सोमवार, 14 जनवरी 2008

परिसीमन का जिन्‍न बाहर, बदलेगें राजनीतिक भूगोल और इतिहास

परिसीमन का जिन्‍न बाहर, बदलेगें राजनीतिक भूगोल और इतिहास

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

करवट 1 श्रंखलाबद्ध आलेख

 

अब लगभग साफ हो चुका है कि परिसीमन लागू और क्रियान्‍वयन चालू । यानि अंतत: लम्‍बे समय से प्रतीक्षारत एक दमघोंटू सियासती जंजाल से बाहर आ जाने का वक्‍त अब आ ही गया ।

इतना तो तय है कि नये परिसीमन के अस्तित्‍व में आकर मध्‍यप्रदेश की राजनीति में बड़ा भारी हेर फेर होगा और अनेक सियासती सत्‍तायें जहॉं पलटेंगीं वहीं नये राजनीतिक समीकरण उभरेंगें तो दूसरी ओर कुछ नये चेहरे भी राजनीति में पदार्पण करेंगें ।

एक मायने में कुछ हद तक वर्तमान में बदलते भारत के लिये यह एक शुभ संकेत है वहीं अभी भी इसमें आगे और चन्‍द परिवर्तनों व मुक्ति की दरकार कायम रहेगी ।

हम इस आलेख में मध्‍यप्रदेश के सन्‍दर्भ में और चम्‍बल घाटी के आसपास व राजपूताने में संकलित राजस्‍थान व उत्‍तरप्रदेश प्रक्षेत्र की चर्चा करेंगें ।

यूं तो कुछ इस प्रकार के परिसीमन की दरकार एक बड़े लम्‍बे अर्से से थी और अंचल के कई इलाके व समाज विशेष जो अपनी राजनीतिक पहचान व अस्तित्‍व लगभग खोकर राजनीतिक तौर पर समाप्‍तप्राय: से हो गये थे, नये परिसीमन के अस्तित्‍व व प्रभाव में होने वाले विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों पुनर्जीवित हो जायेंगे और नवीन भारत की विकास श्रंखला का भाग बन सकेगें ।

मुझे याद है कि मैंने कतिपय परिस्थितयों वश वर्ष 1996 में राजनीति में पुन:प्रवेश किया था और अपने पहले चुनाव में शिरकत करने के लिये या यूं कहें कि राजनीतिक वजूद सिद्ध करने के लिये वर्ष 1996 में भिण्‍ड-दतिया लोकसभा चुनाव लड़ना पड़ा । जब मैं भिण्‍ड लोकसभा चुनाव लड़ रहा था तब कई मुश्किलों व सवालातों ने मुझे जहॉं झिंझोड़ा वहीं अपने गृह जिला यानि मुरैना जिला को छोड़ कर अन्‍य बाहरी जिले से चुनाव लड़ने पर मैंने हर आदमी को जब बताया कि हमारी लोकसभा और सभी विधानसभा सीटें रिजर्व हैं और मेरी मजबूरी है कि मैं यहॉं रिश्‍तेदारी में आकर चुनाव लड़ूं , वैसे मेरी प्राथमिक शिक्षा भी कक्षा 5 तक भिण्‍ड में ही हुयी । मेरी बात का असर भी हुआ और लोगों ने मेरे साथ पूरी सहानुभूति भी जताई और बहुत वोट भी दिये, और राजनीति में एक अव्‍वल मुकाम पर पहुंचाने की नींव भी धर दी ।

मुझे ज्‍यादा वोट मिलने का बाद में काफी फायदा भी हुआ, लेकिन जो राजनीतिक अभिशाप था कि मुझे अपने घर से बाहर कहीं भी चुनाव लड़ने के अधिकार थे किन्‍तु खुद अपनी सीट पर मैं चुनाव नहीं लड़ सकता था न लोकसभा का और न किसी विधानसभा का । दरअसल मेरे समाज की या मेरी निजी प्रभाव की मात्र तीन विधानसभा सीटें थीं और वे तीनों ही रिजर्व थीं एवं एक लोकसभा सीट थी वह भी रिजर्व थी । परिणामस्‍वरूप हारना तो लगभग लाजमी ही था इसके बावजूद अपनी कवायद जारी रखते हुये मैंने फिर एक बार बाहर से ही यानि मुरैना विधानसभा चुनाव लड़ा । हालांकि राजनीतिक स्‍तर पर मैं अपना सशक्‍त विरोध दर्ज कराने में अवश्‍य कामयाब हुआ और अंतत: नये परिसीमन में हमारी एक विधानसभा सीट और एक लोकसभा सीट आखिरकार सामान्‍य हो ही गयी ।

