शनिवार, 24 मई 2008

जनप्रतिनिधियों को लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा - लोकसभा अध्यक्ष चटर्जी

जनप्रतिनिधियों को लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा - लोकसभा अध्यक्ष चटर्जी

सत्तापक्ष और विपक्ष लोकतंत्र की गाड़ी के दो पहिये : राज्यपाल डॉ. जाखड़, विधायी सदनों में बेहतर कामकाज के लिये नियामक संहिता बने : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 

लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी ने कहा है कि लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरने की बड़ी चुनौती प्रजातांत्रिक संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों के सामने है। आजादी के साठ वर्ष के बाद भी आबादी के एक बड़े हिस्से के पास विकास के लाभ नहीं पहुंच सके हैं। श्री चटर्जी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि आबादी के हर हिस्से को विकास के फल प्राप्त हो। लोकसभा अध्यक्ष आज यहां मध्यप्रदेश विधानसभा के संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार-2008 के वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल डॉ. बलराम जाखड़ ने की। विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान थे।

श्री चटर्जी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र के रूप में प्रजातंत्र की गुणवत्ता बढ़ाकर लोगों की इस तंत्र में आस्था को जीवित रखने के प्रयास करना जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिये जो संस्थाओं खास तौर से जनप्रतिनिधियों वाली संस्थाओं में लोगों के विश्वास को कमजोर करे। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि देशवासियों और उनके प्रतिनिधियों द्वारा प्रजातांत्रिक सिध्दांतों में व्यक्त किये गये भरोसे के कारण ही हम प्रजातंत्र को टिकाऊ बना सके हैं।

श्री चटर्जी ने कहा कि प्रजातांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में अपना योगदान देने वालों का सम्मान एक सराहनीय कदम है। ऐसे लोगों का सम्मान कर हम देश में रची-बसी प्रजातांत्रिक संस्कृति का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि ये सम्मान विधायी सदनों के सदस्यों द्वारा प्रजातांत्रिक उसूलों और प्रक्रिया में व्यक्त विश्वास और विधायी सदन में उसके आचरण को मान्यता देना है। श्री चटर्जी ने मध्यप्रदेश विधानसभा द्वारा स्थापित संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार योजना को सराहनीय और अनुकरणीय बताया।

श्री चटर्जी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हवाले से कहा कि विधायिका के सदस्य जनता के सेवक हैं और जनता ही उनकी मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि संसदीय प्रजातंत्र में विपक्ष की उल्लेखनीय भूमिका है। उन्होंने कहा कि सजग और समर्थ विपक्ष प्रजातांत्रिक पध्दति की सफलता के लिये जरूरी है। उन्होंने कहा कि व्यापक लोकहित के मुद्दों पर किसी भी विधायी सदन में मतैक्य होना देशहित में है।

राज्यपाल डॉ. बलराम जाखड़ ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सत्तापक्ष और विपक्ष लोकतंत्र की गाड़ी के दो पहिये हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था को सफल बनाने के लिये दोनों को ही अपनी कार्य शैली में संयम बरतना चाहिये। डॉ. जाखड़ ने राजनीति को जनसेवा का सशक्त माध्यम निरूपित करते हुए कहा कि प्रजातंत्र को बुराइयों से बचाने के लिये सबको मिलकर नैतिकता के पक्ष को मजबूत बनाना होगा। पुरस्कृत मंत्रियों, विधायकों और पत्रकारों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने सभी को अपना काम ईमानदारी से करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रामधर्म ही राजधर्म है और दोनों धर्मों में प्राणियों के दुख दूर करने की कामना को लक्ष्य बनाया गया है। राज्यपाल ने सम्पूर्ण समाज के निर्माण के लिये मीडिया का सही इस्तेमाल करने की आवश्यकता भी बताई।

