिया जाता

है। उक्त सबइंजीनियर के अगर निर्माण कार्यों को यदि गहराई से अध्ययन किया जावेगा तो दूध का

दूध पानी का पानी अपने आप हो जायेगा। उक्त सबइंजीनियर एंव एस.डी.ओ. की सांठ-गांठ से बगैर

कार्य हुए निर्माण कार्यों का मूल्यांकन गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य एवं कई प्रकार की अनियमितताऐं

सरेआम की जा रही हैं।

              जनपद अध्यक्ष ने बताया कि रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत गत वित्तीय वर्ष में

वृक्षारोपण कार्य में लगभग 38 लाख रूपये खर्च कर सवा लाख वृक्ष लगाये जाने की रिर्पोट दी गई है।

जबकि मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाये तो समूची ग्राम पंचायतों में बमुश्किल 1 हजार पौधे जीवित

मिलेंगे।जबकि इससे पूर्व चलाये गये हरियाली महोत्सव कार्यक्रम में कैलारस ब्लॉक में वृक्षारोपण कार्यक्रम

में ग्राम पंचायतों द्वारा लगभग 25 लाख रूपये विभिन्न मदों से खर्च होना दर्शाया है। इस प्रकार लाखों

रूपये खर्च होने के उपरान्त भी कैलारस ब्लॉक में हरियाली नहीं आई लेकिन संबंधित अधिकारियों के

चेहरों पर जरूर हरियाली आ गई।

              रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत जहाँ मजदूरी का प्रतिशत 60 होना चाहिए तथा

सामग्री 40 प्रतिशत होना चाहिए। लेकिन एस.डी.ओ. द्वारा उक्त निर्देशों की अनदेखी कर 90 प्रतिशत

कार्य पक्के कराये गये हैं। जिससे 60-40 का अनुपात नहीं मिल पाता और मजदूरों को मजदूरी भी नही

मिल पा रही है। यही नहीं एस.डी.ओ. द्वारा टी.एस.रजिस्टर फरवरी 2009 डेट में खुला रखकर पुरानी

दिनांकों में टी.एस.की जा रही हैं। वो केवल इसलिए कि अप्रेल माह में कलेक्टर महोदय द्वारा पत्थर

खरीदकर कार्य न करने हेतु रोक लगा दी गई थी। इसलिए फरवरी माह में मी टी.एस.कर उक्त कार्यों

को प्रगति पर दिखाया जा रहा है। हास्याप्रद बात तो यह है कि अभी हाल ही में एक ग्राम पंचायत में

विधायक निधि एवं रोजगार गारन्टी योजना के तहत एक प्रांक्लन जून माह में ही तैयार किया गया है।

जिसकी टी.एस.फरवरी माह में दर्शायी गई है। जबकि विधायक निधि का पैसा मार्च माह के बाद आया

है इससे साफ जाहिर है कि ैण्क्ण्व्ण् द्वारा बदनीयति से उक्त कार्यों को अंजाम देकर वरिष्ठ अधिकारियों

के निर्देशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है।

              रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत कब तकनीकी स्वीकृति होती है। तथा कब उसकी

प्रशासकीय स्वीकृति ग्राम पंचायत द्वारा जारी की जाती है। इसका कहीं लेखा जोखा आज दिनांक तक

जनपद कार्यालय में नहीं है इससे साफ जाहिर है कि रोजगार गारन्टी योजना का मखौल उडाया जाकर

इसमें एस.डी.ओ. व कार्य ऐजेंसियों द्वारा मात्र धन कमाने का जरिया मान लिया गया है। इसके अलावा

और कुछ नहीं।

              जनपद अध्यक्ष रामलखन धाकड ने बताया कि एस.डी.ओ.शर्मा संविदा रूप में पदस्थ हुए

हैं। इसलिए उन्हें धन कमाने के लिये यह सुनहरा मौका मिला है। उक्त एस.डी.ओ.शर्मा द्वारा संबंधित

कार्य ऐजेंसियों से सरेआम कमीशन मांगने एवं कमीशन न देने पर उनके निर्माण कार्यों की गुणवत्ता

हल्की दिखाने तथा उनके पूर्णत: प्रमाण पत्र जारी न करने की धमकी दी जाती है, साथ ही यह कहा

जाता है कि मैं भी बहुत बडी राजनैतिक पहुंच रखता हूं, पैसे देकर एस.डी.ओ.बना हूं अगर मैं आप लोगों

से पैसे नहीं लूंगा तो मेरे परिवार का भरण पोषण कैसे होगा। रही बात शिकायत की आप मेरी जहां चाहो

वहां शिकायत करो मैं सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पैसा पहुंचाता हूं मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड सकता।

इस संबंध में कई सरपंच सचिवों द्वारा भी शपथ पत्र भी दिये गये हैं। अध्यक्ष धाकड ने बताया कि कई

जगह जिन मजदूरों द्वारा वास्तविक रूप से मजदूरी की जा रही है। उन्हें भुगतान न दिया जाकर दूसरे

नामों से पैसा निकाला जा रहा है। इस प्रकार की तमाम अनियमितताऐं एस.डी.ओ. शर्मा के संरक्षण में

की जा रही हैं। इस संबंध में जनपद अध्यक्ष ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष

भाजपा नरेन्द्रंसिह तोमर, पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव, प्रभारी मंत्री के.एल.अग्रवाल, प्रमुख सचिव, म.प्र.