हालांकि मैंने अनेक राजनीतिक झंझावात देखे, राजनीति का घटिया और घिनौना चे‍हरा भी देखा, विधायको, मंत्रियों, सांसदों और अफसरों की ऑंखों की किरकिरी और भावी संकट बनकर फर्जी केसों में फंसकर मुसीबतें भी झेलीं, लेकिन बावजूद इसके लोकप्रियता बढ़ती गयी यह वरदान रहा ।

और मुझे दस साल के इस जीवन्‍त संघर्ष का सुखद परिणाम यह मिला कि आज मेरे समाज व क्षेत्र को राजनीति में शिरकत करने व चुनाव लड़ने के अख्त्यार हासिल हो गये, हालांकि अब मेरा चुनाव लड़ने का कोई इरादा फिलवक्‍त नहीं रहा और न मेरी कोई राजनीतिक महात्‍वाकांक्षायें कभी रहीं और न वर्तमान में हैं । इतना लाभ जरूर हो गया कि सीटें सामान्‍य होने की खबर के साथ सारे राजनीतिक दलों और भावी प्रत्‍याशीयों ने मुझे मिठाई भी खिलाई और मुझसे परामर्श भी जम कर लिया जा रहा है । चलो कुछ नहीं तो पूछ परख तो खूब बढ़ गयी ।

हालांकि कई नेता बीते दिसम्‍बर से ही अपनी राजनीतिक पहचान पैदा करने या भावी प्रत्‍याशी के रूप में स्‍वयं को अस्तित्‍वारूढ़ करने की इच्‍छा से भी मुझे अवगत कराने से नहीं चूके । लेकिन जब मैंने सबसे कहा कि थोड़ा थम कर खेलो, शान्ति से खेलो और जम कर खेलो, राजनीति की चाल देख कर चलो, अभी चुप रहो यदि वाकई चुनाव लड़ना चाहते हो, वरना नाम उजागर हुआ तो बेटा इससे राजनीति कहते हैं, अभी चुनाव में बहुत वक्‍त है, अभी से डिक्‍लेयर हुये तो मारे जाओगे, दो चार अर्जी फर्जी एफ.आई.आर. दर्ज करा कर फंसा दिये जाओगे और बर्बाद कर दिये जाओगे, न्‍यायालय तो बाद में फैसले करेगा लेकिन हाल फिलहाल राजनीति से बाहर हो जाओगे । बदनाम होगे सो अलग । मेरी बात का असर हुआ और लोग थम गये, कुछ सरकारी अफसर भी नौकरी से रिजाइन करके मैदान में कूदने के इच्‍छुक थे ।

हालांकि लगभग हर दल से आने वाले प्रत्‍याशीयों के नाम अभी से साफ हो चुके हैं, पर मुझे नहीं लगता कि जो हालात आज हैं वे कल या परसों तक भी कायम रहेंगे । अंदाजन कुछ नये चेहरे ही सामने आयेंगें ।

अब हम आलेख की मूल विषयवस्‍तु पर लौटते है और विचार करते हैं कि यदि म.प्र. का आगामी विधानसभा चुनाव नये परिसीमन में होता है तो संभावित भावी परिदृश्‍य क्‍या होगा और निकटस्‍थ राजस्‍थान और उत्‍तरप्रदेश में इस परिसीमन के असर होंगें तथा अगले लोकसभा चुनाव में क्‍या संभावनायें बनेंगीं । म.प्र. में अगली सरकार किसकी होगी और कौन बन सकता है अगला मुख्‍यमंत्री तथ भावी केन्‍द्र सरकार की संभावनायें क्‍या होंगीं इन बातों पर अगले अंक में .....

 

क्रमश: जारी अगले अंक में .........                  