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि पुरस्कार प्रोत्साहन भी देते हैं और प्रेरणा भी। मध्यप्रदेश विधानसभा ने देश के विधायी सदनों में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में जनप्रतिनिधि चाहे वह किसी भी पक्ष के हो, जनहितैषी चर्चाओं के जरिये विधायी सदनों को मंदिर का स्वरूप देते हैं। श्री चौहान ने कहा कि विधायी सदनों के सदस्यों को अपने आचरण के प्रति सजग रहना है, अन्यथा उनके सम्मान में कमी आयेगी। मुख्यमंत्री ने उपचुनाव, राज्य विधानसभाओं के चुनाव और लोकसभा चुनाव निरंतर होते रहने के कारण राजनैतिक वैमनस्यता बनी रहने और देशहित में आम सहमति विकसित नहीं हो पाने पर चिंता व्यक्त की। श्री चौहान ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय बहस की आवश्यकता जतायी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमर्यादित आचरण से मिलने वाली सुर्खियाँ स्थायी नहीं होतीं। स्थायी होती हैं जनहितैषी चर्चाएं। उन्होंने कहा कि सदस्य स्वयं बनाये या विधायी सदन, परंतु एक नियामक संहिता हो तो इन सदनों का कामकाज और अच्छा हो सकेगा। श्री चौहान ने सभी पुरस्कृतों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए लोकसभा अध्यक्ष का प्रदेश की जनता की ओर से अभिनंदन किया।

विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी ने कहा कि उत्कृष्टता का सम्मान करना हमारी संस्कृति है। मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्यों के प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी पूर्व में भोपाल आये हैं। आज के संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में श्री चटर्जी का आगमन हम सभी के लिये सौभाग्य की बात है। श्री रोहाणी ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा में सदस्यों का आचरण संयमित रहा है। जनहित के प्रति सदस्यों का चिंतित रहना जायज होता है। वैचारिक मतभेदों के बावजूद सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के मध्य कभी भी मनभेद की स्थिति नहीं देखी गई, यह एक उपलब्धि है। श्री रोहाणी ने मीडिया के सकारात्मक रवैये की भी प्रशंसा की।

मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती जमुना देवी ने कहा कि विधानसभा सदस्यों को सदैव संसदीय गरिमा के अनुरूप आचार-व्यवहार करना चाहिये। जनप्रतिनिधियों के श्रेष्ठ आचरण से आम जनता में उनका सम्मान बढ़ेगा। श्रीमती जमुना देवी ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान कभी-कभार ऐसे दृश्य भी उत्पन्न होते हैं जो निराशा उत्पन्न करते हैं लेकिन आम तौर पर विधानसभा सदस्यों की भूमिका संतुलित या समन्वयकारी होती है।

संसदीय कार्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने समारोह में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा में संसदीय प्रक्रियाओं के पालन का सदस्यों द्वारा पूरा ध्यान रखा जाता है। अन्य प्रांतों की तुलना में मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य अधिक सजग और जिम्मेदार भूमिका निभाते हैं। श्री मिश्रा ने विधानसभाओं में संयमित व्यवहार के लिये एक संहिता के निर्माण का सुझाव भी दिया।

विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी ने इसके पूर्व अतिथियों के इस समारोह में आगमन का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के अंत में उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किये।

मध्यप्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री हजारीलाल रघुवंशी ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों एवं अन्य सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा एक आदर्श संस्था के रूप में जानी जाती है। पुरस्कार समारोह का संचालन विधानसभा के प्रमुख सचिव डॉ. ए.के. पयासी ने किया।

इसके पूर्व समारोह में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी ने संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किये। इस वर्ष यह पुरस्कार प्राप्त करने वालों में उत्कृष्ट मंत्रियों में डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री अनूप मिश्रा, श्री हिम्मत कोठारी, श्री राघवजी शामिल हैं। इसके साथ ही पूर्व मंत्री एवं वर्तमान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी पुरस्कृत किये गये। उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार के लिये चयनित श्री लालसिंह आर्य, श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, श्री सत्यदेव कटारे, श्री दुर्गालाल विजय, श्रीमती सरोज बच्चन नायक ने पुरस्कार प्राप्त किये। उत्कृष्ट संसदीय रिपोर्टिंग पुरस्कार से श्री अरूण पटेल, श्री मृगेन्द्र सिंह, श्री राघवेन्द्र सिंह, श्री पंकज पाठक, श्री अंजनी कुमार झा और श्री प्रकाश तिवारी पुरस्कृत किये गये। उत्कृष्ट विधानसभाकर्मी पुरस्कार - सुश्री प्रमोद रेगे, श्री खालिद मोहम्मद खान, श्री सतीश भार्गव, श्री विजय कुमार द्विवेदी और श्री जगदीश प्रसाद सोनी ने प्राप्त किया।

समारोह में राज्य मंत्रिपरिषद के अनेक सदस्य, विधायक, वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी, समाचार माध्यमों के प्रतिनिधि और विधानसभा सचिवालय के अधिकारी#कर्मचारी उपस्थित थे।

 

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