शुक्रवार, 2 मई 2008

मुरैना रास लीला – फिल्‍मों को दे दी मात, पहले दिन जन्‍म हुआ भगवान श्रीकृष्‍ण का

मुरैना रास लीला फिल्‍मों को दे दी मात, पहले दिन जन्‍म हुआ भगवान श्रीकृष्‍ण का

मुरैना 1 मई 08, राधिका पैलेस में चल रही अन्‍तर्राष्‍ट्रीय स्‍तर की रास लीला में पण्डित रामस्‍वरूप शर्मा और उनके सहयोगियों द्वारा आज रात बारह बजे तक चली रास लीला के पहले दिन भगवान श्रीकृष्‍ण के जन्‍म का मनोहारी व मनभावन चित्रण किया गया ।

रासलीला कार्यक्रम के दृश्‍यांकन एवं मंच सज्‍जा इतनी अद्भुत थी कि फिल्‍मों में फिल्‍माये जाने वाले कृत्रिम दृश्‍य इस रासलीला के समक्ष फीके पड़ गये । कलाकारों द्वारा भी इतना भाव संवेदन शील अभिनय किया कि बरबस ही लोगों के मुँह से बार बार वाह वाह निकलता रहा ।

कार्यक्रम स्‍थल पर भारी संख्‍या में भीड़ थी जिसमें महिलाओं और बच्‍चों की संख्‍या सर्वाधिक थी ।

कलाकारों के अभिनय के साथ संवाद उच्‍चारण का तरीका व शैली इतनी जबरदस्‍त थी कि फिल्‍मी कलाकार पानी मॉंग जायें ।

रास लीला के प्रथम मण्‍डप में कंस द्वारा देवकी के आठवें पुत्र से मृत्‍यु भय से विचलित होकर महाराजा उग्रसेन को कैद किये जाने व वसुदेव एवं देवकी पर भांति भांति के अत्‍याचार कर उन्‍हें कारागार में डालने और इसके बाद देवकी जन्‍में पुत्रों को एक एक कर मारे जाने तथा बलराम व श्रीकृष्‍ण के जन्‍म होने तक की कथा का दृश्‍य चित्रण प्रस्‍तुत किया गया । इसके बाद भी हुयी आकाशवाणी से यह सुनकर कि कंस तेरा वध करने वाला तो पैदा हो चुका है, कंस को भयग्रस्‍त दिखाते हुये तथा वसुदेव देवकी को कारागार से मुक्‍त करने तक की कथा चित्रित की गयी ।

  

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