शुक्रवार, 19 जून 2009

कलेक्टर द्वारा पोरसा तहसील कार्यालय का निरीक्षण : एक लिपिक निलम्बित: एक की वेतन वृध्दि रोकी

कलेक्टर द्वारा पोरसा तहसील कार्यालय का निरीक्षण : एक लिपिक निलम्बित: एक की वेतन वृध्दि रोकी

मुरैना 18 जून 09/ कलेक्टर श्री एम.के.अग्रवाल ने गत बुधवार को तहसील कार्यालय पोरसा का आकस्मिक निरीक्षण किया तथा अनियमितताएं पाये जाने पर एक लिपिक को निलम्बित करने तथा एक लिपिक की दो वार्षिक वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिए । कार्यालय पर प्रशासनिक नियंत्रण नहीं रखने के कारण तहसीलबार पोरसा के विरूध्द भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है ।

       कलेक्टर श्री अग्रवाल ने गत बुधवार को पोरसा तहसील कार्यालय की विभिन्न शाखाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया । उन्होंने राजस्व रिकार्ड को अव्यव्यस्थित पाया और कार्यालय की साफ सफाई भी नहीं पाई गई । नायव नाजिर शाखा में कैशबुक के अवलोकन के दौरान पाया गया कि अक्टूबर 2008 में आहरित 2 लाख 31 हजार 991 रूपये के व्यय का कही भी कोई लेखा-जोखा नहीं है और ना ही इस राशि के संबंध में तहसीलदार सहित समस्त स्टाफ को कोई जानकारी है । कार्यालय में भण्डार पंजी और विभागीय भविष्य निधि पंजी का संधारण भी नहीं पाया गया ।

       इसी प्रकार राजस्व न्यायालय वृत्त दो महुआ के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दायरा पंजी में राजस्व प्रकरणों का संधारण मनमाने तरीके से किया गया है और वरिष्ठ राजस्व न्यायालय को भी गलत जानकारी मनमर्जी से बनाकर भेजी जा रही है । कलेक्टर श्री अग्रवाल ने इस अनियमितता पर गम्भीर नाराजगी व्यक्त की तथा शाखा के लिपिक और न्यायालय रीडर सहायक ग्रेड-3 अजय कुमार गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलम्वित करने के निर्देश दिए ।

       तहसील न्यायालय के निरीक्षण के दौरान भी दायरा पंजी का संधारण नही पाया गया । सीमांकन के प्रकरणों का भी दायरा कराना नहीं पाया गया और इसकी भी गलत जानकारी वरिष्ठ राजस्व न्यायालय को भेजना पाया गया । वाद सूची का भी संधारण नहीं पाया गया । इस अनियमितता के लिए न्यायालय रीडर सहायक ग्रेड-3 अशोक कुमार शाक्य की दो बेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिए गये ।

 

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