रविवार, 13 जनवरी 2008

गणतंत्र दिवस पर '' भारत पर्व'' का आयोजन

गणतंत्र दिवस पर '' भारत पर्व'' का आयोजन

       मुरैना 12 जनवरी 08/ गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को '' भारत पर्व'' का आयोजन किया जायेगा। 1857 मुक्ति संग्राम के 150 वर्ष, भारत की आजादी की 60 वीं वर्षगांठ और मध्यप्रदेश की स्थापना के 51 वर्ष पूर्ण होने पर मध्यप्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर '' भारत पर्व'' का आयोजन किया  जायेगा। राज्य शासन द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार अब यह आयोजन 26 जनवरी 2008 से गणतंत्र दिवस की संध्या पर प्रतिवर्ष हुआ करेगा।

       मध्य प्रदेश शासन के मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने समस्त संभागायुक्त, जिलाध्यक्ष और जिला जनसम्पर्क अधिकारियों को भेजे पत्र में लोकतंत्र के उत्सव के रूप में आयोजित '' भारत पर्व'' के प्रभावी आयोजन के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। '' भारत पर्व'' में सांस्कृति विभाग के स्वराज संस्थान द्वारा देश भक्ति पर केन्द्रित आयोजन के साथ ही कला संगीत नृत्य नाटक कविता और चित्र प्रदर्शनियों के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके साथ ही प्रदेश की उपलब्धि तथा विकास यात्रा की प्रर्दशनी भी जिला पंचायत कार्यालय के सभागार में जिला जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा लगाई जायेगी।

 

 

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह के साथ हजारों बच्चों ने किया '' सूर्य नमस्कार ''

जीवन के लिए संजीवनी है प्राणायाम

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह के साथ हजारों बच्चों ने किया '' सूर्य नमस्कार ''

       मुरैना 12 जनवरी 08/ स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आज एक साथ एक ही समय पर ऊँ सूर्याय नम: के साथ मुरैना जिले के लगभग तीन लाख बच्चों ने सूर्य की आराधना में सूर्य नमस्कार कर एक नये इतिहास की रचना की। उल्लेखित है कि तन और मन की स्फूर्ति के लिए अपने आप में अनूठा यह योग महोत्सव मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर आज जिले के साथ सम्पूर्ण प्रदेश में सम्पन्न हुआ।

       सूर्य नमस्कार एवं प्रणायाम का मुख्य कार्यक्रम शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के खेल परिसर में सम्पन्न हुआ, जहां लगभग तीन हजार बच्चों के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने शक्ति और तेज के प्रतीक सूर्य की आराधना में सूर्य नमस्कार किया। उनके साथ अपर जिला दण्डाधिकारी श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभय कुमार वर्मा, अपर कलेक्टर श्री आशकृत तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम. उपाध्याय ने भी सूर्य नमस्कार किया।

       पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि सूर्य नमस्कार योगाभ्यास का एक उपयुक्त व उत्तम माध्यम है। भारत में प्राचीन काल से ही योग को महत्व दिया जाता रहा है। वैज्ञानिक आधार पर भी सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को जीवन की संजीवनी माना गया है। भारत ही नहीं अब विश्व के अनेक देशों ने भी इसके महत्व को समझा है और योग के अनुगामी हुए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने युवा पीढ़ी को शक्तिशाली और चरित्रवान बनाने के उध्देश्य से सामूहिक सूर्य नमस्कार की पहल की है। पूरे प्रदेश में आज के दिन लगभग एक करोड़ बच्चे सूर्य नमस्कार के इस महायज्ञ में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर अनेक रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में नई स्फूर्ति पैदा होती है और सर्वोच्च चेतना के विकास के लिए जीवन दायिनी ऊर्जा प्राप्त होती है। मन की शांति और निरोगी जीवन के लिए योग को अपने जीवन में उतारना जरूरी है। उन्होंने बच्चों को नियमित सूर्य नमस्कार का संकल्प दिलाया।

       राष्ट्रगीत '' बन्देमातरम'' के समूहगान के साथ योग प्रशिक्षक श्री सुनीत कुमार पचौरी के निर्देशन में योग के अनूठे महोत्सव सूर्य नमस्कार की शुरूआत हुई। पंचायत मंत्री के साथ बच्चों ने सूर्य आराधना के वारह चरणों को दोहराकर सूर्य नमस्कार और प्राणायाम किया। अंत में सभी की उपस्थिति के प्रति अपर कलेक्टर श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा ने आभार व्यक्त किया।