शासन,आयुक्त चम्बल संभाग,कलेक्टर मुरैना,एवं सी.ई.ओ.जिला पंचायत मुरैना को पत्र लिखकर संबंधित

एस.डी.ओ.के खिलाफ जांच कर अनियमितता पाए जाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की

है।

45 पेटी अंग्रेजी शराब जप्त (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

45 पेटी अंग्रेजी शराब जप्त

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)..पोरसा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम दुर्गादास की गघी में आज सुबह पुलिस एक घर पर छापा मारकर 45 पेटी देशी शराब की जप्त करली। जप्त की गयी शराब की कीमत 70 हजार रूपये हैं। पुलिस सूत्रों मिली जानकारी अनुसार मुखविर के जरिये सूचना मिली की दुर्गा दास की गढी गांव में शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। इसी सूचना पर से थाना प्रभारी नवावसिंह जादौन ने आज सुबह टीम बनाकर गांव में दविश दी तभी पुलिस ने कल्ले उर्फ राजेन्द्र पुत्र जगन्नाथ तोमर के यहा से गोढ़ा में रखी 45 पेटी शराब जप्त करली। कल्ले अपने साथी अहिरवन के साथ मिलकर शराब की तस्करी कर रहा था। उसने शराब को भूसा के अंदर छूपा रखा था। और वह आसपास के गांव में सप्लाई करता था।  

जिला युवक कांग्रेस ग्रामीण का आठ को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

जिला युवक कांग्रेस ग्रामीण का आठ को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) .म.प्र. युवा कांग्रेस के निर्देशन पर जिला युवक कांग्रेस ग्रामीण के नेतृत्व में 8 जुलाई 2009 को सुबह जिला क लेक्ट्रट पर विशाल धरना देकर जिला कलेक्टर को व्याप्त किसानों एवं जनमानस की समस्याओं को लेकर महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया जायेगा। धरना प्रदर्शन में म.प्र. युवक कांग्रेस के महामंत्री एवं मुरैना जिले के प्रभारी श्री दीपक जैन एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहेंगे। यह बात संगठन के जिलाध्यक्ष गिर्राज डण्डोतिया ने राजश्री होटल में एक प्रेस वार्ता में बताई। बताया कि भाजपा की सत्तासीन सरकार ने 7 महीने के कार्यकाल में किसानों और जनता के साथ जो वायदे कीये थे वह आज वायदा खिलाफी सावित हुये है।  मुरैना जिले के 500 से अधिक गांव में बिजली आपूर्ति पूर्ण तह ठप्प हो चुकी है। और कहा कि भाजपा की सत्तासीन सरकार के कार्यकाल में किसानों और जनता के साथ जो वायदे किये थे। वे आज वादा खिलाफी सावित हुये है। सम्पूर्ण मुरैना जिला गंभीर बिजली कटौती के संकट से गुजर रहा है। दूसरी और किसानों को नकली खाद बीज की आपूर्ति की जा रही है। प्रशासन की लगातार की अन देखी है। वहीं दूध, घी, खोया में भारी मिलावट की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी पीने के लिये हाहाकार मचा हुआ है। किसानों की वेहड़ की जमीनें निजी कम्पनीयों को दिये जाने से किसान के पशुपालन एवं सार्वजनिक जीवन पर संकट छा गया है। ऐसी स्थिती मुरैना जिले में पशुपालन एवं सार्वजनिक जीवन पर संकट छा गया है। ऐसी स्थिती मुरैना जिले में निर्मित होने के बाद प्रशासन कुम्भकरण की नीद सो रहा है। एसे जगाने के लिये जिला ग्रामीण युवक कांग्रेस 8 जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सोपेगी। ज्ञापन सौपने में सभी कांग्रेस वरिष्ठ नेतागण युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता, महिला कांग्रेस सेवादल, एन.एस.यू.आई. के सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।

 

खेत पर कब्जा व फसल को बर्बाद, करने वालों के बिरूद्ध केस कायम (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

खेत पर कब्जा व फसल को बर्बाद, करने वालों  के बिरूद्ध केस कायम

मुरैना 6 जुलाई 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) .खेत पर जबरन कब्जा करने तथा बाजरा की फसल को बर्बाद कराने वालों के बिरूद्ध पुलिस ने मामला कायम कर लिया है। घटना टेंटरा व देहात थाना क्षेत्र की हैं।

पुलिस के अनुसार टेंटरा थाना क्षेत्र के ग्राम अटार में आरोपी रामसिंह राजवीर होरी लाल आदि ने यूधसिंह सिकरवार के खेत में खडी बाजरा की फसल को क्षति पहुंचाई और शिकायत करने  पर गाली गलौच कर धमकाया पुलिस ने मामला कायम कर लिया है।

एक अन्य जानकारी के अनुसार गोपालपुरा निवासी शिवकुमार शर्मा ने सिविल लाईन थाने में शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी श्रीनिवास शोभाराम कल्ला हरीओम शर्मा ने उसके खेत पर जबरन कब्जा कर लिया और फरियादी को जानसे माने की धमकी दी गई पुलिस ने आरोपियों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

कैलारस थाना क्षेत्र के ग्राम लहचोरा में आरोपी कल्ला रेनू भूरा धाकड़ ने रास्ते में घेर कर फरियादी चरना कडेरा की मारपीट कर जान से मारने धमकी दी पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू करदी है।