 

लैंस प्रत्यारोपण शिविर का अवलोकन

लैंस प्रत्यारोपण शिविर का अवलोकन

       पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने जिला चिकित्सालय मुरैना का भ्रमण कर लैंस प्रत्यारोपण शिविर का अवलोकन किया । उल्लेखित है कि सद्गुरूसेवा ट्रस्ट गुजरात द्वारा जिला अन्धत्व निवरण समिति के सहयोग से गत 15 दिसम्बर से मुरैना में नि:शुल्क मोतियाबिंद परीक्षण एवं लैंस प्रत्यारोपण शिविर आयोजित है । 15 जनवरी तक आयोजित इस शिविर में अभी तक 5150 नेत्र रोगियों के लैंस प्रत्यारोपण कर उनके जीवन में उजाला लाया जा चुका है । पंचायत मंत्री श्री रूस्तम ंसिह ने सद्गुरू सेवा ट्रस्ट द्वारा मानव सेवा के लिये किये जा रहे निस्वार्थ प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी सेवा और समर्पण का ही यह प्रयास है कि पांच हजार से अधिक लोगों के जीवन में नई रोशनी आई है। इस अवसर पर एसडीएम श्री विजय अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. विकास दुबे, सद्गुरू सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री दानाभाई डांगर  प्रमुखरूप से उपस्थित थे ।

 

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह द्वारा पौने तीन करोड़ की सड़क का लोकार्पण

पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिंह द्वारा पौने तीन करोड़ की सड़क का लोकार्पण

शनि मंदिर के चारों तरफ से बन रही है 20 करोड़ की सड़कें

मुरैना 12 जनवरी 08 पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने आज ग्राम एेंती में शनिदेव मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में 2 करोड़ 86 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित शनिचरा-महाराजपुर (ग्वालियर) सड़क का लोकार्पण किया उन्होंने कहा कि शनिदेव का यह मंदिर एशिया का प्राचीनतम मंदिर हैं, जहां हर शनिअमावस्या को लाखों की संख्या में श्रध्दालु दर्शन करने आते हैं श्रध्दालुओं की सुविधा के लिये शनिदेव मंदिर तक पहुंचने के लिये चारों तरफ से सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है है, जिन पर 20 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है

       पंचायत मंत्री श्री रूस्तम सिह ने कहा कि सरकार ने सड़क, पानी , बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाओं के विस्तार को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है और इस दिशा में प्रभावी ठोस कदम उठाये हैं । उन्होंने कहा कि रिठौराकलां- शनिचरा क्षेत्र को बिजली की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिये एक करोड़ रूपये की लागत से रिठौरा में विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण कराया जा रहा है । साथ ही 2 करोड़ रूपये के खर्च से लगभग 35 गांवों में बिजली के खम्बे और तार खींचने का कार्य कराया जायेगा । उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सुविधाओं के विस्तार के लिये भैंसोरा और पिपरसेवा सहित पांच ग्रामों में हाईस्कूल प्रारंभ कराये जा रहे हैं । स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिये रिठौराकला में शीघ्र ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी प्रारंभ कराया जायेगा । उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये नहर का पानी दिलाने के प्रयास किये जा रहे है । उन्होंने शिलापट्टिका का अनावरण कर सड़क का विधिवत लोकार्पण किया ।

       मुख्य अभियंता लोक निर्माण श्री वैदेही शरण शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि शनिचरा से महाराजपुर तक 17 किलोमीटर लम्बी इस सड़क के निर्माण पर 2 करोड़ 86 लाख रूपये का व्यय आया है । उन्होंने कहा कि क्षेत्र में मंत्री  जी के प्रयासों से तीन अन्य सड़कों की स्वीकृति भी प्राप्त हुई है, जिन का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ कराया जा रहा है ।

       समारोह को श्री कालीचरण कुशवाह और डा. गुलाबसिंह किरार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन श्री सतीष शर्मा ने किया ।